TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Vaikalpik Morcha: पवार ने मानी कांग्रेस की ताकत, कहा- उसके बिना नहीं बनाया जा सकता कोई वैकल्पिक मोर्चा

Vaikalpik Morcha; शरद पवार ने कहा कि अगर देश में कोई वैकल्पिक ताकत तैयार होगी तो वह कांग्रेस पार्टी के बिना संभव नहीं है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shivani
Published on: 26 Jun 2021 10:22 AM IST
Vaikalpik Morcha
X

विपक्षी दलों के नेताओं के साथ शरद पवार (फोटो सोशल मीडिया)

Vaikalpik Morcha: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया शरद पवार (Sharad Pawar) भाजपा के खिलाफ मोर्चा (Anti BJP Alliance) बनाने की बात को लेकर इन दिनों काफी सुर्खियों में है। उन्होंने पिछले दिनों राष्ट्र मंच (Rashtra Manch) के बैनर तले अपने आवास पर प्रमुख नेताओं के साथ बैठक भी की थी। बैठक में कांग्रेस (Congress) नेताओं के हिस्सा न लेने पर तमाम सवाल उठे थे और कहा जा रहा था कि पवार कांग्रेस को छोड़कर तीसरा मोर्चा (Alternative Alliance) बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

अब इस मुद्दे पर पवार ने अपना रुख पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर देश में कोई वैकल्पिक ताकत तैयार होगी तो वह कांग्रेस पार्टी के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस पार्टी को साथ लेकर ही चलेंगे और कांग्रेस को साथ लेकर ही वैकल्पिक मोर्चा बनाने की कोशिश की जाएगी।

पवार-प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की मुलाकात से फैली चर्चा

पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने हाल के दिनों में दो बार एनसीपी मुखिया शरद पवार से (Pawar-prashant Kishor Meet) मुलाकात की है। पवार के मुंबई स्थित आवास पर लंबी गुफ्तगू करने के बाद हाल में प्रशांत किशोर ने पवार के दिल्ली स्थित आवास पर भी उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद पवार ने अपने आवास पर राष्ट्र मंच के बैनर तले विपक्षी नेताओं की बड़ी बैठक बुलाई थी मगर इस बैठक में कांग्रेस नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया था।

इसी के बाद सियासी हलकों में यह खबर बड़ी तेजी से फैली कि पवार कांग्रेस को छोड़कर तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। अब इस मुद्दे पर पवार ने अपना रुख पूरी तरह साफ कर दिया है। उनका कहना है कि देश में अगर कोई वैकल्पिक ताकत खड़ी की जाएगी तो उसमें कांग्रेस को जरूर साथ रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र मंच की बैठक में किसी गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।

सामूहिक नेतृत्व के साथ बढ़ना होगा आगे

वैकल्पिक गठबंधन का चेहरा होने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर पवार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अभी तक हमने इस बात को लेकर कोई चर्चा नहीं की है, लेकिन मुझे लगता है कि वैकल्पिक गठबंधन को सामूहिक नेतृत्व के साथ ही आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि अभी हमें सबको साथ रखकर काम करना होगा और गठबंधन की मजबूती के लिए ऐसा करना जरूरी भी है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस की ओर से अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि इसे लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हर सियासी दल को अपना विस्तार करने का अधिकार है। पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए भी सियासी दलों की ओर से ऐसी बातें कही जाती हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात को लेकर कोई शिकायत नहीं है कि कांग्रेस की ओर से अपने दम पर महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है।

पवार के आवास पर जुटे थे विपक्षी नेता

पवार के आवास पर 22 जून को बुलाई गई बैठक में विपक्षी नेताओं का जमावड़ा लगा था। इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सीपीआई के नेता डी राजा, एनसीपी के नेता माजिद मेमन संजय झा, सुधींद्र कुलकर्णी, केटीएस तुलसी, घनश्याम तिवारी, नीलोत्पल बसु और गीतकार जावेद अख्तर आदि ने हिस्सा लिया था। यह बैठक राष्ट्र मंच के बैनर तले हुई थी जिसका गठन यशवंत सिन्हा ने 2018 में दिया था। बैठक को लेकर यह अटकलें लगाई जा रही थी कि तीसरे मोर्चे का गठन करने के लिए ही यह बैठक बुलाई गई है।


तीसरे मोर्चे की कवायद को बताया था गलत

बैठक के बाद एनसीपी के नेता माजिद मेमन ने कहा था कि मीडिया में इस बैठक को भाजपा के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद बताया गया मगर ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बैठक शरद पवार की ओर से नहीं बल्कि यशवंत सिन्हा की ओर से बुलाई गई थी।
उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर से पवार की मुलाकात के बाद इस बैठक को लेकर मीडिया में गलत खबर प्रसारित की गई कि यह बैठक तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद है जबकि इस तरह की खबरों में कोई भी दम नहीं है। उनका यह भी कहना था कि मैंने कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, मनीष तिवारी और विवेक तंखा आदि नेताओं को बैठक का आमंत्रण भेजा था मगर दिल्ली में न रहने के कारण इनमें से कोई भी नेता बैठक में हिस्सा नहीं ले सका।


\
Shivani

Shivani

Next Story