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Delhi News: राजा मिर्च ने किया नमस्ते लंदन तो मोदी बोले वंडरफुल नागालैंड
Delhi News: नागालैंड की किंग चिली के लंदन में अपना झंडा फहराने पर खुशी जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए वंडरफुल कहकर किंग चिली की कामयाबी का जश्न मनाया है।
Delhi News: किंग चिली यानी राजा मिर्च (King Chili) ने अंग्रेजों के लंदन (London) में अपना झंडा फहरा दिया है। किंग चिली के लंदन सफर और अंग्रेजों के बीच बनी धाक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) का भी सीना चौड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री ने वंडरफुल (Wonderful) कहकर किंग चिली की कामयाबी का जश्न मनाया है। उन्होंने इसके लिए नागालैंड वासियों की भी सराहना की है। किंग चिली (King Chili) ने बुधवार को गुवाहाटी एयरपोर्ट से लंदन के लिए सीधी उड़ान ली है।
किंग चिली यानी राजा मिर्च ने बुधवार को पहली बार भारत की जमीन से निकलकर लंदन का रुख किया है। जब तक आप यह खबर पढ़ रहे होंगे तब तक राजा मिर्च का लंदन में आगमन हो चुका होगा। लंदन में राजा मिर्च के जोरदार स्वागत की तैयारियां की गई हैं। इसकी वजह भी है कि इंग्लैंड के निवासी कई सालों से राजा मिर्च के लंदन पहुंचने का इंतजार कर रहे थे।
अपने जीवन में पहली बार लंदन का सफर करने की तैयारी में राजा मिर्च ने दस साल से भी ज्यादा का वक्त लगा दिया। नागालैंड में राजा मिर्च को भूत जोलकिया भी कहा जाता है। राजा मिर्च की खासियत ही ऐसी है कि जो भी इनके संपर्क में आता है वह अलग-अलग गुण का बखान करता है और अपने अनुभव के आधार पर नया नामकरण कर देता है।
कौन है किंग चिली उर्फ राजा मिर्च-
राजा मिर्च यानी किंग चिली दरअसल नागालैंड की जमीन पर उगने वाली मिर्च की प्रजाति है, जो बेहद तीखी होती है। इसके तीखेपन की वजह से इसे भूत जोलोकिया यानी भुतहा मिर्च भी कहा जाता है।
वहीं, केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग तथा उपभोक्ता मामले व खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने राजा मिर्च के इंग्लैंड निर्यात किए जाने की जानकारी सार्वजनिक तौर पर साझा की है। उनके जानकारी साझा करने पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई है और इसे वंडरफुल न्यूज बताया है।
किंग चिली को मिला है जीआई टैग-
किंग चिली को जियोग्राफिकल इंडिकेशन्स यानी जीआई टैग मिला हुआ है। पूर्वोत्तर भारत में उगने वाली इस मिर्च का बुधवार की शाम से इंग्लैंड निर्यात शुरू हुआ है। इसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्च का प्रमाण स्कोविले हीट यूनिट्स यानी एसएचयूएस से मिला हुआ है। इस प्रोडक्ट में सबसे कम पानी और शुगर यानी मिठास पाई गई है। पानी व मिठास की कमी की वजह से ही यह प्राकृतिक तौर पर पाई जाने वाली सर्वाधिक तीखी मिर्च है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार लंदन भेजी गई पहली खेप की राजा मिर्च का उत्पादन नागालैंड के पेरेन जिले के टेनिंग इलाके में किया गया है। इसे गुवाहाटी के अपीडा पैकहाउस में लंदन भेजने के लिए तैयार किया गया है। इसे जीआई प्रमाण पत्र 2008 में मिला। इसे दुनिया की पांच सर्वाधिक तीखी मिर्च में शुमार किया गया है।
निर्यात की कैसे हुई शुरुआत-
अपीडा यानी एग्रीकल्चरल एंड प्रॉसेस्ड फूड प्रोडक्टस एक्सपोर्ट डवलपमेंट अथॉरिटी और नागालैंड स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड एनएसएएमबी के समन्वय एवं कोशिशों के फलस्वरूप राजा मिर्च का लंदन निर्यात शुरू हो पाया है।
अपीडा ने एनएसएएमबी के साथ मिलकर मिर्च निर्यात के लिए ठोस पहल की। इसके तहत सबसे पहले मिर्च के सैंपल जुटाए गए। जून-जुलाई 2021 में सैंपल का लैब टेस्ट कराया गया। ऑर्गेनिक फूड का प्रमाण पत्र मिलने के बाद इसके निर्यात की कोशिश तेज की गई । कोशिशें रंग लाईं और बुधवार को पहला आर्डर लंदन भेज दिया गया।
वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस कामयाबी से नागालैंड में ऑर्गेनिक खेती को भी बल मिला है। इससे ऑर्गेनिक खेती को नागालैंड में बढ़ावा मिलेगा। मिर्च के जल्दी खराब होने की आशंका को ध्यान में रखकर पूरा निर्यात गुवाहाटी से ही कराया गया है।
पूर्वोत्तर भारत से नींबू-कटहल का भी हो रहा निर्यात-
अपीडा के अनुसार पूर्वोत्तर भारत के राज्यों से विभिन्न फलों व खाद्य वस्तुओं का निर्यात विदेश के लिए किया जा रहा है। भारत के निर्यात नक्शे पर तेजी के साथ पूर्वोत्तर भारत ने अपनी पहचान बनाई है। इसी साल में त्रिपुरा से कटहल को लंदन व जर्मनी भेजा गया है जबकि असम से लंदन के लिए नींबू और लाल चावल को अमेरिका, लेटेकू यानी बर्मी अंगूर को दुबई भेजा जा रहा है।