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Covishield की कीमत तय, सीरम इंस्टीट्यूट ने किया ऐलान, जानें रेट
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने आज यानी बुधवार को कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत तय कर दी है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते कहर के बीच सरकारें वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) पर जोर दे रही हैं। फिलहाल भारत में टीकाकरण का दूसरा चरण जारी है और जल्द ही तीसरा फेज शुरू होने वाला है। इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने आज यानी बुधवार को कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield vaccine) की कीमत तय कर दी है।
कंपनी ने आज राज्य सरकारों और प्राइवेट अस्पतालों के लिए अपने नए दामों की लिस्ट जारी की है। सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि हम केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार कोविशील्ड वैक्सीन के दाम का ऐलान कर रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों को यह 600 रुपये प्रति डोज, जबकि और राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति डोज के हिसाब से दी जाएगी।
वैक्सीन निर्माताओं से सीधे खरीद सकेंगे टीका
आपको बता दें कि भारत में एक मई से कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का तीसरा फेज शुरू होने जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में नए चरण का ऐलान किया है। इस चरण में राज्य सरकारें और निजी हॉस्पिटल्स सीधे वैक्सीन निर्माताओं से टीका खरीद पाएंगे। अब तक केवल केंद्र ही वैक्सीन खरीद रही थी और राज्यों में बांट रही थी।
केंद्र सरकार ने बताया कि अभी भी 50 फीसदी वैक्सीन केंद्र सरकार को मिलेगी और अन्य 50 प्रतिशत टीका राज्य सरकारें और निजी अस्पताल सीधे वैक्सीन निर्माताओं से ले पाएंगे। बता दें कि अब तक भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट से 200 रुपये प्रति डोज के हिसाब से वैक्सीन खरीद रही थी। केंद्र सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मुफ्त में दे रही थी, जबकि प्राइवेट सेंटर्स को 250 रुपये प्रति डोज के हिसाब से टीका मिल रहा था।
विदेशी वैक्सीन के मुकाबले काफी सस्ती कीमत
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दावा है कि उनकी वैक्सीन विदेशी वैक्सीन के मुकाबले काफी सस्ती है। SII के मुताबिक, अमेरिकी वैक्सीन 1500 रुपये प्रति डोज, रूसी वैक्सीन 750 रुपये प्रति डोज और चीनी वैक्सीन 750 रुपये प्रति डोज मिल रही है।
इसकी के साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि अगले दो महीने के लिए वह बड़े स्तर पर केंद्र और राज्य सरकारों को वैक्सीन उपलब्ध कराएगा। फिर चार-पांच महीने के बाद वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ने के साथ ही रिटेल बाजार के लिए इसे खोल दिया जाएगा।