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हो जाए सावधान फर्जीवाड़े से, नौकरी के मामले मे बढ़ रहे ठगी के मामले

इस साल जनवरी में जानी-मानी रिक्रूटमेंट फर्म विजडम जॉब्स के सीईओ अजय कोल्ला को उनके 13 कर्मचारियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। 2009 से काम कर रही इस कंपनी ने 1.04 लाख लोगों को भारत और विदेश में नौकरी देने का झांसा देकर करीब 70 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया था।

Vidushi Mishra
Published on: 6 May 2019 8:44 AM GMT
हो जाए सावधान फर्जीवाड़े से, नौकरी के मामले मे बढ़ रहे ठगी के मामले
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मुंबई: इस साल जनवरी में जानी-मानी रिक्रूटमेंट फर्म विजडम जॉब्स के सीईओ अजय कोल्ला को उनके 13 कर्मचारियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। 2009 से काम कर रही इस कंपनी ने 1.04 लाख लोगों को भारत और विदेश में नौकरी देने का झांसा देकर करीब 70 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया था।

ऐसा ही एक मामला सितंबर 2018 में दिल्ली में सामने आया, जहां 2 करोड़ की ठगी के मामले में 7 लोगों पकड़ा गया था। इन सभी ने नौकरी की तलाश कर रहे 20 लोगों से 2-2 लाख रुपये के बदले सरकारी कंपनी ONGC में नौकरी दिलाने का वादा किया था।

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देश में बढ़ रही बेरोजगारी के चलते इस प्रकार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी के मुताबिक, भारत की बेरोजगारी दर अप्रैल 2019 में बढ़कर 7.6 प्रतिशत पर पहुंच गई जो अक्टूबर 2016 के बाद सबसे अधिक है। इंटरनेट के विस्तार होने के साथ ही जालसाजों के लिए इस प्रकार की ठगी को अंजाम देना अब काफी आसान हो गया है।

क्वेटजल ऐंड हेड हॉन्कोज के सेल्स हेड बिलाल हसन ने कहा, 'छोटे शहरों के हजारों इंजीनियरिंग कॉलेज से पास होने वाले फ्रेशर्स इन ठगों के चंगुल में आसानी से फंस जाते हैं।

इन छात्रों के अभिभावक बच्चों की पढ़ाई में 4 से5 लाख रुपये तक खर्च करते हैं और कॉलेज से निकलने के बाद इनकी इच्छा होती है बच्चे जल्द से जल्द मोटा पैसा कमाना शुरू कर दें। विदेश में और खासतौर से खाड़ी देशों में नौकरी की मांग काफी ज्यादा है।'

इसमें कोई शक नहीं कि अब दूतावास, कंपनी और जॉब पोर्टल्स अपनी वेबसाइट्स पर आवेदकों से इस प्रकार के फ्रॉड से सावधान रहने के लिए अडवाइजरी दे रहे हैं। 28 अप्रैल को कतर स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, 'कतर में बिजनस या विजिट वीजा पर नौकरी देने वाले एजेंट पर विश्वास ना करें।

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हमेशा उस एजेंट के कतर आईडी की मांग करें।' इतना ही नहीं टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज (TCS), शेल और मॉन्स्टर डॉट कॉम ने भी अपनी वेबसाइट्स पर आवेदकों के लिए चेतावनी जारी कर दी है।

नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए ये ठग अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी नौकरी की तलाश में हैं, तो आपको इस स्कैम और इससे बचने के तरीकों को समझना बहुत जरूरी है।

आइए डीटेल में जानते हैं कि इस ठगी को कैसे अंजाम दिया जाता है और इनसे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

ऐसे देते हैं ठगी को अंजाम...

