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Paper Leak Case: 3 पेपर लीक, 6 राज्यों में नेटवर्क और सीबीआई की एंट्री... कौन हैं इस साजिश का मास्टरमाइंड, जानिए अब तक क्या हुआ एक्शन?

Paper Leak Case: नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार ईओयू लगातार बड़े एक्शन ले रही है।इसके अलावा यूपी की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी यूपी एसटीएफ ने भोपाल से 6 लोगों को अरेस्ट कर लिया है

Ashish Kumar Pandey
Published on: 24 Jun 2024 3:22 PM IST
Paper Leak Case: 3 पेपर लीक, 6 राज्यों में नेटवर्क और सीबीआई की एंट्री... कौन हैं इस साजिश का मास्टरमाइंड, जानिए अब तक क्या हुआ एक्शन?
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Paper Leak Case: इन दिनों देश में पेपर लीक का मामला काफी चर्चा में है। पेपर लीक और परीक्षा में धांधली का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। इससे देशभर के छात्र परेशान हैं, वो चाहे कोई भी राज्य हो, इसको लेकर छात्रों में भारी आक्रोश है। छात्र सड़कों पर उतर कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। एनटीए और सरकार के खिलाफ जमकर अपना गुस्सा भी उतार रहे हैं। वहीं इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार को जमकर घेर रहा है। जहां एक तरफ नीट और यूजीसी नेट जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) भर्ती परीक्षा को लेकर भी लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं।

पेपर लीक के मामलों के तार इन 6 राज्यों से जुड़ते दिख रहे हैं। वहीं इस बीच नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की एंट्री हो गई है। उधर, यूपी आरओ और एआरओ पेपर लीक मामले में भी धरपकड़ जारी है। तो आइए सबसे पहले जानने की कोशिश करते हैं कि किस मामले में किस तरह का एक्शन हो रहा है।


नीट पेपर लीक की गड़बड़ी कैसे आई सामने

नीट पेपर लीक मामले से पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है, छात्र जहां इसके विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है। बिहार व झारखंड में बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) और राज्य पुलिस की अलग-अलग टीमें एक के बाद एक लगातार छापेमारी कर रही हैं। अभी तक करीब अलग-अलग जगहों से 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। 23 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे।


67 छात्रों के एक साथ टॉप करने से हर कोई हैरान-

इस साल चार जून को जब नीट यूजी परीक्षा के रिजल्ट घोषित किए गए तो 67 छात्रों ने एक साथ टॉप रैंक हासिल की। 67 उम्मीदवारों ने समान 99.997129 परसेंटाइल का स्कोर किया। इससे पहले आज तक कभी भी इतनी संख्या में एक साथ इतने छात्र टॉपर नहीं रहे। सबसे अधिक 2021 में तीन छात्र टॉप पर गए थे। वहीं रिजल्ट देखने के बाद से यह सवाल खड़े हो गए कि आखिर इतने सारे बच्चों के फुल मार्क्स कैसे आ गए? रिजल्ट के कुछ घंटे बाद ही सोशल मीडिया पर भी नीट परीक्षा की शुचिता पर गंभीर सवाल उठने लगे थे। फिर यहीं से नीट परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका का शक गहराने लगा।वहीं 67 टॉपर्स में से 8एक ही एग्जाम सेंटर के थे। कई छात्रों का भी कहना था कि उनके नंबर इतने कम नहीं आ सकते हैं।


और फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला-

इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया और देश की शीर्ष अदालत में कई याचिकाएं दायर की गईं, जिस पर अब 8 जुलाई को सुनवाई होगी। एक याचिका में बड़े स्तर पर पेपर लीक की घटनाओं का हवाला देते हुए मनमाफिक परीक्षा केंद्र चुनने के लिए अपनाए जा रहे हथकंडों का भी जिक्र किया गया है। मसलन, ओडिशा, झारखंड और गुजरात जैसे राज्यों के छात्रों ने नीट परीक्षा देने के लिए गुजरात के गोधरा में एक खास सेंटर को चुना था। इन छात्रों ने नीट परीक्षा क्लियर करने और गोधरा में एक ख़ास सेंटर जय जलाराम स्कूल में अपना सेंटर चुनने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत दी थी। नीट को लेकर दाखिल चार अलग-अलग याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को नोटिस जारी किया। पीठ ने इस नोटिस का जवाब 2 हफ्ते में दाखिल करने को कहा है। इन याचिकाओं पर भी 8 जुलाई को सुनवाई मूल याचिका के साथ ही होगी।


