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यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी पर बोला हमला, विदेशों में वैक्सीन भेजने पर कही यह बात
टीएमसी(Trinamool Congress) के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) चर्चा का विषय बने हुए हैं। यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) पर विदेशों में वैक्सीन निर्यात करने पर जोरदार हमला बोला है।
नई दिल्ली: देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी(Trinamool Congress) के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) चर्चा का विषय बने हुए हैं। यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) पर विदेशों में वैक्सीन निर्यात करने पर जोरदार हमला बोला है।
यशवंत सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संयुक्त राष्ट्र में एक चर्चा में भारतीय प्रतिनिधि के भाषण का एक वीडियो क्लिप ट्विटर पर शेयर किया है, जिसे सरकार की "वैक्सीन कूटनीति" के रूप में जाना जाता है।
बीते दिनों पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर चिपकाने और उनकी आलोचना करने पर दिल्ली पुलिस ने 17 लोगों की गिरफ्तारी के बाद कई विपक्षी नेताओं ने इससे जुड़े कई अपमानजनक ट्वीट्स किए हैं, जो देश में वैक्सीन की कमी पर पीएम मोदी की आलोचना करता है।
बता दें, पीएम की आलोचना करने वालों में कांग्रेस के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तृणमूल कांग्रेस के मोहुआ मोइत्रा भी हैं।
यशवंत सिन्हा का ट्वीट
ऐसे में यशवंत सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा है, "10 सेकंड का एक वीडियो मोदी को एक्सपोज करता है. @UN में भारत के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया कि भारत ने अपने लोगों को टीका लगाने की तुलना में विदेशों में अधिक टीके भेजे. मोदी अब वास्तव में एक विश्व नेता हैं भले भारतीय नरक में जाएं."
बता दें, ये वीडियो क्लिप मार्च में आयोजित UNGA की अनौपचारिक बैठक में "india at UN, NY" के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट से लिया गया है। इसमें भारत COVID-19 वैक्सीन के लिए समान वैश्विक पहुंच पर राजनीतिक घोषणा के आरंभकर्ताओं में से एक पक्ष के रूप में इस बैठक में भाग ले रहा था।
शेयर हुए इस वीडियो क्लिप में, भारतीय प्रतिनिधि नागराज नायडू, जो भारत के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में उप स्थायी प्रतिनिधि हैं, वैक्सीन के क्षेत्र में भारत के योगदान के बारे में बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस क्लिप में उन्हें यह कहते हुए देखा जा सकता है, "वैज्ञानिक समुदाय टीकों के साथ आने के बाद, "अब हम कोविड 19 टीकों की उपलब्धता, पहुंच, सामर्थ्य और वितरण सुनिश्चित करने के लिए सामना कर रहे हैं।"
इस वीडियो क्लिप में नायडू ने वैक्सीन की उपलब्धता में समानता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो इससे गरीब देशों पर गहरा असर पड़ेगा।" साथ ही उन्होंने कहा, "भारत अगले छह महीनों में न केवल अपने स्वयं के 300 मिलियन फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का टीकाकरण करेगा, बल्कि इस प्रक्रिया में 70 से अधिक देशों को भी टीकों की आपूर्ति की है। वहीं आज की स्थिति में, हमने अपने लोगों को वैक्सीन देने की तुलना में विश्व स्तर पर अधिक टीकों की आपूर्ति की है।"