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बिहार के सांसदों से कल नाश्ते पर मिलेंगे PM Modi, जानें क्यों अहम है ये मुलाकात
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार से आने वाले सभी बीजेपी सांसदों से अपने आवास पर मुलाकात करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी सभी सांसदों के साथ सुबह का नाश्ता भी करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कल बिहार से आने वाले सभी बीजेपी सांसदों (BJP MP) से अपने आवास पर मुलाकात करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) सभी सांसदों के साथ सुबह का नाश्ता भी करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के सभी भाजपा सांसद बुधवार सुबह आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के आधिकारिक आवास पर एकत्रित होंगे। बिहार की राजनीति में इन दिनों चल रही उथल – पूथल के बीच इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
बिहार एनडीए में टूट
आने वाले दिनों में बिहार में विधान परिषद के चुनाव के साथ - साथ विधानसभा के एक सीट पर उपचुनाव भी होना है। इन चुनावों को लेकर बिहार की राजनीति में घमासान छिड़ा हुआ है और ये घमासान सत्तारूढ़ एनडीए के अंदर ही छिड़ा हुआ है। विधान परिषद चुनाव (MLC Election) के लिए हुए सीट बंटवारे में दरकिनार किए जाने से नाराज वीआईपी सुप्रीमो और नीतीश सरकार (Nitish Government) में कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी (cabinet minister mukesh sahni) ने पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ खूब बोला था। इसके अलावा यूपी चुनाव के दौरान भी वे बीजेपी पर खासे हमलावर रहे। यूपी चुनाव परिणाम आने तक चुप बैठी बीजेपी ने नतीजों के बाद मुकेश सहनी को जबरदस्त झटका देते हुए बोचहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए अपने कैंडिडेट का ऐलान कर दिया, इसके बाद नाराज सहनी जब दिल्ली गए तो बीजेपी आलाकमान से भी उन्हें कुछ नहीं मिला। नतीजतन सहनी अब एनडीए आउट हो चुके हैं। ये सत्ताधारी एनडीए गठबंधन का पहला बिखराव है।
नीतीश-बीजेपी में खट्टे मिठे वाला रिश्ता
2020 के विधानसभा चुनाव के परिणाम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को जबरदस्त झटका दिया। हालांकि कम सीटें होने के बावजूद वे अपनी सीएम की कुर्सी बचाने में कामयाब रहे। लेकिन शुरूआत से ही एनडीए के दोनों अहम घटक दलों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहे। सीएम नीतीश और उनकी पार्टी जदयू के नेता जहां बीजेपी की बढ़ती ताकत से असहज महसूस कर रहे थे, वहीं बिहार बीजेपी के नेता सरकार में अपना वर्चस्व चलाना चाहते हैं। इसे लेकर दोनों दलों के नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी भी हो चुकी है। हालिया स्पीकर प्रकरण ने इसे और पुष्ट भी किया है।
इसके अलावा कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को नाराज किया है लेकिन इसकी आंच सरकार पर नहीं आई। पीएम मोदी की तर्ज पर सत्ता पर पूरा कंट्रोल रखने वाले सीएम नीतीश बीजेपी के बढ़ती हस्तक्षेप से नाराज औऱ परेशान भी हैं। उनके बयानों से ये साफ तौर पर झलकता भी है। बीजेपी नीतीश के कई मांगों को ठुकरा चुकी है। जिनमें विशेष राज्य का दर्जा से लेकर जाति आधारित जनगणना तक की मांग शामिल है। ऐसे में भविष्य में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) क्या रूख अपनाएंगे कहना मुश्किल है। बीते दिनों सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से उनकी मुलाकात ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं।
बीजेपी के लिए बिहार एक मुश्किल टास्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दो दफे बिहार में एकतरफा लोकसभा चुनाव जीत बीजेपी को जीता चुके हैं। लेकिन अब तक वो ऐसा करिश्मा विधानसभा चुनाव में नहीं कर सके हैं। हिंदी पट्टी में बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां भाजपा का आजतक कोई मुख्यमंत्री नहीं बन पाया है। बिहार में आज सत्ताधारी एनडीए में सबसे बड़ा घटक दल होने के बावजूद पार्टी अपना सीएम नहीं बनवा सकी है। जिसका मलाल उसे हमेशा रहा है। राजनीतिक टिप्पणीकार यूपी में बीजेपी के प्रदर्शन को पहले से ही बिहार की राजनीति के लिए अहम मान रहे थे। ऐसे में यूपी में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली बीजेपी आने वाले समय में बिहार में क्या सियासी रूख अपनाती देखना महत्वपूर्ण होगा। इन्हीं कुछ प्रमुख वजहों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल बिहार भाजपा के सांसदों के साथ होने वाली बैठक को अहम माना जा रहा है।
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