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Terrorist Attack: सोपोर में आतंकी हमला, 2 पुलिसकर्मी शहीद, कश्मीरी नागरिकों की भी मौत
Terrorist attack: आतंकियों की दहशतगर्दी फैलाने को साजिशें जारी हैं। जम्मू कश्मीर में 24 घण्टों में दो बार आतंकियों ने हमला किया है।
Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। पिछले 24 घण्टों में घाटी में अलग अलग इलाकों में आतंकी हमला (Aatanki Hamla) किया गया है। शनिवार की सुबह आतंकियों ने सोपोर में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए, वहीं दो नागरिकों की भी मौत हो गई।
दरअसल, जम्मू कश्मीर के सोपोर जिले में स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में 4 लोगों की जान चली गई, जिसमें दो पुलिसकर्मी थे। इसके अलावा एक नागरिक घायल हो गया है। वहीं पुलिस का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, सोपोर के अरंपोरा में तैनात पुलिस और सीआरपीएफ की नाका पार्टी को निशाना बनाते हुए आतंकियों ने फायरिंग कर दी थी। गोलीबारी में एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया। वहीं हमला करने के बाद आतंकी फरार हो गए। सुरक्षाबलों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेर लिया है और बड़े स्तर पर सर्च आपरेशन चला रहे हैं।
शोपियां में भी सुरक्षाबलों पर आतंकी हमला
इसके पहले घाटी के शोपियां में आतंकी हमला हुआ। यहां आतंकियों ने पुलिस और सीआरपीएफ की सयुंक्त नाका पार्टी को अपना निशाना बनाया। आतंकियों ने पार्टी पर ताबड़तोड़ गोलबारी की। हालाकिं राहत की बात ये है कि इस आतंकी हमले में किसी तरह की कोई क्षति नहीं हुई, नहीं किसी के घायल होने की कोई खबर है।
जानकारी मिली है, कि घाटी के शोपियां के लिटर अग्लर इलाके में तैनात नाका पार्टी को आतंकियों ने काफी दूर से निशाना बनाकर कई राउंड एकझटके से गोलाबारी की। जिसके बाद आतंकी फरार हो गए। जबकि हमलावरों की तलाश में फौरन ही इलाके की घेराबंदी कर अभियान शुरू किया गया है।
जम्मू के त्राल के साइमो इलाके में आतंकियों ने अपने प्लान को कामयाब करने के लिए सड़क किनारे आईईडी प्लांट कर रखी थी। भारतीय सुरक्षाबलों की नजर आईईडी प्लांट पर पड़ते ही इस रोड पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। जिसके बाद पूरे इलाके की नाकेबंदी कर बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया।
त्राल में आईईडी रखने की जानकारी मिलने के बाद बम निरोधक दस्ते ने छानबीन में ये पाया कि आईईडी का वजन पांच से सात किलो है। इस जांच के बाद दस्ते ने बम को निष्क्रिय किया। बता दें, इस रास्ते से सुरक्षाबलों के वाहन लगातार गुजरते रहते हैं। आतंकियों ने सेना के इन वाहनों को उड़ाने की साजिश रची थी, लेकिन वे अपनी नापाक हरकत में सफल नहीं हो सके।