चार राज्यों से जुड़े नीट पेपर लीक के कनेक्शन

1. बिहार में पेपर लीक और गिरफ्तारियां

नीट पेपर में धांधली की जांच के दौरान बिहार पुलिस ने जांच की तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे और इसके साथ ही पहली बार पता चला कि बिहार में पेपर लीक हुआ था। इसमें पुलिस ने सबसे पहले पेपर लीक में चार अभ्यर्थयिं समेत 13 लोगों की गिरफ्तारी की थी। नीट यूजी धांधली मामले का मुख्य आरोपी अमित आनंद है, जिसने पेपर लीक करवाया, जबकि दूसरा आरोपी सिकंदर यादवेंदु है, जिसने पेपर बेचने के लिए डील की। इसके बाद पेपर खरीदने वाले छात्र हैं, जिन्होंने 40-40 लाख रुपये में पेपर खरीदे और चौथा बड़ा आरोप प्रदीप कुमार पर है, जो तेजस्वी यादव का निजी सचिव है, जिस पर आरोपी छात्रों के लिए गेस्ट हाउस का कमरा बुक करवाने का आरोप है।


नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड

अमित आनंद नीट पेपर लीक मामले का सूत्रधार है, जो इससे पहले कई पेपर लीक में शामिल रह चुका है। ये आरोपी कबूल कर चुका है कि उसने लाखों रुपये में सिकंदर यादवेंदु से पेपर की डील की। अमित आनंद ने बताया था कि मेरी दोस्ती सिकंदर यादुवेंदु के साथ है। इससे पहले ईओयू की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पेपर लीक मामले से जुड़ी 21 जून तक सबूतों और फैक्ट के साथ-साथ आरोपियों के इकबालिया बयानों की एक रिपोर्ट सौंपी थी। वहीं, शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।


2. अब हजारीबाग कनेक्शन की बात-

नीट यूजी पेपर लीक के दायरे में बिहार के अलावा झारखंड का हजारीबाग भी आ गया है। बिहार में जहां अभी तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है तो वहीं झारखंड पुलिस ने देवघर से 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बात की आशंका है कि झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक किया गया। इकॉनोमिक ऑफेंस यूनिट (ईओडब्ल्यू) को बुकलेट बॉक्स से छेड़छाड़ के सबूत मिले। बुकलेट नंबर 6 1 3 6 4 8 8 इसी सीरीज के बुकलेट में जो पेपर थे वही लीक हुआ है और ये बुकलेट नंबर वाला बॉक्स हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को मिला था। हजारीबाग का ये स्कूल पेपर लीक के लिए कुख्यात है। इसी साल 15 मार्च को बीपीएससी परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ था और उसमें भी ओएसिस स्कूल का नाम ही सामने आया था। वहीं शक के दायरे में हजारीबाग का एक प्रोफेसर भी आ गया है। सूत्रों की मानें तो इसी प्रोफेसर ने पेपर को परीक्षा माफिया तक पहुंचाया। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की पूरी जांच अब इस प्रोफेसर के इर्द गिर्द सिमट गई है क्योंकि पेपर लीक की जड़ में यही प्रोफेसर दिख रहा है। बिहार के माफिया संजीव मुखिया को भी पेपर हजारी बाग से ही मिला। ईओयू सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक हुआ था।


3. गुजरात का गोधरा कनेक्शन

शक के दायरे में गुजरात के गोधरा में जय जलाराम स्कूल भी है। यह एक ऐसा परीक्षा केंद्र है जहां कई राज्यों के छात्र नीट परीक्षा देने आए थे। इस सेंटर के सुप्रीटेंडेंट-डिप्टी सुप्रीटेंडेंट पर छात्रों को नीट परीक्षा में चीटिंग कराने के लिए 10-10 लाख रुपये लेने का आरोप है। गोधरा पुलिस ने इस धांधली का खुलासा किया था। पुलिस ने गोधरा में नीट-यूजी के लिए एक परीक्षा केंद्र पर कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में एक कोचिंग सेंटर के प्रमुख सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।


