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सुब्रमण्यम स्वामी का दावा, नेताओं और पत्रकारों के हो रहे फोन टैपिंग

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मोदी कैबिनेट के मंत्रियों, न्यायधीशों और RSS के नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं...

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Newstrack NetworkPublished By Ragini Sinha
Published on: 18 July 2021 9:19 PM IST
subramanian swamy claimed phone taps of many politicians and journalists
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सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा नेताओं और पत्रकारों के हो रही फोन टैपिंग ( social media)

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी अपने किए हुए ट्वीट के कारण चर्चा में बने हुए हैं। उन्होंने रविवार को एक ट्वीट कर कहा कि मोदी कैबिनेट के मंत्रियों, पत्रकारों, न्यायधीशों और RSS के नेताओं के फोन टैप किए जाने की चर्चा है। इस काम के लिए इस्राइल की फर्म पिगासस को काम देने की चर्चा है। आज शाम (भारतीय समयानुसार) वॉशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन एक रिपोर्ट प्रकाशित करने वाले हैं।

2500 लोगों के टैप किए गए फोन

बताया जा रहा है कि करीब 2500 लोगों के टैप किए गए फोन कॉल्स को लेकर कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। जिन लोगों के फोन टैप हुए हैं उनमें कई मंत्री, नेता, जज और पत्रकार शामिल बताए जा रहे हैं।

वॉशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन की वेबसाइट पर इसकी पुष्टि नहीं

सुब्रमण्यम स्वामी ने आगे कहा कि, 'अगर मैं इसकी पुष्टि कर पाता हूं, तो मैं यह सूची प्रकाशित करूंगा'। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो वॉशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन की वेबसाइट पर इस तरह का कोई दावा नहीं किया गया है।

इस्राइल का पिगासस सॉफ्टवेयर जासूसी के लिए है

बता दें कि इस्राइल का पिगासस सॉफ्टवेयर जासूसी के लिए है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट में कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।

पिगासस सॉफ्टवेयर की कीमत करीब 56 करोड़

पिगासस सॉफ्टवेयर की कीमत 7-8 मिलियन डॉलर यानी करीब 56 करोड़ 56 लाख 40 हजार रुपये है। इस कीमत में सॉफ्टवेयर का एक साल के लिए लाइसेंस मिलता है। एक लाइसेंस पर आप एक साल में 500 फोन को मॉनिटर कर सकते हैं। पिगासस के जरिए एक बार में 50 मोबाइल फोन पर पल-पल नजर रखी जा सकती है।

कई मंत्रियों के पहले फोन और whatapp टैप किए गए

बताया जा रहा है की भारत में कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी और प्रह्लाद पटेल के फोन और whatapp टैप किए गए थे।

टैपिंग 2018-19 के दौरान हुई थी

इसके अलावा दत्तात्रेय होसबोले समेत कुछ RSS नेताओं, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों और सैकड़ों पत्रकारों के फौन भी टैप किए गए थे।यह टैपिंग 2018-19 के दौरान हुई थी। मामले में कई CBI, ED और IT अधिकारियों के फोन भी टैप किए गए थे।



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Ragini Sinha

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