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Punjab ka Naya CM: चरनजीत सिंह चन्नी कल सुबह 11 बजे लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, पार्टी ने दलित चेहरे पर खेला दांव
पंजाब में अगले मुख्यमंत्री के रूप में सुखजिंदर सिंह रंधावा के नाम पर सहमति बन गई है।
नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री चयन को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। कांग्रेस विधायक दल की कल शाम पांच बजे हुई बैठक में चरनजीत सिंह चन्नी को अपना नेता चुना है। विधायकों का समर्थन पत्र चन्नी ने राज्यपाल को सौंप दिया है। इसके बाद राज्यपाल ने शपथ ग्रहण के लिए कल दिन में 11 बजे का समय दिया है। चन्नी ने कहा है कि कल शपथ ग्रहण के बाद वह मीडिया से बात करेंगे।
इससे पहले बताया गया था कि सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम पंजाब कांग्रेस ने अप्रूव करके पार्टी हाईकमान को भेजा था लेकिन पार्टी हाईकमान ने इस फैसले को पलटते हुए चरनजीत सिंह चन्नी के नाम का एलान कर दिया है। अब उनका मुख्यमंत्री बनना तय हो गया है।
इससे पहले दिल्ली में सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका के बीच चल रही बैठक में एक नया नाम चरनजीत सिंह चन्नी का नाम सामने आने की बात कही गयी थी। चरणजीत सिंह चन्नी दलितों का प्रतिनिधित्व करते हैं, चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और 2012 के चुनावों में वे अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 3659 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए थे। फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का इस पर रिएक्शन नहीं आया हैं। चन्नी नेता विपक्ष रह चुके हैं। मुख्यमंत्री पद की रेस में रंधावा भी थे। रंधावा ने कहा है कि कांग्रेस आलाकमान का जो भी फैसला आएगा हम मानेंगे। अमरिंदर सिंह ने भी चन्नी को बधाई दी है। राहुल गांधी ने भी चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है।
इससे पूर्व रंधावा ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। अभी चन्नी राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं। इससे पहले पंजाब कांग्रेस की तरफ से पार्टी हाई कमान को मुख्यमंत्री के लिए सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) का नाम भेजा गया था। इसी के साथ उनका मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा था। लेकिन राहुल गांधी, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और प्रियंका गांधी के बीच हुई बैठक में पंजाब मेें आगामी चुनाव को देखते हुए चरनजीत सिंह चन्नी के चेहरे पर दांव खेलने का फैसला हुआ।
सूत्रों की मानें तो पंजाब में दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाने हैं। इसमें अरुणा चौधरी (Aruna Chowdhary) और भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात कही जा रही है। इससे पूर्व कांग्रेस हाई कमान को मुख्यमंत्री के लिए नाम भेजे जाने के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) के घर पर विधायकों और कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा लग गया है। उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। अब चरनजीत सिंह चन्नी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बता दें कि कभी अमरिंदर के करीबी रहे 62 वर्षीय सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत की अगुआई कर रहे थे। अमरिंदर जब 2007 और 2017 के बीच सत्ता से बाहर थे, तो रंधावा मजबूती से उनके साथ खड़े थे और मुख्यमंत्री और पार्टी आलाकमान के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बने हुए थे। 2017 में अमरिंदर जब मुख्यमंत्री बने तो रंधावा को अपने कैबिनेट में साल भर तक जगह नहीं दी। अमरिंदर ने 2018 में उन्हें जेल और सहकारिता विभाग का प्रभार दिया। यह रंधावा को कुछ खास पसंद नहीं आया। इसके बाद रंधावा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसलिए ऐसा माना जा रहा था कि उनके इस मोर्चे के इनाम के रूप में पंजाब सरकार की कमान उन्हें दी जा सकती है। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह इस समय पंजाब कांग्रेस में हाशिए पर चले गए हैं। लेकिन पार्टी हाई कमान ने दलित चेहरे को पंजाब की कमान सौंपने का फैसला करके सबको चौंका दिया है।