LAC पर जंग के हालात: लद्दाख सीमा पर चीन बना रहा पुल, बॉर्डर को जोड़ा सड़क से, सामने आई ये तस्वीर

Pangong Lake: चीन लद्दाख सीमा पर फिर से विवाद को भड़काने की पूरी कोशिश में लगा हुआ है। भारतीय सीमा के उस इलाके के नजदीक चीनियों ने निर्माण करना शुरू किया है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 19 Jan 2022 5:47 AM GMT
pangong lake CHINA BRIDGE
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पैंगोंग झील (फोटो-सोशल मीडिया)

Pangong Lake: एक बार फिर से अब भारत और चीन के बीच विवाद बढ़ने की संभावनाएं तेजी से पैदा हो रही हैं। नापाक कदम उठाते हुए चीन ने भारत से लगी हुए बॉर्डर पर कंस्ट्रक्शन का काम तेजी से चल रहा है। चीन इस दफे भी उस ही इलाके के बिल्कुल पास कंस्ट्रक्शन कर रहा है जिस इलाके पर कई सालों से भारत दावा रहा है। इस बारे में सैटेलाइट इमेज यूरोप की स्पेस फर्म मैक्सार टेक्नोलॉजीस ने जारी की हैं। जिसके बाद से सीमा पर भारतीय सेना फुल अलर्ट मोड पर आ गई है।

चीन लद्दाख सीमा पर फिर से विवाद को भड़काने की पूरी कोशिश में लगा हुआ है। भारतीय सीमा के उस इलाके के नजदीक चीनियों ने निर्माण करना शुरू किया है, जिस पर सालों से भारत और चीन का विवाद चल रहा है। लेकिन चीन भारत के दावा वाले इलाके के पास ही कंस्ट्रक्शन का काम तेजी से कर रहा है।

पुल का कंस्ट्रक्शन

इस बारे में सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है। ये सैटेलाइट तस्वीरें यूरोप की स्पेस फर्म मैक्सार टेक्नोलॉजीस द्वारा जारी की गई हैं। जिसके बाद इन तस्वीरों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि बीते साल सितंबर में झील के उत्तरी किनारे से पुल का कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ। पर ये कंस्ट्रक्शन दक्षिणी तट तक पूरा होने से कुछ मीटर दूरी पर है। जिसके चलते गलवान के पास भी सड़कों और पुलों का कंस्ट्रक्शन होने की जानकारी मिली है।

ऐसे में अब चीन की इन करतूत के बाद से मई 2020 जैसे हालात बनने के आसार दिखाई पड़ रहे हैं। जब चीनियों के छक्के छुड़ाते हुए भारत की आर्म्ड फोर्स ने कैलाश पहाड़ पर रणनीतिक महत्व रखने वाले इलाकों पर अपना नियंत्रण हासिल कर बहुत बड़ा सदमा दिया था।

सामने आई सैटेलाइट तस्वीरों से साफ जाहिर होता है कि चीन जो पुल कंस्ट्रक्ट कर रहा है वो करीब 315 मीटर लंबा है। ये पुल अभी जल्द ही उत्तर में बनाई गई एक सड़क से जुड़ता है। सीमा पर बनाए जा रहे इस पुल के लिए भारी मशीनें भी कंस्ट्रक्शन एरिया में देखी गई हैं।

इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची पहले भी इस महीने की शुरुआत में ये कह चुके हैं कि भारत सरकार चीन की इन गतिविधियों की कड़ी निगाहें से निगरानी कर रही है। ऐसे में पुल उन इलाकों में बनाया जा रहा है, जो करीब 60 सालों से चीन के अवैध कब्जे में हैं। जिसे भारत ने कभी अवैध कब्जे को स्वीकार नहीं किया है और चीन इतनी ठंड में उस जगह कंस्ट्रक्शन कर रहा है, जहां पर आधे हिस्से में झील में बर्फ जमी हुई है।

फिलहाल चीन की हर गतिविधि पर भारतीय सेेना के जवानों की नजर बनी हुई है।

Vidushi Mishra

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