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रघुराम राजन ने किया आगाह- देश की 'अल्पसंख्यक विरोधी' छवि बनी, तो भारतीय कंपनियों को होगा नुकसान
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अपने हालिया बयान में कहा, 'भारत की अल्पसंख्यक विरोधी छवि बनने के चलते विदेशी सरकारें देश पर भरोसा करने में हिचकिचा सकती हैं।
Raghuram Rajan News : देश में हाल के दिनों में बढ़े सांप्रदायिक तनावों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) का ताजा बयान आया है। दरअसल, गुरुवार को अपने दिए बयान में उन्होंने देश को आगाह करते हुए कहा, कि 'दुनिया में देश की बन रही 'अल्पसंख्यक विरोधी' छवि भारतीय उत्पादों के लिए बाजार को नुकसान पहुंचा सकती है।'
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अपने हालिया बयान में कहा, 'भारत की अल्पसंख्यक विरोधी छवि बनने के चलते विदेशी सरकारें देश पर भरोसा करने में हिचकिचा सकती हैं। ये भी संभव है कि निवेशक (Investor) आपको एक विश्वसनीय भागीदार (Reliable Partner) के रूप में न देखें। उल्लेखनीय है कि, रघुराम राजन की इस टिप्पणी से एक दिन पूर्व ही दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में सांप्रदायिक हिंसा के बाद अतिक्रमण विरोधी बुलडोजर अभियान चलाया गया था। जिसके तहत एक मस्जिद के सामने के कई अस्थायी ढांचे को तोड़ा गया।
लोकतंत्र हमेशा आसान नहीं, रूस-चीन उदाहरण
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने ये बातें एक समाचार संस्था के साथ की। बातचीत रघुराम राजन बोले, 'लोकतंत्र (Democracy) हमेशा आसान नहीं होता। इसे नेविगेशन (Navigation) की आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा, कि लोकतंत्र में समय-समय पर सभी पक्षों से बातचीत करने और जरूरत पड़ने पर बदलाव आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए राजन ने रूस और चीन का उदाहरण दिया। RBI के पूर्व गवर्नर ने कहा, 'इन देशों में चेक और बैलेंस (check and balance) नहीं होने के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है।'
यह एक बुरी तस्वीर पेश करता है
भारत के अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा, 'अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार दुनियाभर में एक बुरी तस्वीर प्रदर्शित करता है। संभव है कि निवेशक आपको एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में न देखे।'