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Rupee Falls: कमज़ोर हुआ रुपया, एक डॉलर के मुकाबले पहली बार 77 पर पहुंचा रुपया, रिकॉर्ड कमी दर्ज
Rupee Falls: भारती की आधिकारिक मुद्रा रुपया अब अपने रिकॉर्ड सर्वाधिक निचले स्तर पर पहुंच गई है।
Rupee Falls: भारती की आधिकारिक मुद्रा रुपया अब अपने रिकॉर्ड सर्वाधिक निचले स्तर पर पहुंच गई है। रुपयाRupee slumps) ने सोमवार को जारी हुए शुरुआती कारोबार में कमी दर्ज करते हुए एक अमेरिकी डॉलर (1 dollar in rupees today) के मुकाबले ₹77.31 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया है।
भारत की आधिकारिक मुद्रा रुपया (official currency of India rupee) सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले करीब 51 पैसे गिरकर 77.31 रुपये के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुँच गई है। इससे पूर्व डॉलर के मुकाबले रुपए का निचला स्तर 7 मार्च 2022 के कारोबार के दौरान दर्ज किया गया था, जो कि एक डॉलर के मुकाबले 76.98 रुपया था। आज यह रिकॉर्ड टूट गया गया त
तथा रुपए और अधिक कमज़ोरी दर्ज करते हुए प्रति डॉलर के मुकाबले (1 dollar in rupees today) 77 के आंकड़े को पार करते हुए 77.31 पहुंच गया है। जानकारों की मानें तो बताया जा रहा है कि अभी आने वाले कुछ समय में रुपए और आदिम कमज़ोर होने के कगार पर है।
गिरावट एक चिंता का विषय
आज बाज़ार में कारोबार चालू होने के साथ ही रुपए 51 पैसे टूटकर गिरते हुए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है, वही इससे पूर्व शुक्रवार के कारोबार की बात करें तो भारतीय मुद्रा रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 55 पैसे टूटकर 76.90 पर बंद हुआ था।
भारतीय मुद्रा रुपये में अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के मूल्य में दर्ज हो रही यह गिरावट एक चिंता का विषय है तथा इसके मद्देनज़र तेजी से डॉलर के मुकाबले कमज़ोर हो रहे रुपए का असल कारण जोखिमपूर्ण संपत्तियों की बढ़ रही मांग को बताया जा रहा है तथा साथ ही एक अन्य कारण यह भी है भारतीय कंपनियों में निवेश करने वाले विदेशी निवेशक भारतीय कंपनियों के घरेलू शेयर को इकट्ठा करते जा रहे हैं। वर्तमान में जारी महंगाई के मद्देनज़र वैश्विक बाजार में आई गिरावट के चलते भी रुपए के मूल्य में गिरावट की समस्या सामने आ रही है।
बीते समय में लगातार बढ़ रही महंगाई भी एक चिंता का विषय बनी हुई है तथा साथ ही इस बढ़ रही महंगाई के चलते ही विभिन्न क्षेत्रों में गिरावट दर्ज हो रही है। यदि रुपए का मूल्य डॉलर के मुकाबले ऐसे ही गिरता रहा तो पेट्रोल-डीजल और खाने-पीने की वस्तुओं सहित अन्य की कीमत में और अधिक इजाफा हो सकता है।