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संसद का बजट सत्र संपन्न, लोकसभा में 13 तो राज्यसभा में 11 विधेयक पास, प्रोडक्टिविटी 129% रही
Parliament Budget Session: लोकसभा स्पीकर ने ये भी बताया कि, इस सत्र में सभी दलों की बेहतर भागीदारी रही। इसी का नतीजा रहा कि इस बार सदन की Productivity 129 प्रतिशत रही।
Parliament Budget Session Ended : संसद (Parliament) का बजट सत्र (Budget Session) गुरुवार, 07 अप्रैल को तय समय से एक दिन पहले ही समाप्त हो गया। इसी के साथ लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। सत्र की समाप्ति से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने कई महत्वपूर्ण बातें सांसदों से साझा की।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अपने संबोधन में बताया, कि वर्ष 2023 तक हम उम्मीद कर रहे हैं कि सभी विधान मंडल (विधायिका संबंधी) कार्यवाही एक मंच पर लाई जाएगी। उन्होंने कहा मेटा-डेटा (meta-data) के आधार पर सभी को हर विधान मंडल की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा, 'हमारी कोशिश है कि हर साल की कार्यवाही की जानकारी इस प्लेटफॉर्म पर लोगों को आसानी से मिल जाए। वर्तमान सत्र के बारे में लोकसभा स्पीकर ने बताया, कि इस सेशन में 13 विधेयक पारित हुए।
ओम बिरला- बनाए रखें सदन की मर्यादा
सत्र समाप्ति के दौरान अपने संबोधन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, 'इस सत्र में सभी सांसदों ने कई बार देर रात तक सदन में बैठकर चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, बजट सत्र में जहां 13 विधेयक पारित हुए वहीं पांच विषयों पर अनुदान मांगों पर भी चर्चा हुई। साथ ही, बजट पर भी खुलकर सकारात्मक बहस हुई। उन्होंने कहा, हमारी कोशिश रहती है कि सदन बिना किसी बाधा के चले। इसलिए हमें इस सदन की मर्यादा और गरिमा बनाए रखने की जरूरत है।
बेहतर रहा सदन का परफॉर्मेंस
लोकसभा स्पीकर ने ये भी बताया कि, इस सत्र में सभी दलों की बेहतर भागीदारी रही। इसी का नतीजा रहा कि इस बार सदन की Productivity 129 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया, 8वें सत्र तक प्रोडक्टिविटी 106 प्रतिशत रही। उन्होंने पिछले अनुभवों से तुलना करते हुए वर्तमान ख़त्म हुए सत्र को बेहतर बताया। ओम बिरला बोले, इस सत्र में दिल्ली नगर निगम के एकीकरण संबंधी विधेयक तथा आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए।
ऊपरी सदन की उत्पादकता 99.8 फीसदी
बता दें कि राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू (M. Venkaiah Naidu) ने इस मौके पर जानकारी दी कि रुकावटों, व्यवधानों और स्थगन की वजह से राज्यसभा का करीब साढ़े 9 घंटे का नुकसान इस सत्र के दौरान हुआ। ये अलग बात है कि सदन के सदस्यों ने 9 घंटे 16 मिनट अतिरिक्त बैठकर इसकी भरपाई की। इस सत्र में राज्यसभा में प्रोडक्टिविटी रेट 99.8 प्रतिशत रहा। उन्होंने बताया कि राज्यसभा में इस सत्र के दौरान 11 विधेयक पास हुए।