TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

देश में जनसंख्या मुसीबत तो मिजोरम में ज्यादा बच्चे पैदा करने पर इनाम, जानें- क्या है वजह

भारत में परिवार नियोजन पर कानून बनाने की मांग काफी समय से होती आ रही है। सबको पता है और सबको महसूस हो रहा है कि जनसंख्या की वजह से संसाधन, खाद्य पदार्थ, योजनायें और पर्यावरण समेत कई चुनौतिया मुंह बाएं खड़ी हैं।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 22 Jun 2021 1:12 PM IST
देश में जनसंख्या मुसीबत तो मिजोरम में ज्यादा बच्चे पैदा करने पर इनाम, जानें- क्या है वजह
X

कॉसेप्ट फोटो, 

देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, अगर इसे नहीं रोका गया तो आने वाले दिनों में सभी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। बढ़ती आबादी सिर्फ भारत ही नहीं पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय है। जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़ा देश चीन और दूसरा स्थान भारत है। चीन ने अपने यहां जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कठोर फैसले लेता है। चीन में लंबे समय तक एक बच्चे की पॉलिसी लागू रही। कई सालों बाद अब वहां तीन बच्चा पैदा करने की छूट लोगों को दे दी गई है।

भारत में परिवार नियोजन पर कानून बनाने की मांग काफी समय से होती आ रही है। सबको पता है और सबको महसूस हो रहा है कि जनसंख्या की वजह से संसाधन, खाद्य पदार्थ, योजनायें और पर्यावरण समेत कई चुनौतिया मुंह बाएं खड़ी हैं। कई देशों के लोगों ने बढ़ती जनसंख्या के खतरे को भाफते हुए परिवार नियोजन करना शुरू कर दिया है लेकिन भारत में मानो कॉम्पटीशन चल रहा है। अगर इसपर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले दिनों में गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है। मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्य जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने पर पहल कर चुके हैं कुछ राज्य कानून बनाने की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं भारत का ही एक ऐसा राज्य है, जहां के मंत्री ज्यादा बच्चा पैदा करने पर ईनाम देने की घोषणा की है।

मिजोरम के मंत्री ने क्या कहा?

मिजोरम के एक मंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक बच्चों वाले माता-पिता के लिए एक लाख रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। उनके इस कदम का उद्देश्य कम जनसंख्या वाले मिजो समुदायों को जनसंख्या वृद्धि को लिए प्रोत्साहित करना है। हालांकि, खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रोयते ने बच्चों की न्यूनतम संख्या का जिक्र नहीं किया। यह घोषणा ऐसे वक्त में की गई है, जब देश के कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन कर रहे हैं। रविवार को फादर्स डे के अवसर पर मंत्री ने घोषणा की कि वह अपने आइजोल पूर्वी-2 विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक संतान वाले पुरूष या महिला को एक लाख रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि देंगे।

उन्होंने सोमवार को एक बयान में कहा कि ज्यादा बच्चों वाले माता-पिता को एक प्रमाण पत्र और ट्रॉफी दी जाएगी। इसके साथ उन्होंने बताया कि मिलने वाली प्रोत्साहन राशी का भार मंत्री के बेटे की एक कंस्ट्रक्शन वाली कंपनी उठाएगी। मंत्री ने कहा है कि मिजो समुदाय में जनसंख्या वृद्धि की कम दर गंभीर चिंता का विषय है। आपको बता दें कि मिजोरम में कई जनजातियां रहती हैं। अरूणाचल प्रदेश के बाद मिजोरम का घनत्व सबसे कम है। वहीं मिजोरम के पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में घोषणा की थी उनकी सरकार क्रमिक रूप से दो बच्चों की नीति लागू करेगी।

यूपी में जल्द लागू होगा कानून

वहीं जनसंख्या के लिहाज से देश की सर्वाधिक आबादी वाले सूबे उत्तर प्रदेश में अब दो से अधिक बच्चे वाले अभिभावकों की मुश्किलें बढऩे वाली हैं। राज्य विधि आयोग ने प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया है। आयोग, फिलहाल राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों में लागू कानूनों के साथ सामाजिक परिस्थितियों व अन्य बिंदुओं पर अध्ययन कर रहा है। जल्द वह अपना प्रतिवेदन तैयार कर राज्य सरकार को सौंपेगा।

