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Education policy: "बैगलेस डे" पर 10 दिन बच्चे बिना बैग के जाएंगे विद्यालय, माली,बढ़ई और कुम्हार बनेंगे बच्चों के प्रशिक्षक

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चौथी वर्षगांठ के मौके पर कक्षा 6 से 8 तक के स्कूली बच्चों के लिए “बैगलेस डे” की गाइडलाइन शुरू की है। इसके अंतर्गत बच्चों को कुछ दिन पढ़ाई का बोझ कम कर तनावमुक्त जीवन और नयी स्किल सीखने के लिए इंटर्नशिप दी जाएगी .

Garima Shukla
Written By Garima Shukla
Published on: 30 July 2024 6:28 PM IST (Updated on: 30 July 2024 6:32 PM IST)
Education policy: बैगलेस डे पर 10 दिन बच्चे बिना बैग के जाएंगे विद्यालय, माली,बढ़ई और कुम्हार बनेंगे बच्चों के प्रशिक्षक
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BAGLESS DAY POLICY:बच्चों के काँधे पर बैग के भारी बोझ को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूली बच्चों के लिए एक नयी योजना लाने की पहल की हैI केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए “बैगलेस डे” नाम की गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के अंतर्गत , वर्ष में किसी भी समय 10 दिन :बैगलेस डे" के लिए तय किये जाएंगे, इस मुहीम के तहत विद्यार्थियों को बिना स्कूल बैग के ही विद्यालय जाना होगा। इस योजना का उद्देश्य बच्चों की पढ़ाई को तनावमुक्त और आनंद पूर्वक बनाना हैI

प्रशिक्षण में माली, बढ़ईगिरी और बागवानी का सीखेंगे काम

1-बैगलेस डे के दौरान, कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक के स्कूली बच्चों को विशेष तरह की इंटर्नशिप कराई जायेगीI इसके तहत बच्चे कुम्हार माली और बढ़ई के साथ इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा। विद्यार्थी उनसे, उनके प्रोफेशन से जुड़े प्रैक्टिकल स्किल के गुण सीखेंगेI जो स्कूली बच्चों के लिए नयी एक्टिविटी तो होगी ही, काफी रोचक भी होगाI

2-प्रशिक्षण के दौरान जो वो कार्य सीखेंगे उसमें इसमें बढ़ईगिरी, बिजली का काम, धातु का काम, बागवानी, मिट्टी के बर्तन बनाना आदि शामिल हैI इससे बच्चों को कई व्यावहारिक स्किल्स सीखने और उनकी इम्पोर्टेंस को समझने का मौका मिलेगाI

जीवन जीने की कला सीखने का अनोखा अवसर

गाइडलाइन के अनुसार 10 दिन बिना बैग की पढ़ाई के पीछे का विचार बच्चों को टीचिंग-लर्निंग प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा बनाना हैI बैगलेस डे की यह अनोखी पहल विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें नए तरीके के जरिये जीवन की कला से संबंधित कौशल सीखने का अवसर प्रदान करेगी। रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना से विद्यार्थियों की मेंटल और फिजिकल हेल्थ को फिट रखने के साथ बच्चों को व्यावसायिक जीवन के लिए तैयार करने और समझने में हेल्प मिलेगीI





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Garima Shukla

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