×

Schools In India: साल भर में 51000 स्कूलों पर लगे ताले, प्राइवेट स्कूलों की संख्या बढ़ी

Schools In India: सरकारी स्कूलों की संख्या घटी है वहीं दूसरी ओर निजी स्कूलों की संख्या में इजाफा देखा गया है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Monika
Published on: 9 May 2022 3:58 PM IST (Updated on: 9 May 2022 6:18 PM IST)
schools will open in bihar from tomorrow after summer vacation know when schools are opening in up
X

 (फोटो: सोशल मीडिया )

Schools In India: भारत में स्कूलों की मौजूदगी को लेकर हालिया आयोजित सर्वे के तहत UDISE की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के मद्देनज़र बेहद ही चौंकाने वाले आंकड़े सामने हैं जो कि देश की डगमगाती शिक्षा व्यवस्था को भली-भांति दर्शा रहे हैं।

UDISE की रिपोर्ट की मानें तो भारत में बीते साल उससे पूर्व के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी स्कूलों (government schools) में भारी कमी आई है, सरकारी स्कूलों की संख्या घटी है वहीं दूसरी ओर निजी स्कूलों (private schools) की संख्या में इजाफा देखा गया है। सर्वे रिपोर्ट की मानें तो मात्र एक साल के भीतर करीब 51000 स्कूलों पर ताले लग चुके हैं।

वर्तमान में भारत के स्कूलों को दर्शाता यह आंकड़ा भविष्य की व्यापक चिंता को दर्शाता है। UDISE द्वारा जारी इन रिपोर्ट के माध्यम से यह साफ तौर पर सामने आया है कि साल 2018-19 की तुलना में साल 2019-20 में निजी स्कूलों की संख्या में 3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, वहीं इसी अवधि के दौरान देश में सरकारी स्कूलों की संख्या में कमी देखी गई है।

2018-19 के दौरान भारत में सरकारी स्कूल की संख्या

आपको आंकड़ों से परिचित कराते हुए बात दें कि साल 2018-19 के दौरान भारत में सरकारी स्कूल की संख्या 10,83,678 थी वहीं साल 2019-20 के दौरान यह संख्या घटकर 10,32,570 पर पहुंच गई है वहीं इसी अवधि के दौरान साल 2018-19 में जहां देश में निजि स्कूलों की संख्या 3,24,760 थी वहीं साल 2019-20 में यह संख्या बढ़कर 3,37,499 दर्ज हुई है।

सरकारी स्कूलों की संख्या में सालभर में दर्ज यह भारी गिरावट तो चिंता का विषय है ही लेकिन इसके अतिरिक्त सबसे बड़े चिंता का विषय एक साल के भीतर बन्द हुए कुल 51,00,108 स्कूल हैं। यानी साल भर में ही कुल 51 हजार से अधिक स्कूलों पर ताले लग चुके हैं।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story