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कोरोना से हो रही मौतों से मोदी की छवि को लगा धक्का, विदेश में भी बने कार्टून

कोरोना से देश में मचे हाहाकार का नकारात्मक असर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर पड़ता दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया से लेकर विदेश के अखबारों में भी उनकी आलोचना हो रही है।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Monika
Published on: 25 April 2021 1:34 PM GMT (Updated on: 25 April 2021 2:44 PM GMT)
कोरोना से हो रही मौतों से मोदी की छवि को लगा धक्का, विदेश में भी बने कार्टून
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पीएम मोदी के बने कार्टून, हठी पर बैठे नज़र आए (फोटो : सोशल मीडिया )

नई दिल्लीा: कोरोना (Coronavirus) से देश में मचे हाहाकार का नकारात्मक असर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की छवि पर पड़ता दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया (Social Media) से लेकर विदेश के अखबारों (Newspapers) में भी उनकी आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर उनके पश्चिम बंगाल चुनाव (West Bengal Election) अभियान की कड़ी निंदा हुई जिसके बाद हालांकि उन्हों ने चुनावी रैली रद्द कर दी है लेकिन स्वाजस्य्ंक क्षेत्र का आधारभूत ढांचा एक साल में भी तैयार नहीं करने की तोहमत उन पर मढ़ी जा रही है।

कोरोना महामारी (Coronavirus) की वजह से देश में भयावह स्थिति बनी हुई है। अस्पनताल (Hospital) में इलाज देने में नाकाम सरकारी व्यैवस्थाा लोगों को ऑक्सीकजन (Oxygen) मुहैया कराने में भी नाकाम रही है। पिछले पंद्रह दिनों से देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी हो रही है। सरकार अब तक जरूरतमंदों को इंजेक्शान की उपलब्धता भी सुनिश्चित नहीं करा सकी है। ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी से देश में जब धड़ाधड़ मौतें होने लगीं तो अब सरकार ने सिंगापुर से ऑक्सीजन एयरलिफ्ट कराई है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश और दिल्ली में ऑक्सीजन की गंभीर किल्ल बनी हुई है। ऐसी ही वजहों से अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चारों ओर आलोचना हो रही है। विपक्ष के नेताओं के अलावा सोशल मीडिया पर भी वह लोगों के निशाने पर हैं। विदेशी समाचार पत्र भी इस नाकामी का ठीकरा मोदी पर ही फोड़ रहे हैं।

कार्टूनिस्ट‍ डेविड रोव ने बनाया कार्टून

सबसे तीखा कार्टून आस्ट्रे लिया के समाचार पत्र ऑस्ट्रेलियन फाइनेशिंयल रिव्यू में देखने को मिला है। कार्टूनिस्ट‍ डेविड रोव का यह कार्टून अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इस कार्टून में दिखाया गया है कि भारत देश जो कि हाथी की तरह विशाल है। वह मरणासन्न अवस्था में जमीन पर गिरा हुआ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसकी पीठ पर सिंहासननुमा लाल गद्दी वाला आसन लगाकर बैठै हुए हैं। उन्हें हमेशा की तरह तुर्रेदार पगड़ी पहने हुए दिखाया गया है। उनके एक हाथ में माइक भी है जिससे वह संबोधन की मुद्रा में हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक और कार्टून में मोदी को कोरोना वायरस की शक्लप में दिखाया गया है जिसके बारह हाथ हैं। हर हाथ उन लोगों की ओर इशारा कर रहा है जो महामारी के लिए जिम्मेदार हैं। इन जिम्मेदार लोगों में सोशल मीडिया, निराशावादी, चीन, कांग्रेस, सिस्टेम, शिवसेना,राज्य् , मीडिया , आम आदमी पार्टी, ममता बनर्जी और प्रदर्शनकारी शामिल हैं।

पीएम मोदी के बने कार्टून (फोटो : सोशल मीडिया )

मोदी की जमकर हो रही आलोचना

दूसरी ओर दुनिया के अन्या समाचार पत्रों में भी मोदी की जमकर आलोचना हो रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने दिल्ली में जल रही चिताओं की प्रथम पेज पर बड़ी सी फोटो छापी है। उसने मोदी सरकार को कोरोना नियंत्रण में फेल बताया है। समाचार पत्र ने अपनी एक खबर में कहा है कि नासिक में ऑक्सीजन लीक से मौत की घटना के बाद भी मोदी की तारीफ की गई। कुंभ जैसे बड़े मेले किए गए और पश्चिम बंगाल के चुनाव में बड़ी-बड़ी रैलियों का आयोजन किया गया। गलतियों से सबक सीखने के बजाए नई गलतियों का पुलिंदा खोल दिया गया। कोरोना की सुनामी से लड़ने में मोदी नाकाम रहे हैं। ब्रिटेन के द गार्जियन अखबार ने भी श्मशान घाटों में जल रही चिताओं की ऊंची लपटों को दिखाया है। लंदन के अखबार द टाइम्स लंदन ने लिखा है कि दूसरी सुनामी में फंसे मोदी। सरकार ने हालात की गंभीरता को नहीं समझा और दूसरी सुनामी खड़ी कर दी। फाइनेंशियल टाइम्स और द वाशिंगटन ने भी यूपी के कब्रिस्तान और श्मशान की फोटो प्रकाशित की है। दुनिया में कोरोना महामारी से निपटने में लापरवाही के लिए सबसे ज्यादा ब्राजील को निशाने पर रखने वाले समाचार पत्र ग्लोेबल प्रेस ने इस बार भारत को निशाना बनाया है और कहा है कि भारत ही वह देश है जो कोरोना को काबू करने में नाकाम है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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