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64 फीसदी युवा इंटरनेट से दूर, 59 फीसदी ने कभी नहीं किया Computer का इस्तेमाल

Rishi
Published on: 16 Jan 2018 4:17 PM GMT
64 फीसदी युवा इंटरनेट से दूर, 59 फीसदी ने कभी नहीं किया Computer का इस्तेमाल
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लखनऊ : हाल के वर्षों में सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति की वजह से देश में बड़ा बदलाव आया है। सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए मोबाइल एक सुलभ जरिया बन कर उभरा है। देश में 14 से 18 आयु वर्ग के युवाओं में से 73 फीसदी यूथ मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। पर युवाओं में इन्टरनेट और कम्प्यूटर का इस्तेमाल बहुत कम किया है। इनमें से 64 फीसदी ने इंटनरेट और 59 फीसदी ने कम्प्यूटर का इस्तेमाल कभी नहीं किया है। शिक्षा के स्तर की देशव्यापी पड़ताल करने वाली संस्था असर (एनुअल स्टेटस आफ एजुकेशन रिपोर्ट) की वर्ष 2017 की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। असर 2017: बियॉन्ड बेसिक्स का लोकार्पण मंगलवार को नई दिल्ली में किया गया।

लड़कों की तुलना में लड़कियों की इंटरनेट तक पहुंच बहुत कम

रिपोर्ट के मुताबिक लड़कों की तुलना में लड़कियों की कम्प्यूटर और इन्टरनेट तक पहुंच बहुत कम है। 49 फीसदी लड़कों ने इंटरनेट का उपयोग कभी नहीं किया, जबकि लड़कियों में यह अनुपात 76 फीसदी है। 14—18 आयु वर्ग के लड़के और लड़कियों के मोबाइल फोन के उपयोग में बहुत अंतर है। सिर्फ 12 फीसदी लड़कों ने मोबाइल का प्रयोेग नहीं किया। जबकि ऐसी लड़कियों की संख्या 22 फीसदी है। हालांकि डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल की तुलना में पारम्परिक मीडिया के उपयोग में लड़कों और लड़कियों के बीच अंतर कम है।

पुलिस या इंजीनियर बनना चाहते हैं लड़के, लड़कियां की प्राथमिकता टीचर या नर्स बनने की

असर 2017 ने युवाओं से उनकी शैक्षिक और व्यावसायिक आकांक्षाओ के बारे में भी पूछा। 14—18 आयु वर्ग के लगभग 60 फीसदी युवा कक्षा 12 से आगे नहीं पढ़ना चाहते हैं। उनकी व्यावसायिक आकांक्षाओं में अंतर साफ दिखाई देता है। ज्यादातर लड़के सेना, पुलिस या इंजीनियर बनना चाहते हैं, जबकि लड़कियां की प्राथमिकता टीचर व नर्स बनने की है। 40 फीसदी युवाओं के लिए उस व्यवसाय का कोई भी प्रेरणा स्रोत नहीं है जो बनने की आकांक्षा रखते हैं।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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