×

Sanjay Raut Statement: शिवसेना का यूपीए में शामिल होने का संकेत, ममता के हमलों के बावजूद राउत ने की राहुल की प्रशंसा

Sanjay Raut Statement: शिवसेना का मानना है कि भाजपा (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के खिलाफ कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा नहीं बनाया जा सकता।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Monika
Published on: 9 Dec 2021 7:20 AM GMT (Updated on: 9 Dec 2021 7:26 AM GMT)
Mamata Banerjee-Sanjay Raut-Rahul Gandhi
X

ममता बनर्जी-संजय राउत-राहुल गांधी (फोटो : सोशल मीडिया )

Sanjay Raut Statement: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी (mamata banerjee ) के कांग्रेस (congress) पर हमलावर रुख के बावजूद शिवसेना ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) में शामिल होने का संकेत दिया है। शिवसेना नेता संजय राउत (Shiv Sena leader Sanjay Raut) का कहना है कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से यूपीए को पुनर्जीवित करने का अनुरोध किया है। राउत ने हाल ही में नई दिल्ली में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की थी। शिवसेना का मानना है कि भाजपा (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के खिलाफ कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा नहीं बनाया जा सकता।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस के बिना विपक्ष का मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटी हुई हैं। हाल में अपने मुंबई दौरे (mamata banerjee mumbai daura) के समय उन्होंने यूपीए का अस्तित्व मानने से ही इनकार कर दिया था। उन्होंने इशारों में राहुल गांधी पर भी बड़ा हमला बोला था। उनका कहना था कि यदि कोई आधा से ज्यादा समय विदेश में ही रहता हो तो उससे विपक्ष का मोर्चा बनाने की उम्मीद नहीं की जा सकती।

यूपीए को पुनर्जीवित करने का अनुरोध

शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान उनकी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। राउत के मुताबिक उन्होंने राहुल से कदम बढ़ाते हुए यूपीए को फिर से जिंदा करने का अनुरोध किया। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) कांग्रेस और एनसीपी की मदद से महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार चला रहे हैं। राउत ने संकेत किया कि यूपीए को पुनर्जीवित किए जाने पर शिवसेना भी इसमें शामिल हो सकती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में गठबंधन (gathbandhan) की सरकार बेहतर ढंग से काम कर रही है और यह भी एक मिनी यूपीए जैसा ही है। हमारा मानना है कि केंद्रीय स्तर पर भी ऐसी ही व्यवस्था की जानी चाहिए।

राउत ने कहा कि मैंने राहुल गांधी से अनुरोध किया है कि वे सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर आमंत्रित करें। शादी या किसी समारोह के मौके पर भी हमें लोगों को आमंत्रण भेजना होता है। आमंत्रण मिलने पर लोग निश्चित रूप से इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से हुई बातचीत के संबंध में मैंने पूरा ब्योरा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को दे दिया है। कांग्रेस की ओर से आमंत्रण मिलने पर शिवसेना भी यूपीए में शामिल होने पर निश्चित रूप से विचार करेगी।

राहुल के बारे में गलत धारणा बनाई

शिवसेना नेता ने कहा कि राहुल गांधी के बारे में लोगों ने जो धारणा बना ली है, वह सही नहीं है। उनकी पार्टी में कुछ कमियां जरूर हैं मगर वे इन कमियों को दूर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वे पार्टी में पैदा हुए संकट से जुड़े मुद्दों को हल करना चाहते हैं। इसलिए उनके बारे में कोई गलत राय नहीं बनाई जानी चाहिए।

राहुल गांधी से सीधी मुलाकात पर एनसीपी मुखिया शरद पवार की नाराजगी की अटकलों को राउत ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात से पहले मैंने इस संबंध में पवार साहब से भी बातचीत की थी। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन में अभी तक शरद पवार ही मुख्य वार्ताकार की भूमिका निभाते रहे हैं।

सियासी नजरिए से महत्वपूर्ण संकेत

शिवसेना के कांग्रेस के समर्थन और यूपीए में शामिल होने के संकेत को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों पार्टियों के बीच तीखे वैचारिक मतभेद रहे हैं और इसी कारण महाराष्ट्र में तीन दलों का गठबंधन होने के समय भी इस गठबंधन के भविष्य को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। शिवसेना के रुख से साफ हो गया है कि पार्टी इस गठबंधन को बचाए रखने के लिए काफी गंभीर है। पिछले दिनों ममता बनर्जी के मुंबई दौरे के समय राउत ने आदित्य ठाकरे के साथ ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला था।

दरअसल पूरी लड़ाई 2024 की सियासी जंग में भाजपा के खिलाफ विपक्ष के चेहरे को लेकर लड़ी जा रही है। ममता बनर्जी खुद को विपक्ष के चेहरे के रूप में स्थापित करने की कोशिश में जुटी हुई हैं। दूसरी ओर कांग्रेस को राहुल गांधी के अलावा कोई और विपक्षी चेहरा मंजूर नहीं है। इसी कारण ममता और कांग्रेस के बीच खींचतान का दौर शुरू हो गया है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story