×

कोरोना से सावधान: ऐसा न हो बिना इलाज दम तोड़ने लगें मरीज

भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस का यह दौर बहुत ही खतरनाक

Ramkrishna Vajpei
Written By Ramkrishna VajpeiPublished By Vidushi Mishra
Published on: 9 April 2021 6:50 AM GMT (Updated on: 9 April 2021 7:25 AM GMT)
कोरोना से सावधान: ऐसा न हो बिना इलाज दम तोड़ने लगें मरीज
X

फोटो-सोशल मीडिया

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस का यह दौर बहुत ही खतरनाक है क्योंकि इससे संक्रमित व्यक्ति बहुत जल्द लेवल-3 में चला जा रहा है। जिसके उपचार के लिए हमारे पास स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं और तमाम लोग इस वजह से उचित उपचार मिले बिना ही दम तोड़ दे रहे हैं। सरकार इसके संक्रमण को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है।

CORONA VIRUS कितना खतरनाक

कोरोना के कम्यूनिटी इनफेक्शन में यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों ने कहा है कि यदि हम अपने परिवार को इस आपदा से अगले दो हफ्ते बचाने में कामयाब हो जाते हैं तो दूसरी लहर की इस जंग को जीत सकते हैं। दुनिया के तमाम देश इसे रोकने में असफल रहे हैं हालांकि ऐसा दावा किया जा रहा है कि चीन इसको रोकने में सफल रहा है।

इस खबर को आपको पढ़वाने का मकसद डराना नहीं सचेत करना है। क्योंकि इस सच्चाई को जानकर आप समझ जाएंगे कि CORONA VIRUS कितना खतरनाक है। इससे आप यह भी समझ पाएंगे कि इटली और दुनिया के तमाम देशों में यह वायरस कितनी तेजी और भयानक तरीके से फैला है।

ये खबर Newstrack.com पर 19 मार्च 2020 को प्रकाशित मेरी खबर का परिष्कृत स्वरूप है। लेकिन हालात बदले नहीं हैं।

मैने ये खबर @JasonYanowitz के twitter अकाउंट की मैसेज श्रंखला के आधार पर लिखी थी। जिसमें उन्होंने समझाने की कोशिश की थी कि हमारा सामना किस भयानक आपदा से हुआ है।

लेकिन आज भी अगर आप अपने दोस्तों के साथ घूम रहे हैं, होटल जा रहे हैं, पार्टी कर रहे हैं और ऐसा दिखा रहे हैं जैसे ये (कोरोनावायरस) आपके लिए कोई बड़ी मुसीबत नहीं है, तो आप बहुत बड़े भ्रम के शिकार हैं..

अपने आप को संभाल लीजिये.. नीचे का सारा मैसेज एक इटालियन जैसन यानोविट्ज़ के twitter एकाउंट द्वारा पोस्ट किया गया है.. जो कुछ भी उन्होंने जैसा भी लिखा है वह दुनिया और आम आदमी के लिए आज भी एक सबक है। यानो ने एक साल पहले ये संदेश दिया था, "सारी दुनिया के लिए सन्देश, जिन्हें ये पता नहीं है कि उनका सामना किस आपदा से होने वाला है"

लापरवाही के कारण भारत में स्थिति बहुत बुरी

हालांकि आज पूरी दुनिया को पता है कि कोरोना कितना खतरनाक है.. बावजूद इसके हमारी लापरवाही के कारण भारत में स्थिति बहुत बुरी है.. मगर उन लोगों के लिए ज़्यादा बुरी है जो ये सोचते हैं कि ये उनके साथ नहीं होगा। हमे पता है कि आप कैसा सोच रहे हैं.. क्यूंकि हम भी पहले ऐसे ही सोच रहे थे..

धीरे धीरे.. देश में एक बार फिर मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हुई। और इस बार युवा अधिक चपेट में आ रहे हैं। पिछले साल कोरोना तमाम लोगों की मौतें हुईं.. मगर वो सब बूढ़े लोग थे.. धीरे धीरे कोरोना वायरस से संक्रमण का असर घटने लगा। लोगों को लगा कोरोना चला गया है। लोगों ने मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग खत्म कर दी। अपने दोस्तों यारों से मिलने लगे.. नार्मल ज़िन्दगी ढर्रे पर लौट आई।.. लोगों ने मान लिया हमे कुछ नहीं होगा।

धीरे धीरे संक्रमित लोगों का आंकडा बढ़ने लगा.. एक दिन में ही दुगने लोग संक्रमित होने लगे।.. मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है.. भारत में लोगों ने लॉकडाउन की त्रासदी झेली। लेकिन लॉकडाउन विकल्प नहीं है।

सरकार लगातार कह रही है कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। लेकिन लोग नहीं माने लोगों को लगा कोरोना चला गया। हमारी लापरवाही से कोरोना वायरस कई गुना अधिक ताकत के साथ लौटा है लेकिन अब भी लोग बाजारों में अंधाधुंध जा रहे हैं। हजारों लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर रही है। लोगों के दिमाग़ में ये बातें नहीं बैठ रही हैं कि लोगों की मौतों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। लोग उपचार के लिए इतना देर में पहुंच रहे हैं कि बचाना मुश्किल हो जा रहा है।

आज स्थिति यह है कि डॉक्टरों नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों को इसका संक्रमण हो रहा है। उनके परिवार प्रभावित हो रहे हैं। कोरोना के नये वायरस का संक्रमण युवाओं के लिए ज्यादा मारक बन गया है।

ICU में सबके लिए जगह नहीं

लेवल-3 के बहुत सारे लोगों को ICU की ज़रूरत है और अब ICU में सबके लिए जगह नहीं है.. मजबूरन लेवल-2 के अस्पतालों में डॉक्टर लेवल-3 के मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन उन्हें बचा नहीं पा रहे।

अगर अब भी हम नहीं चेते तो हालात और भयावह हो सकते हैं क्योंकि अब अस्पताल में सभी के लिए जगह नहीं बची है। अब लोग मर रहे हैं क्यूंकि अस्पतालों और ICU में जगह नहीं है..

सरकार मजबूर है इसलिए लोगों को अपने काम पर जाने दिया जा रहा है.. ज़रूरी सामान की खरीदारी करने दी जा रही है.. व्यापार खोल के रखे गए हैं..लॉकडाउन समाधान नहीं है ऐसा प्रधानमंत्री ने भी कहा है क्यूंकि अगर ऐसा किया तो सारी अर्थव्यवस्था धराशायी हो जायेगी..

बचाव यही है कि लोग अपने इलाक़े से बाहर न जाएं। यह मानकर न चलें कि उन्हें कुछ नहीं होगा..शादी ब्याह और अन्य आयोजनों में भीड़ न जुटाएं। दोस्तों के साथ बाहर न जाएं... ग्रुप में न घूमें.. थोड़ी सी सावधानी आपकी कोरोना से आपको और आपके अपनों को बचा लेगी।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story