केंद्रीय मंत्री नकवी का अजीबोगरीब बयान, रैलियों से घबराने की जरूरत नहीं, हम कोरोना से लड़ने में सक्षम

Mukhtar Abbas Naqvi Statement: राजनीतिक रैलियों के कारण कोरोना फैलने की आशंका से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश के पास कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Monika
Published on: 5 Jan 2022 12:41 PM GMT
Mukhtar Abbas Naqvi
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मुख्तार अब्बास नकवी (photo : सोशल मीडिया ) 

Mukhtar Abbas Naqvi Statement: देश में कोरोना (coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच तमाम राज्यों में कई तरह की पाबंदियां (corona restrictions) लगाई जा चुकी हैं। राजनीतिक दलों की रैलियों में उमड़ने वाली भीड़ को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। यही कारण है कि राजनीतिक दलों ने भी अपनी रैलियों को रद्द करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। ऐसे में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अजीबोगरीब बयान (Mukhtar Abbas Naqvi Statement) दिया है।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक रैलियों (political rally radd) के कारण कोरोना फैलने की आशंका से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के पास कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन है। इसलिए देश के लोगों को राजनीतिक दलों की रैलियों से तनिक भी नहीं घबराना चाहिए।

मंत्री की मांग पर जताई प्रतिक्रिया

वे पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी (OP Soni) की मांग पर प्रतिक्रिया जता रहे थे। सोनी ने मांग की है कि पूरे देश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना के नए वैरिएंट का प्रकोप कई नए राज्यों में फैल चुका है। ऐसे में राजनीतिक दलों को भी समझदारी दिखानी चाहिए और बड़ी राजनीतिक रैलियों से परहेज करना चाहिए। उन्होंने मांग की कि अगर राजनीतिक दलों की ओर से रैलियों को रद्द नहीं किया जाता है तो इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

देश कोरोना से लड़ाई लड़ने में सक्षम

नकवी ने सोनी की इस मांग पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि राजनीतिक दलों की रैलियों से घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं जिनके बल पर हम कोरोना से लड़ाई लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश का स्वास्थ्य ढांचा काफी मजबूत है और इसके जरिए हम कोरोना का मजबूती से सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि योजना बनाने के साथ सावधानी बरतना जरूरी है मगर राजनीतिक रैलियों से कोरोना फैलने की आशंका से घबराना गलत है।

नकवी ने कहा कि बार-बार दहशत पैदा करके लोगों को डराना उचित कदम नहीं है। दहशत पैदा करके लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। हम अपनी सुविधाओं और संसाधनों के जरिए हर तरह के संकट का सामना करने में सक्षम हैं।

सूर्य नमस्कार से एलर्जी क्यों

नकवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ओर से सूर्य नमस्कार पर आपत्ति (surya namaskar par aapatti) जताए जाने पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्हें सूर्य से एलर्जी है या नमस्कार से। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार से शरीर को ऊर्जा मिलती है और इसे पूरी दुनिया भली-भांति जानती है। इस बात का जवाब आखिर वे ही लोग देख सकते हैं कि उन्हें सूर्य नमस्कार से इतनी ज्यादा एलर्जी क्यों है। उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड को फतवा जारी करने का नकली कारखाना भी बताया।

बढ़ाते कहर के बीच अजीबोगरीब बयान

वैसे नकवी का राजनीतिक रैलियों को लेकर दिया गया बयान अजीबोगरीब माना जा रहा है। कोरोना की तेज रफ्तार के बीच तमाम राज्यों की ओर से सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर भी राजनीतिक दलों की रैलियों को लेकर लोगों की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

कोरोना की बढ़ती रफ्तार के कारण कांग्रेस (congress) की ओर से बड़ी रैलियों पर रोक लगाने की घोषणा की गई है। कांग्रेस पार्टी ने प्रस्तावित मैराथन कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की लखनऊ में होने वाली रैली भी स्थगित की जा चुकी है। ऐसे में नकवी की ओर से राजनीतिक रैलियों की वकालत किए जाने के कदम को अजीबोगरीब माना जा रहा है।

Monika

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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