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PM Modi security breach : बठिंडा के SSP अजय मलूजा सहित 5 अन्य अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में बड़ी चूक मुद्दे पर बठिंडा पुलिस प्रमुख सहित छह वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
PM Modi security breach : केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में बड़ी चूक मुद्दे पर बठिंडा पुलिस (Bathinda Police) प्रमुख सहित छह वरिष्ठ अधिकारियों (Senior Officers) को कारण बताओ नोटिस (Show cause notice) जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया, कि बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय मलूजा सहित पांच अन्य अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी के 5 जनवरी 2022 को जब वो राज्य के दौरे पर थे, उस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। इन सभी को नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। बता दें, कि गृह मंत्रालय, भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों का काडर नियंत्रण प्राधिकार है।
क्या है मामला?
दरअसल, प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान बुधवार को कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा मार्ग बाधित करने की वजह से पीएम मोदी का काफिला करीब 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर फंसा रहा। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने अपना पंजाब दौरा बीच में ही छोड़ वापस लौट गए थे। गृह मंत्रालय ने इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, कि 'हां, हमने बठिंडा के एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा में 'गंभीर चूक' पर जवाब मांगा गया है। बता दें, कि अजय मलूजा वर्तमान में बठिंडा के एसएसपी (SSP) हैं।
5 अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
इसी मुद्दे पर एक अन्य अधिकारी का कहना है, कि 'पंजाब पुलिस के कम से कम पांच अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये सभी प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान ड्यूटी पर थे। हालांकि, अन्य अधिकारियों की पहचान का अभी खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन, अनुमान लगाया जा रहा है कि वे एसएसपी, डीआईजी और उससे ऊपर रैंक के पुलिस अधिकारी हैं।
..आपके खिलाफ क्यों न हो कार्रवाई?
गृह मंत्रालय द्वारा भेजे गए कारण बताओ नोटिस के माध्यम से अधिकारियों से पूछा गया है, कि अमानत में खयानत के कृत्यों के लिए उनके खिलाफ अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन और अपील), नियम, 1969 में निर्धारित अनुशासनात्मक कार्यवाही सहित कानून के तहत कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए? गौरतलब है, कि उक्त नियमों के तहत सजा में दोषी पाए जाने पर निलंबन, अनिवार्य सेवानिवृत्ति, निंदा और पदोन्नति रोकना शामिल आदि है। हालांकि, इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पूरी जांच के बाद ही की जाएगी।
जांच समिति में कौन-कौन?
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में 'बड़ी चूक' की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसका समिति का नेतृत्व सचिव (सुरक्षा), कैबिनेट सचिवालय सुधीर कुमार सक्सेना कर रहे हैं। इसके दो अन्य सदस्यों में गुप्तचर ब्यूरो के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह तथा विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के आईजी एस सुरेश शामिल हैं। केंद्र ने समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है।