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Sansad Ka Sheetkalin Satra: सरकार पर बड़ा प्रहार करने की तैयारी, महंगाई-राफेल जैसे मुद्दे होंगे विपक्ष का एजेंडा
Sansad Ka Sheetkalin Satra: शीतकालीन सत्र में लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, और राफेल का मुद्दा छाया रहेगा। इन मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्ष में सियासी जंग देखने को मिल सकती है।
Sansad Ka Sheetkalin Satra: 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) शुरू होने वाला है। इस सत्र में विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र में लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Hinsa), महंगाई (Mehngai), और राफेल (Rafael) का मुद्दा छाया रहेगा। इन मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्ष में सियासी जंग देखने को मिल सकती है। बता दें कि शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होगा, जो कि 23 दिसंबर तक चलेगा।
वहीं दूसरी ओर शीतकालीन सत्र (Sheetkalin Satra) शुरू होने से पहले कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress- TMC) विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश करेंगी। ऐसा कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सत्र के शुरू होने से करीब एक हफ्ते पहले विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क करेंगी। तो वहीं कांग्रेस भी सरकार पर निशाना साधने के लिए विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर सकती है। कांग्रेस मोदी सरकार को राफेल मुद्दे पर निशाना बनाना चाहेगी। बता दें कि राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) काफी समय से आमने सामने है।
किसान आंदोलन होगा मुख्य एजेंडा
इसके साथ ही संसद के शीतकालीन सत्र में किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का मुद्दा भी छाया रहेगा। केंद्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमला (Sarkar Par Hamla) बोल सकता है। वहीं, लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ जो हादसा हुआ उसे भी अपने मुख्य एजेंडे में शामिल करेंगे।
किसानों का बड़ा एलान (Kisan Ka Elan)
एक तरफ विपक्ष किसानों के साथ खड़ा नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी ओर आंदोलनरत किसान खुद भी सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने मंगलवार को एक बड़ी बैठक की। जिसके बाद किसान नेताओं ने एलान किया है कि आंदोलन के एक साल पूरे होने पर रोजाना 500 किसान शीतकालीन सत्र के दौरान संसद भवन तक ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) निकालेंगे।
SKM ने एलान किया है कि 40 किसानों का संगठन 26 नवंबर के बाद पूरे देश में जोर-शोर से आंदोलन चलाएगा। किसान नेताओं का कहना है कि हमें विरोध प्रदर्शन का पूरा हक है। केंद्र पर हमारी मांगों को मानने का दबाव बनाने के लिए यह रैली निकाली जाएगी। यह ट्रैक्टर मार्च शांतिपूर्ण और अनुशासनात्मक तरीके से निकाली जाएगी। बता दें किसानों के आंदोलन का 26 नवंबर को 1 साल पूरा हो जाएगा और पहली बरसी पर 500 किसान ट्रैक्टर के साथ संसद तक मार्च करेंगे और तीनों कृषि कानून के खिलाफ अपना विरोध जताएंगे।
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