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Union Budget 2022 : निर्मला के बजट पर ममता का ट्वीट-'यह पेगासस स्पिन बजट', देखें राहुल, माया, अखिलेश क्या बोले?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज देश का आम बजट पेश किया। बजट (Budget 2022) में टैक्स स्लैब (Tax Slab) में कोई बदलाव नहीं होने से मिडिल क्लास मायूस है।
Union Budget 2022 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज देश का आम बजट पेश किया। बजट (Budget 2022) में टैक्स स्लैब (Tax Slab) में कोई बदलाव नहीं होने से मिडिल क्लास मायूस है। इस वर्ग को उम्मीद थी कि उसके लिए बजट में कुछ तो आकर्षक होगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर भी 30 प्रतिशत टैक्स लगा दिया गया है।
निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान जरूर कहा, कि 'इस बजट से अगले 25 सालों की बुनियाद रखी जाएगी। इस बजट में 60 लाख नौकरियों और घर का वादा जरूर किया गया है मगर, विपक्ष इसकी आलोचना का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। दरअसल, बजट दस्तावेज के अनुसार, सरकार की 1 रुपए की कमाई में 35 पैसा उधार का है। जबकि, उसका 20 पैसा ब्याज का भुगतान करने में चला जाता है। सरकार की कमाई में 15 पैसा आम आदमी के इनकम टैक्स का होता है। लेकिन, बजट में उस आम आदमी को ही कोई राहत नहीं मिली है। जिसके बाद अब विपक्ष हमलावर है।
नौकरीपेशा वर्ग के लिए कुछ नहीं
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने इस बजट को बजट पर ट्वीट में लिखा, इसमें नौकरीपेशा वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है। बजट में आम लोगों के लिए कुछ भी नया नहीं है।
ममता बोलीं- पेगासस स्पिन बजट
आज पेश आम बजट पर निराशा जाहिर करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'बेरोजगारी और महंगाई से कुचले जा रहे आम लोगों के लिए बजट शून्य है। सरकार बड़े शब्दों में खो गई। जिसका कोई मतलब नहीं है। यह एक पेगासस स्पिन (PEGASUS SPIN) बजट है।'
मायावती ने कहा- पुराने वादों को भुला दिया
वहीं, उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने बजट पर कहा, 'संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट नए वादों के साथ जनता को लुभाने के लिए लाया गया है, जबकि गत वर्षों के वादों व पुरानी घोषणाओं आदि के अमल को भुला दिया गया है। यह कितना उचित। केन्द्र बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व किसानों की आत्महत्या जैसी गंभीर चिंताओं से मुक्त क्यों?
सपा अध्यक्ष ने बजट पर शायराना अंदाज में ट्वीट किया। लिखा, 'काम-कारोबार सब हुआ चौपट, ऐतिहासिक मंदी, लाखों की नौकरी कर गयी चट, आम जनता की आमदनी गयी घट, बेकारी-बीमारी में बैंकों में जमा निकली सारी बचत, अब लोगों की जेब काटने के लिए आया बीजेपी का एक और बजट। उत्तर प्रदेश से बीजेपी के दुखदायी युग का अंत शुरू हो रहा है।'
केरल के मुख्यमंत्री बोले- ...पूरी प्रणाली को कमजोर कर रहा
आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए, केरल के सीएम पिनराई विजयन ने कहा, कि 'इसमें कोविड महामारी के संकट के हल के लिए कुछ भी नहीं है। यह न केवल केरल के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए है।' विजयन आगे कहते हैं, 'सभी महामारी के आलोक में स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की उम्मीद कर रहे थे, जिसने भारी टोल लिया है, लेकिन बजट में जो सामने आया है वह पूरी प्रणाली को कमजोर कर रहा है। क्योंकि, बजट में इसे गंभीरता से संबोधित करने के लिए कुछ भी नहीं है। केरल के मुख्यमंत्री आगे कहते हैं, 'सभी राज्यों की मांग थी कि केंद्र से जीएसटी मुआवजे को और पांच साल के लिए बढ़ाया जाए, लेकिन इस पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है।'
ओडिशा के सीएम ने की तारीफ, मगर राज्य के लिए खुश नहीं
आज पेश हुए देश के आम बजट को लेकर जहां मोदी सरकार के मंत्री तारीफों के पुल बांध रहें हैं, वहीं ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी बजट की तारीफ की, मगर वह अपने राज्य ओडिशा के संदर्भ में बजट से असंतुष्ट नजर हैं। पटनायक ने इसे ओडिशा के लिए झटका बताया। नवीन पटनायक कहते हैं, 'कोरोना काल में पेश किए गए इस बजट के सामने काफी चुनौतियां हैं।' हालांकि, उन्होंने बजट की खूबियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा, कि 'विकास के लिए पूंजी निवेश पर जोर, विकासात्मक वित्तीय संस्थान का पुनरुद्धार, कोरोना टीका के लिए धन आवंटन, आत्मनिर्भर भारत का नजरिया, विकास की गति बढ़ाने के लिए राजकोषीय घाटे का विस्तार करने का फैसला, बजट की अच्छी बातों में से एक है।'