TRENDING TAGS :
नोटबंदी: AKTU भी हुआ कैशलेस, माइग्रेशन से लेकर डिग्री लेने में अब ऑनलाइन पेमेंट
स्टूडेंटस को माइग्रेशन, प्रोविजनल डिग्री से लेकर सारे डाॅक्यूमेंट्स के लिए अब हार्ड कैश जमा करने की कोई जरूरत नहीं होगी। यूनिवर्सिटी ने एसबीआई से हाथ मिलाकर कैशलेस सिस्टम का खाका तैयार किया है।
लखनऊ : राजधानी स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले बाद कैशलेस सिस्टम की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। अब स्टूडेंटस को माइग्रेशन, प्रोविजनल डिग्री से लेकर सारे डाॅक्यूमेंट्स के लिए अब हार्ड कैश जमा करने की कोई जरूरत नहीं होगी। यूनिवर्सिटी ने एसबीआई से हाथ मिलाकर कैशलेस सिस्टम का खाका तैयार किया है।
यह भी पढ़ें ... रंग लाई मुहिम, मध्य प्रदेश का जबलपुर बना देश का पहला कैशलेस ट्रांजेक्शन वाला स्टेशन
एकेटीयू के वीसी प्रोफेसर विनय कुमार पाठक
एसबीआई ने इंस्टॉल की दो पीओएस मशीनें
-एकेटीयू के वीसी प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि एसबीआई से दस दिन पहले कैंपस में दो पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें इंस्टॉल करने की अपील की गई थी।
-इसके बाद एसबीआई के मैनेजर दीपक कुमार के सहयोग से इन्हें इंस्टॉल किया गया है।
-पहले फेज में दोनों मशीनों को छात्र कल्याण प्रकोष्ठ कार्यालय में लगाया गया है।
-स्टूडेंटस को अपने डाॅक्यूमेंट्स निकलवाने के लिए हार्ड कैश के अलावा ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा भी मिलेगी।
यह भी पढ़ें ... ठेले पर मोबाइल बैंकिंग, चाय विक्रेता ने शुरू की कैशलेस भुगतान की सुविधा
नोटबंदी के बाद से हार्ड कैश की कमी से जूझ रहे थे बैंक
-एसबीआई के मैनेजर ने बताया कि नोटबंदी के बाद से बैंकों में एक ओर भीड़ बढ़ रही है तो दूसरी ओर कैश की भी प्रॉब्लम बनीं रहती है।
-इससे दूर दराज से आने वाले स्टूडेंटस को चालान जमा करने और डिमांड ड्राफ्ट बनवाने में काफी समय नष्ट करना पड़ता था।
-पीओएस मशीनें इंस्टॉल होने से स्टूडेंटस को काफी हद तक राहत मिलेगी।
-इसके अलावा डिजिटल इकॉनॉमी को भी बढ़ावा मिलेगा।