×

कोरोना के खिलाफ जंग हुई तेज, साथ देने उतरेंगे सेना के रिटायर्ड डॉक्टर

रक्षा प्रमुख ने यह भी कहा कि जहां संभव हो सकेगा, सैन्य चिकित्सा से जुड़ी अवसंरचना को नागरिकों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

Network
Reporter NetworkPublished By APOORWA CHANDEL
Published on: 26 April 2021 3:35 PM GMT (Updated on: 26 April 2021 3:38 PM GMT)
कोरोना के खिलाफ जंग हुई तेज, साथ देने उतरेंगे सेना के रिटायर्ड डॉक्टर
X

मोदी से मिले CDS बिपिन रावत (फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर की भीषणता को देखते हुए केंद्र सरकार महामारी के नियंत्रण के लिए युद्धस्तर पर जुट गई है। जिसके तहत पिछले 2 वर्षों में सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त या समय से पहले सेवानिवृत्ति लेने वाले सभी चिकित्साकर्मियों को उनके वर्तमान निवास स्थान के निकट स्थित कोविड अस्पतालों में कार्य करने के लिए वापस बुलाया जा रहा है। अन्य चिकित्सा अधिकारियों, जो और पहले सेवानिवृत्त हुए थे से भी अनुरोध किया गया है कि वे परामर्श के लिए अपनी सेवाएं चिकित्सा आपातकालीन हेल्पलाइन के माध्यम से उपलब्ध कराएं।

रक्षा प्रमुख (चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ) जनरल बिपिन रावत ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कोरोना महामारी से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों और अभियानों की जानकारी दी। रक्षा प्रमुख ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि कमांड मुख्यालय, कोर मुख्यालय, डिवीजन मुख्यालय और इसी तरह के नौसेना एवं वायु सेना के मुख्यालय में स्टाफ अपॉइंटमेंट पर तैनात सभी चिकित्सा अधिकारियों को अस्पतालों में नियुक्त किया जाएगा।

रक्षा प्रमुख ने प्रधानमंत्री को सूचित किया कि अस्पतालों में डॉक्टरों के पूरक कार्यों में सहायता करने के लिए बड़ी संख्या में नर्सिंग कर्मियों को नियुक्त किया जा रहा है। प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी गई कि सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों के लिए जारी किए जाएंगे।

चिकित्सा सुविधाओं की तैयारी

रक्षा प्रमुख ने यह भी कहा कि वे बड़ी संख्या में चिकित्सा सुविधाएं तैयार कर रहे हैं और जहां संभव हो सकेगा, सैन्य चिकित्सा से जुड़ी अवसंरचना को नागरिकों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने भारतीय वायुसेना द्वारा भारत और विदेशों में ऑक्सीजन एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाए जा रहे अभियानों की भी समीक्षा की।

प्रधानमंत्री ने रक्षा प्रमुख के साथ इस बात पर भी चर्चा की कि केन्द्रीय एवं राज्य सैनिक कल्याण बोर्डों और विभिन्न मुख्यालयों के वरिष्ठ सैन्य कर्मी प्रकोष्ठों में तैनात अधिकारियों को सुदूर क्षेत्रों सहित अधिकतम सीमा तक पहुंच को विस्तारित करने के लिए वरिष्ठ सैन्य कर्मियों की सेवाओं के समन्वय के निर्देश दिए जा सकते हैं।

Apoorva chandel

Apoorva chandel

Next Story