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शाहजहांपुर : हर्ष फायरिंग में गोली लगने से महिला की मौत
यूपी के शाहजहांपुर में शादी मे फायरिंग से महिला के गोली लगने से मौत हो गई। महिला चाय का कप लेकर छत पर खङी बारात देख रही थी। शादी मे अवैध असलाह से जमकर फायरिंग की जा रही थी। तमंचे से गोली निकलते ही महिला के सीने मे जा लगी।
उत्तर प्रदेश: यूपी के शाहजहांपुर में शादी मे फायरिंग से महिला के गोली लगने से मौत हो गई। महिला चाय का कप लेकर छत पर खङी बारात देख रही थी। शादी मे अवैध असलाह से जमकर फायरिंग की जा रही थी। तमंचे से गोली निकलते ही महिला के सीने मे जा लगी।
जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। खास बात ये है कि फायरिंग पर सुप्रीम कोर्ट ने पाबंदी लगा रखी है। साथ ही फायरिंग होने पर संबधित थानेदार पर कार्यवाई के भी आदेश है।
लेकिन यहां तो सीओ साहब का कहना है कि अभी साफ नही हो पाया है कि शादी मे गोली चली है या फिर कोई और कारण। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल घटना थाना बाजार के तारीन टिकली की है। रविवार की रात करीब 11 बजे यहां के रहने अभिषेक सक्सेना पुत्र दिनेश सक्सेना की बारात निकल रही थी। बारात मे सभी लोग डांस करते हुए जा रहे थे। बारात देखने के लिए सभी लोग अपने अपने घर की छतों पर खड़े होकर देख रहे थी।
इस दौरान 28 वर्षीय मोना पत्नी सूरज सक्सेना छत पर खड़ी होकर बारात देख रही थी। इस दौरान बारात मे मौजूद दो युवक अवैध असलाह से फायरिंग कर रहे थे। युवक द्वारा की गई फायरिंग से निकली गोली छत पर खङी महिला मोना के लग गई। जिससे वह खून से लथपथ जमीन पर गिर गई।
मृतक महिला के परिजनों के मुताबिक मृतक मोना की शादी दो साल पहले हुइ थी। उनका 9 माह का बेटा आर्यन है। जिस वक्त बारात निकल रही थी। तब उसका पति सूरज काम पर गया था। उनका कहना है कि बारात मे मौजूद लोग फायरिंग कर रहे थे। तमंचे से निकली गोली महिला के लगी। जिससे उसकी मौत हो गई।
सीओ सिटी महेन्द्र पाल सिंह का कहना है कि अभी साफ नही हो पाया है कि महिला की मौत हर्ष फायरिंग से ही हुइ है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की जांच की जा रही है।
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आपको बता दें कि हर्ष फायरिंग पर सुप्रीम कोर्ट पूर्ण रूप से पाबंदी लगा चुका है। साथ ही आदेश ये भी है कि जिस थाना क्षेत्र मे हर्ष फायरिंग होगी। संबधित थानाध्यक्ष उसका जिम्मेदार होगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इन सब आदेशों का पुलिस कैसे पालन कर रही है।
हद तो तब हो गई जब सीओ सिटी महेन्द्र पाल सिंह ने इंस्पेक्टर सदर बाजार किरन पाल सिंह को ये कहकर बचा लिया कि फायरिंग की बात साफ नहीं हो पाई है। यही कारण है कि फायरिंग के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी पर कोई कार्यवाई नही होती है।