भारत की आबादी

वर्ष 2021 आधा साल बीतने को आ गया है। लेकिन अभी तक देश में जनगणना का काम धरातल पर शुरू नहीं हो सका है। जनगणना के बाद ही देश की जनसंख्या की सटीक स्थिति सामने आती है। वर्तमान दौर में भारत की आबादी के संदर्भ में बात की जाए तो बिना किसी जनगणना के सटीक जनसंख्या का पता लगाना बेहद मुश्किल है। जनसंख्या वृद्धि दर संबंधी आंकड़ों पर नजर रखने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के अनुसार 2021 में भारत की जनसंख्या लगभग 139 करोड़ हो चुकी है।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या के रिपोर्ट के अनुसार 2010 से 2019 के बीच भारत की आबादी की कुल वार्षिक वृद्धि दर 1.2 से बढ़कर 1.36 हुई है, जो की चीन की वार्षिक वृद्धि दर के मुकाबले दोगुनी है। इसके अनुसार, 2020 में भारत की आबादी लगभग 138 करोड़ होती है। हालांकि, 141 करोड़ आबादी के साथ चीन दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। ऐसा इसलिए है कि हमें 2021 की वास्तविक जनसंख्या का पता ही नहीं है। गौरतलब है कि देश में आखिरी बार जनगणना 2011 में हुई थी। इस जनगणना को एक दशक पूरा हो चुका है। इस एक दशक में देश में बहुत कुछ बदल गया है। 2011 की जनगणना के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, भारत की आबादी 1.21 अरब यानी 121 करोड़ है। यह जनसंख्या अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैस देशों की कुल आबादी से भी अधिक है।

2027 तक भारत होगा नंबर वन

बढ़ती आबादी का यही आलम रहा तो भारत अगले कुछ बरसों में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। भारत सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन से आगे बढ़ जाएगा। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि भारत में इस समय सबसे ज्यादा युवा हैं जो अगले कुछ वर्ष में बच्चे पैदा करने की स्थिति में पहुंच जाएंगे। भारत के अलावा सबसे तेजी से आबादी बढ़ाने वाला देश नाइजीरिया भी कुछ ऐसी ही स्थिति से गुजरने वाला है।

यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोपेक्ट्स 2019 की रिपोर्ट के अनुसार कुछ ऐसी बनेगी स्थिति:-

2 अरब जनसंख्या बढ़ जाएगी विश्व की सन 2050 तक

7.7 अरब है विश्व का आबादी वर्तमान समय में

9.7 होगी दुनिया की जनसंख्या सन 2050 तक

27.3 करोड़ और बढ़ जाएगी भारत की 2050 तक आबादी

भारत की जनगणना 2021: जनसंख्या के अनुसार भारत के बड़े राज्य

क्र.सं राज्य का नाम जनसंख्या

1 उत्तर प्रदेश 19.98 करोड़+

2 महाराष्ट्र 11.23 करोड़+

3 बिहार 10.40 करोड़+

4 पश्चिम बंगाल 9.12 करोड़+

5 मध्यप्रदेश 7.26 करोड़+

6 तमिलनाडु 7.21 करोड़+

7 राजस्थान 6.85 करोड़+

8 कर्नाटक 6.10 करोड़+

9 गुजरात 6.04 करोड़+

10 आंध्र प्रदेश 4.95 करोड़+

11 ओड़िशा 4.19 करोड़+

12 तेलंगाना 3.50 करोड़+

13 केरल 3.34 करोड़+

14 झारखंड 3.29 करोड़+

15 असम 3.12 करोड़+

16 पंजाब 2.70 करोड़+

17 छत्तीसगढ़ 2.55 करोड़+

18 हरियाणा 2.53 करोड़+

19 दिल्ली (यूटी) 1.67 करोड़+

20 जम्मू-कश्मीर (यूटी) 1.22 करोड़+

21 उत्तराखंड 1 करोड़+

22 हिमाचल प्रदेश 68.64 लाख+

23 त्रिपुरा 36.73 लाख+

24 मेघालय 29.66 लाख+

25 मणिपुर 28.55 लाख+

26 नगालैंड 19.78 लाख+

27 गोवा 14.58 लाख+

28 अरुणाचल प्रदेश 13.83 लाख+

29 पुडुचेरी (यूटी) 12.47 लाख+

30 मिजोरम 10.97 लाख+

31 चंडीगढ़ (यूटी) 10.97 लाख+

32 सिक्किम 6.10 लाख+

33 दादरा एवं नगर हवेली (यूटी) 5.86 लाख+

34 अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (यूटी) 3.80 लाख+

35 लद्दाख (यूटी) 2.74 लाख+

36 दमन तथा दीव (यूटी) 2.42 लाख+

37 लक्षद्वीप (यूटी) 64 हजार+



\
Rahul Singh Rajpoot

Rahul Singh Rajpoot

Next Story