TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Twitter ने अब RSS प्रमुख मोहन भागवत के अकांउट का ब्लू टिक हटाया, क्या है वजह

ट्विटर ने एक और बड़ा एक्शन लेते हुए इस बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है और उसे अनवेरिफाइड कर दिया है।

Network
Newstrack NetworkPublished By Shashi kant gautam
Published on: 5 Jun 2021 1:01 PM IST
blue tick from the Twitter account of RSS chief Mohan Bhagwat
X

ट्विटर का एक्शन: RSS प्रमुख मोहन भागवत-डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया 

नई दिल्ली: कुछ समय पहले आये नए आईटी नियमों के कारण केंद्र सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर के बीच विवाद छिड़ा है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल अकाउंट से ब्लू टिक हटाने और फिर बहाल करने के तुरंत बाद ट्विटर ने एक और बड़ा एक्शन लेते हुए इस बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है और उसे अनवेरिफाइड कर दिया है।

ट्विटर द्वारा भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से वैरिफाइड ब्लू टिक वापस ले लिया तो बवाल मच गया। हालांकि थोड़ी ही देर बाद ट्विटर ने उनके अकाउंट को दोबारा वैरिफाई कर दिया। मगर अब संघ प्रमुख के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने पर हंगामा मच सकता है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ट्विटर अकाउंट

नायडू का एकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था- ट्विटर

दरअसल, ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटाया और बाद में इसे बहाल कर दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अल्गोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है। उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी।

ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया

अधिकारियों ने बताया कि अकाउंट से ब्लू टिक हटने के बारे में शनिवार सुबह पता चलने के बाद ट्विटर से संपर्क किया गया और इसके बाद ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया। ट्विटर ने कहा कि यह अकाउंट जुलाई 2020 से निष्क्रिय था और अब उसे सत्यापित करने वाले ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया है। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story