फिशिंग और मेलिंग

ठगी के लिए फिशिंग और मेलिंग का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। ये ठग अलग-अलग जॉब पोर्ट्ल पर खुद को फ्रीलांस जॉब कंसल्टेंट बताते हुए उनके डेटा बेस को ऐक्सेस कर लेते हैं। इसके बाद ये नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को ईमेल भेजते हैं।

इस प्रक्रिया में अगर 5% लोग भी इनके झांसे में आते हैं तो इनके लिए यह काफी फायदे का सौदा होता है जिसमें वे अच्छी कमाई कर लेते हैं। इन ईमेल में ये ठग लोगों से सिक्यॉरिटी डिपॉजिट की मांग करते हैं। पैसा मिलते ही ये ठग गायब हो जाते हैं।

फर्जी वेबसाइट

जानी-मानी कंपनी, जॉब पोर्टल और सरकारी विभागों की नकली वेबसाइट्स आवेदकों को गुमराह करने के लिए बनाई जाती हैं। इन साइट्स पर ठग फेक जॉब पोस्ट करने के साथ टेस्ट भी लेते हैं और उसका रिजल्ट भी घोषित करते हैं।

इसके बाद वे इंटरव्यू क्लियर करने से पहले आवेदकों से पैसे चार्ज कर लेते हैं। कुछ ठग आवेदकों का विश्वास जीतने के लिए नकली ऑफिस, स्टाफ और फेस-टू-फेस इंटरव्यू करने के साथ ही अपॉइंटमेंट लेटर भी देते हैं।

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कैंपस प्लेसमेंट

खुद को जॉब-कंसल्टेंट बताते हुए ये ठग कॉलेजों से सीधे संपर्क करते हैं। यहां वे कॉलेज को इस बात का विश्वास दिलाते हैं कि वे छात्रों को अच्छी सैलरी पर टॉप की कंपनियों में नौकरी देंगे। इसके लिए ये कॉलेजों से अच्छी खासी रकम लेते हैं। ज्यादातर ऐसे ठग इंटरव्यू कराने से पहले ही भाग जाते हैं।

ठगने से बचे:

असली और ऑफिशल वेबसाइट्स पर जाएं

ज्यादातर कंपनियां नई जॉब्स के बारे में अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर जानकारी देती हैं। ऐसे में संदिग्ध ईमेल पर विश्वास करने की बजाय उस कंपनी के ऑफिशल वेबसाइट पर दिए गए करियर ऑप्शन में जाकर जॉब के बारे में चेक करें।

नौकरी पाने के लिए ना दें पैसे

कोई भी एम्प्लॉयर अपनी कंपनी में नौकरी देने के लिए कभी पैसे की डिमांड नहीं करता। अगर आपसे नौकरी के बदले पैसे की मांग की जा रही है तो आपको समझ लेना चाहिए कि यह फेक जॉब ऑफर है। इसके साथ ही संदिग्ध साइट्स पर कभी भी अपने बैंकिंग डीटेल्स को शेयर ना करें।

कंपनी में कॉल कर करें कन्फर्म

अगर आपको किसी कंपनी में नौकरी का ऑफर आता है तो आपको सबसे पहले उस कंपनी के रजिस्टर्ड लैंडलाइन नंबर पर फोन कर वेकन्सी के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।

रिसीव किए गए ईमेल को ध्यान से पढ़ें

आमतौर पर इस प्रकार के ईमेल फ्री ईमेल सर्विस से आते हैं। अगर यह मेल किसी कंपनी का होगा तो वह उसके डोमेन से ही आएगा। इसके बाद आपको जॉब लेटर के फॉर्मैट पर खास ध्यान देना चाहिए। ऐसे ईमेल में गलत स्पेसिंग और कई स्पेलिंग मिस्टेक होती हैं।

ज्यादा सैलरी देने वाले जॉब ऑफर से रहें सतर्क

अगर आपको जॉब ऑफर में 70 से 80 प्रतिशत का इंक्रीमेंट मिल रहा है तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए। इस ऑफर पर विश्वास करने से पहले अपनी इंडस्ट्री के मार्केट ट्रेंड को जान लें। अगर आपको लगता है कि आपके एक्सपीरियंस के हिसाब से ये सैलरी काफी ज्यादा है तो आपको समझ लेना चाहिए कि यह जॉब ऑफर फेक है।

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ऐसे ऑफर को स्वीकार करने से पहले इस बात को जरूर सुनिश्चित कर लें कि आपको कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाए। कई बार ये ठग लोगों को बिना इंटरव्यू के ही ऑफर लेटर दे देते हैं।

Vidushi Mishra

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