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Syed Ali Shah Geelani Death: अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी का निधन, हैदरपोरा स्थित आवास पर ली अंतिम सांस

Syed Ali Shah Geelani Death: जम्मू कश्मीर के अलगावादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का 92 वर्ष की उम्र में बुधवार रात को श्रीनगर में निधन हो गया

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Newstrack NetworkPublished By Divyanshu Rao
Published on: 2 Sept 2021 7:52 AM IST (Updated on: 2 Sept 2021 8:39 AM IST)
Syed Ali Shah Geelani Death
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सैयद अली शाह गिलानी की तस्वीर (डिजाइन फोटो: न्यूज़ट्रैक)

Syed Ali Shah Geelani Death: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के अलगावादी नेता सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Geelani) का 92 वर्ष की उम्र में बुधवार रात को श्रीनगर में निधन हो गया। सैयद अली शाह गिलानी ने अपनी अतिंम सांस श्रीनगर के हैदरपोरा स्थित आवास पर ली।

सैयद अली गिलानी के निधन पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ट्वीट कर दु:ख जताया। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा की मैं उनकी दृढ़ता उनके विश्वासों के साथ खड़े होने के लिए उनका सम्मान करती हूं। उन्होंने आगे लिखा अल्लाहताला उन्हें जन्नत और उनके परिवार और सुभचिंतकों के प्रति संवेदना प्रदान करें।

अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का जन्म 29 सितंबर 1929 को बारामूला जिले में हुआ था। गिलानी भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में एक पाकिस्तानी समर्थक अलगाववादी नेता रहे हैं। वह जम्मू कश्मीर से तीन बार विधायक भी रहे हैं। वहीं सैयद अली शाह गिलानी जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के सदस्य भी थे। जिसके बाद उन्होंने तहरीर-ए-हुर्रियत की स्थापना की थी। बधुवार रात को उनका अपने निवास हैदरपोरा पर देहांत हो गया।

सैयद अली शाह गिलानी की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

गिलानी ने अलगाववादी समूहों के साथ काम किया

सैयद अली शाह गिलानी ने जम्मू कश्मीर में अलगावादी समर्थक दलों के समूह, ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष के तौर पर काम किया। उन्होंने साल 1972,1977 और 1987 में जम्मू कश्मीर के सोपोर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने। जिसके बाद गिलानी ने जून 2020 में हुर्रियत छोड़ दी।

गिलानी को पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया

सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से पुरस्तकृत कर चुका है। हुर्रियत के नेता सैयद अली गिलानी को यह सम्मान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ रिजवी ने था। लेकिन गिलानी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। उनके स्थान पर हुर्रियत के नेताओं उनका ये सम्मान लिया था।

सैयद अली शाह गिलानी का स्वास्थ्य काफी लंबे समय से खराब था। वहीं वह साल 2008 से अपने हैदरपारा स्थित आवास में नजरबंद थे। लेकिन वहीं कई बार उनके निधन की खबरों की अफवाहे उड़ी थी।

मिली जानकारी के मुताबित गिलानी के परिजन चाहते हैं कि उनका शव हैदरपोरा में दफनाया जाए। लेकिन अभी तय नहीं हो सकता उनको कहां पर दफनाया जाएगा।



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Divyanshu Rao

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