प्रणब दा की बेटी शर्मिष्ठा का राजनीति से संन्यास का एलान, कांग्रेस की सदस्य बनी रहेंगी

Sharmistha Mukherjee Ka Sannyas: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shreya
Published on: 27 Sep 2021 6:27 AM GMT
प्रणब दा की बेटी शर्मिष्ठा का राजनीति से संन्यास का एलान, कांग्रेस की सदस्य बनी रहेंगी
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अपने पिता प्रणब दा के संग शर्मिष्ठा मुखर्जी (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Sharmistha Mukherjee Ka Sannyas: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) की बेटी और कांग्रेस (Congress) की वरिष्ठ नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी (Sharmistha Mukherjee) ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। वैसे उन्होंने अभी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता (Congress Ki Sadasyata) नहीं छोड़ी है और कहा है कि वे कांग्रेस पार्टी की सदस्य बनी रहेंगी। इससे पहले प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) कांग्रेस को बड़ा झटका दे चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress- TMC) की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।

अन्य तरीकों से करेंगी अब देश सेवा

प्रणब दा की बेटी ने ट्विटर (Twitter) पर राजनीति से संन्यास (Rajniti Se Sannyas) लेने की जानकारी दी। उन्होंने एक ट्विटर यूजर की बातों का जवाब देते हुए भविष्य में राजनीतिक मैदान से पूरी तरह किनारा करने की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि मैं अब पॉलीटिशियन नहीं हूं। उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा तो जरूर की है मगर इसके साथ ही यह भी कहा है कि वह कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य बनी रहेंगी।

उनका कहना है कि देश की सेवा करने के और भी तरीके हो सकते हैं। अब मैं भविष्य में अन्य तरीकों से ही देश की सेवा जारी रखूंगी। एक अन्य यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए शर्मिष्ठा का कहना है कि उन्होंने बचपन से ही सत्ता का पर्याप्त सुख देखा है। मगर अब राजनीति का मैदान उन्हें नहीं लुभाता। वह भविष्य में शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहती हैं। ऐसे काम करना चाहती हैं, जो उनके स्वभाव के अनुकूल हो।

राजनीति के लिए खुद को पाया अनफिट

दरअसल, शर्मिष्ठा मुखर्जी की बातों से स्पष्ट है कि वे मौजूदा सियासत में खुद को पूरी तरह अनफिट पा रही हैं। उनका कहना है कि राजनीति मेरे बस की बात नहीं है। राजनीति और विशेषकर विरोध की राजनीति करने के लिए बहुत ज्यादा भूख की जरूरत होती है। मैंने महसूस किया कि मुझमें उस तरह की भूख नहीं है। इसलिए मेरे लिए राजनीति में सक्रिय बने रहना उचित नहीं होगा।

यही कारण है कि मैंने राजनीति का मैदान छोड़कर दूसरे कामों में अपनी व्यस्तता बनाए रखने का फैसला किया है। शर्मिष्ठा ने स्पष्ट किया है कि मुझे कांग्रेस पार्टी से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने अपने फैसले के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी जानकारी दे दी है। शर्मिष्ठा दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं मगर पिछले साल उन्हें पद से हटा दिया गया था।

शर्मिष्ठा मुखर्जी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)


2014 में ली थी कांग्रेस की सदस्यता

शर्मिष्ठा ने उसी साल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी जिस साल नरेंद्र मोदी कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करके देश के प्रधानमंत्री बने थे। 2014 में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में किस्मत भी आजमाई थी । मगर उस चुनाव में उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी। दिल्ली में मजबूत हो चुकी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सौरभ भारद्वाज ने उन्हें पराजित कर दिया था। इसके बाद शर्मिष्ठा ने चुनावी राजनीति से तो किनारा कर लिया । मगर वह कांग्रेस की सियासत में सक्रिय बनी हुई थीं। अब उन्होंने इससे भी दूरी बनाने का फैसला किया है।

कांग्रेस से दूर हो रहा मुखर्जी परिवार

वैसे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का परिवार (Pranab Mukherjee Family) धीरे-धीरे कांग्रेस से दूर होता जा रहा है। उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने इस साल जुलाई में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। अभिजीत मुखर्जी ने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना गया था।

अभिजीत मुखर्जी के बाद पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी की महासचिव और प्रणब मुखर्जी की साली सुव्रा घोष (Suvra Ghosh) ने भी कांग्रेस से किनारा कर लिया था। उन्होंने अगस्त महीने के दौरान टीएमसी का दामन थाम लिया था।

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Shreya

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