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Ram Nath Kovind Biography In Hindi: राष्ट्रपति को जन्मदिन की बधाई, जानें इनके बारें में सबकुछ यहां

Ram Nath Kovind Biography In Hindi: आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंदक का जन्मदिन है। चलिए जानते हैं उनके बायोग्राफी के बारे में...

Ramkrishna Vajpei
Written By Ramkrishna VajpeiPublished By Chitra Singh
Published on: 1 Oct 2021 8:43 AM IST
Ram Nath Kovind Biography
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राम नाथ कोविंद (डिजाइन फोटो- @SmrutiPattnaik6 Twitter)

Ram Nath Kovind Biography In Hindi: देश का शायद ही कोई ऐसा नागरिक होगा जो इनके नाम से परिचित न हो। ये देश के संवैधानिक प्रमुख और प्रथम नागरिक हैं। 2017 से देश के राष्ट्रपति हैं। कोविंद (Ram Nath Kovind) उत्तर प्रदेश से राष्ट्रपति पद की कुर्सी तक पहुंचने वाले पहले व्यक्ति हैं। इससे पहले वह 2015 से 2017 तक वह बिहार के 26वें राज्यपाल (Bihar Governor) के रूप में भी रह चुके हैं। इसके अलावा रामनाथ कोविंद का लंबा राजनीतिक करियर भी रहा है । वह 1994 से 2006 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं। कोविंद एक श्रेष्ठ अधिवक्ता भी हैं। उन्होंने 16 साल दिल्ली हाईकोर्ट और 1993 तक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है।

कौन हैं रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind Kaun Hai)

राम नाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के परौंख गांव में मैकू लाल और कलावती के घर में हुआ था। वह पांच भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता एक दुकान चलाते थे । वह एक किसान होने के साथ ही स्थानीय वैद्य के रूप में भी काम करते थे। कोविंद का जन्म एक टूटी फूटी झोपड़ी में हुआ था। वह जब पांच साल के थे, उनकी मां का निधन हो गया। कोविंद कोरी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। जो कि अनुसूचित जाति में आते हैं। रामनाथ कोविंद ने वाणिज्य में स्नातक और विधि स्नातक की पढ़ाई कानपुर के डीएवी कालेज से की है।

रामनाथ कोविंद (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

सिविल सर्विस एग्जाम पास कर चुके हैं कोविंद

आप लोगों को जानकर आश्चर्य होगा कि रामनाथ कोविंद सिविल सर्विसेज एग्जाम पास कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने एक अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस करना इससे बेहतर समझा। वह प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सहायक भी रहे हैं। इस दौरान भी समाज के कमजोर तबकों के प्रति उनका रुझान रहा और उनकी निशुल्क विधिक सहायता करते रहे।

राजनीति में प्रवेश (Political Career)

कोविंद ने 1991 में भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। 1998 से 2002 तक वह भाजपा दलित मोर्चा और अखिल भारतीय कोली समाज के अध्यक्ष रहे।

राजनीति में प्रवेश करने के बाद कोविंद की राह आसान नहीं रही। हालांकि वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद जब पहली बार वह घाटमपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े तो हार गए थे। इसके बाद उन्होंने विधानसभा क्षेत्र बदला भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़े । लेकिन किस्मत ने इस बार भ साथ नहीं दिया और वह हार गए।

रामनाथ कोविंद (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

निजी जीवन (Ram Nath Kovind Jeevan Parichay In Hindi)

रामनाथ कोविंद की शादी 30 मई, 1974 को सविता से हुई। इनके दो बच्चे हैं बेटा प्रशांत कुमार और बेटी स्वाति। स्वाति एयर इंडिया में एयर होस्टेस है। आपको बता दें कोविंद एक अधिवक्ता के रूप में बार काउंसिल दिल्ली में 1971 में रजिस्टर हुए थे। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाईकोर्ट में भारत सरकार के काउंसिल रहे। 1978 में सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड हुए। 1980 से 1993 तक सुप्रीम कोर्ट में भारत सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल रहे।

आपको बता दें कोविंद ने आंदोलन भी किया। उसे अंजाम तक भी पहुंचाया। 1997 में केंद्र सरकार के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के श्रमिकों के हितों को प्रभावित करने वाले कुछ आदेशों के खिलाफ आपने विरोध में भाग लिया। बाद में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में संविधान में संशोधन के जरिये इन आदेशों को हटाया गया। एक सांसद के रूप में राम नाथ कोविंद थाईलैंड, नेपाल, पाकिस्तान, सिंगापुर, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका का दौरा करके वहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर चुके हैं।



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Chitra Singh

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