4. महाराष्ट्र के लातूर में भी 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर

नीट पेपर लीक का मामला यहीं तक नहीं है। नीट पेपर लीक मामले का कनेक्शन महाराष्ट्र के लातूर जिले तक होने की बात का खुलासा हुआ है। इस मामले में 22 जून की रात नांदेड की एटीएस टीम ने दो शिक्षकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखाँ पठान नाम के दो शिक्षकों को एटीएस की टीम ने पूछताछ करते हुए रविवार को नोटिस देकर छोड़ दिया था। जांच के बाद रविवार रात संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखाँ पठान के साथ धराशिव जिले में रहने वाले इरन्ना मष्णाजी कोनगलवार और दिल्ली के गंगाधर इन चार आरोपियों के खिलाफ शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। जांच में जलील उमरखाँ पठान ने संजय जाधव की मोबाइल पर भेजे हुए परीक्षार्थियों के हॉल टिकट्स और आर्थिक लेनदेन के कुछ मैसेज सामने आए, अब महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में एसआईटी गठित करने का फैसला किया है।

शिक्षा मंत्रालय के फैसले के बाद अब सीबीआई की भी एंट्री-

शिक्षा मंत्रालय ने नीट यूजी परीक्षा में कथित गड़बड़ियों का मामला व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई 2024 को ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में नीट यूजी परीक्षा आयोजित की थी। सीबीआई ने मामला हाथ में लेने के बाद नीट परीक्षा धांधली केस में रविवार को पहली एफआईआर दर्ज की। परीक्षा में पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक समीक्षा की थी। इसके बाद इस मामले को व्यापक जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का फैसला किया गया। सीबीआई राज्यों में दर्ज एफआईआर को टेक ओवर करेगी। राज्यों ने जो आरोपी गिरफ्तार किए हैं उन्हें भी अपनी कस्टडी में लेगी।


यूजीसी नेट जून 2024 का एग्जाम रद्द

नीट परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने के बाद शिक्षा मंत्रालय ने 18 जून, 2024 को देश के विभिन्न शहरों में आयोजित यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को 19 जून को रद्द कर दिया था। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षा दो शिफ्ट में ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में आयोजित की थी। 19 जून, 2024 को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) को परीक्षा के संबंध में गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर की नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (एनसीटीएयू) से कुछ इनपुट प्राप्त हुए थे। ये इनपुट प्रथम दृष्टया संकेत देते हैं कि मंगलवार को आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी।


यूजीसी नेट परीक्षा भी स्थगित

नीट परीक्षा में गड़बड़ी के बीच सीएसआईआर यूजीसी नेट की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई। इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओऱ से ही कराया जाता है। ये परीक्षा 25 से 27 जून के बीच होने वाली थी। परीक्षा स्थगित करने की वजह संसाधनों की कमी बताई जा रही है। एनटीए ने परीक्षा स्थगित करने की सूचना देने के साथ ही कहा कि इस परीक्षा के आयोजन के लिए संशोधित कार्यक्रम की घोषणा बाद में आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से की जाएगी।


यूपी आरओ और एआरओ परीक्षा में दो राज्यों में एक्शन

वहीं नीट पेपर लीक को लेकर हो रहे बवाल के बीच इसी साल यूपी में फरवरी में हुई समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी के अलावा इस पेपर लीक मामले में मध्य प्रदेश कनेक्शन भी सामने आया है। यूपी एसटीएफ के अनुसार, मध्य प्रदेश की भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस में परीक्षा का पर्चा छपा था। यूपीएसटीएफ ने भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। सबसे पहले पेपर दो अलग-अलग जगह से लीक हुआ। पहला, भोपाल की उस प्रिंटिंग प्रेस से जहां से पेपर की छपाई हुई और दूसरा, प्रयागराज के उस परीक्षा केंद्र से जहां परीक्षा वाले दिन सुबह पेपर पहुंचा, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया। यूपी एसटीएफ परीक्षा केंद्र से पेपर लीक नेटवर्क में प्रयागराज के बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल के परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक विनीत यशवंत समेत 10 आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है।



Shalini Rai

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