TRENDING TAGS :
तालिबान लड़ाके का सामने आया नागपुर कनेक्शन, जानें क्या है सच्चाई
इस समय पूरी दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर टिकी हुई है। तालिबानियों ने बंदूक की नोक पर इस देश पर कब्जा जमा लिया है।
नई दिल्ली: इस समय पूरी दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर टिकी हुई है। तालिबानियों ने बंदूक की नोक पर इस देश पर कब्जा जमा लिया है। वहीं सोशल मीडिया पर तालिबान लड़ाके की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जो अफगानिस्तान का नागरिक है, लेकिन एक सच्चाई और सामने आई है, जिसमें उसका कनेक्शन महाराष्ट्र के नागपुर से होने का बताया जा रहा है। उसे इसी साल नागपुर से अफगानिस्तान भेजा गया था। यह अफगानिस्तानी नागरिक महाराष्ट्र के नागपुर में अवैध तरीके से 10 वर्षों से रह रहा था।
एक अधिकारी के मुताबिक मुल रूप से अफगानिस्तान का रहने वाला 30 वर्षीय नूर मोहम्मद अजीज मोहम्मद पिछले 10 वर्षों से अवैध तरीके से नागपुर में रह रहा था। वह नागपुर के दिघोरी में एक किराए के मकान में रहता था। खुफिया जानकारी मिलने पर पुलिस ने उस पर नजर रखनी शुरू कर दी और 23 जून को उसे हिरासत में लेकर अफगानिस्तान वापस भेज दिया। अधिकारी ने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि अफगानिस्तान वापसी के बाद वह तालिबान में शामिल हो गया है। नागपुर में जब उसे हिरासत में लिया गया था तो पुलिस ने जांच में पाया था कि वह वर्ष 2010 में 6 महीने के टूरिस्ट वीजा पर नागपुर आया था। उसने बाद में शरणार्थी दर्जे के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार में याचिका दाखिल की थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। इसके बाद भी वह नागपुर में अवैध तरीके से रहने लगा।
इन दिनों जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है तो बंदूक पकड़े उसकी तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने काबूल पर कब्जे के बाद से अफगानिस्तान का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। यहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं। सेना तालिबान के सामने सरेंडर कर चुकी है। तालिबान यहां शरिया कानून लागू करने की तैयारी में है। वहीं देश छोड़कर भागने पर राष्ट्रपति अशरफ गनी आलोचना में आ गए हैं। जबकि उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए सफाई दी थी कि उन्होंने काबुल को खून खराबे से बचाने के लिए देश छोड़ना बेहतर समझा।