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अब होगी एकेटीयू के टीचर्स की परीक्षा, पास होने पर देनी होगी स्‍पेशल ट्रेनिंग

Rishi
Published on: 18 Dec 2017 4:07 PM GMT
अब होगी एकेटीयू के टीचर्स की परीक्षा, पास होने पर देनी होगी स्‍पेशल ट्रेनिंग
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लखनऊ : टेक्निकल एजूकेशन के स्‍टूडेंट्स के साथ साथ अब टीचर्स को भी एग्‍जाम देना होगा।इतना ही नहीं टीचर्स को एग्जाम पास करने के बाद स्‍टूडेंट्स को एक स्‍पेशल ट्रेनिंग भी देनी होगी।इसके लिए यूपी की टेक्निकल यूनिवर्सिटी डॉ एपीजे अब्‍दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी(एकेटीयू) ने नेशनल एसोसिएशन ऑफ साफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज(नेसकॉम) के साथ सोमवार को एक एमओयू साइन किया है। एकेटीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि एमओयू का ऑब्‍जेक्टिव इंफार्मेशन एंड टेक्‍नॉलॉजी के क्षेत्र में स्‍टूडेंट्स का स्किल डेवलपमेंट करके उनको रोजगारपरक बनाना है।

मिनिस्‍ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट करेगा निगरानी

एकेटीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड सभी टेक्निकल कालेजों में पढ़ने वाले स्‍टूडेंट्स के लिए स्किल डेवलपमेंट करने का लक्ष्‍य रखा गया था।इस‍के लिए ही ये एमओयू किया गया है। इसमें फैकल्‍टी डेवलपमेंट प्रोग्राम को रन किया जाएगा और ट्रेनिंग के बाद फैकल्‍टी का एग्‍जाम होगा। इस एग्‍जाम में पास होने वाली फैकल्‍टी को मिनिस्‍ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड इंटरप्रिन्युर्शिप (एमएसडीई) और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएसडीसी) की ज्‍वाइंट मानिटरिंग के बाद एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। ये ट्रेंड फैकल्‍टी अपने स्‍टूडेंट्स को स्‍पेशल स्कि‍ल में ट्रेंनिंग देंगी।

ये रहे मौजूद

एकेटीयू के प्रवक्‍ता आशीष मिश्रा ने बताया कि एमओयू साइन होने के समय यूनिवर्सिटी के रजिस्‍ट्रार ओपी राय और नेसकॉम की वाइस-प्रेसिडेंट डॉ. संध्या चिन्ताला मौजूद रहे। इनके अलावा यूनिवर्सिटी के फाइनेंस आफिसर भानू प्रताप सिंह, इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन के निदेशक प्रोफेसर वीरेन्द्र पाठक और डीन यूजी प्रोफेसर विनीत कंसल उपस्थित रहे|

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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