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CCSU Campus: पुस्तक प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
CCSU Campus: प्रो. पवन कुमार ने हिन्दू धर्म के विषय में कहा कि जो सब प्राणियों में खुद को देखता है, और सभी में खुद का भाव देखता है वही हिन्दू है।
Book Exhibition Organized in Chaudhary Charan Singh University Meerut (Social Media)
CCSU Campus News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागर में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में 'भारतीय ज्ञान प्रणाली में शिक्षको का योगदान' विषय पर पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में संकायाध्यक्ष प्रो.नवीन चन्द्र लोहानी का सानिध्य प्राप्त हुआ। पैनल के अन्य सदस्यों के रूप में प्रो.बीरपाल और प्रो.राजेंद्र पाण्डेय उपस्थित रहे। विषय की प्रस्तावना रखते हुए कार्यक्रम समन्वयक प्रो.पवन कुमार शर्मा ने डा.राधाकृष्णन के जीवन के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला और राष्ट्रनिर्माण में शिक्षक की क्या भूमिका होगी यह भी बताया। उन्होने भारतीय ज्ञान परंपरा का वर्णन किया और कहा कि हमें बताया जा रहा है कि हम पश्चिम से विचार लेते है जो की पूर्णतया गलत है।
जो सभी में खुद का भाव देखता है,वही है हिन्दू - प्रो.पवन कुमार शर्मा
कुलानुशाशक प्रो.बीरपाल ने बताया कि भारत में भौतिकी की सम्पूर्ण ज्ञान पहले से ही उपलब्ध था। प्रो.नवीन चन्द्र लोहानी ने कहा कि भारतीय परंपरा से जो पुस्तके हमें मिली है उनसे हम खुद को समृद्द करें। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो संजीव शर्मा ने बताया की प्राचीन साहित्य में सब कुछ मिलता हैं। उसके पश्चात पुस्तक प्रदर्शनी प्रारंभ हुई एवं सभी विद्यार्थियों को पुस्तकों के देखने के लिए आमंत्रित किया गया। इसके पश्चात भारतीय ज्ञान परंपरा पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें प्रो.पवन कुमार शर्मा एवं प्रो संजीव कुमार शर्मा ने विद्यार्थियों द्वारा की गयी जिज्ञासाओं का समाधान किया।
उन्होंने हिन्दू, जैन, बौध धर्म का वर्णन किया। हिन्दू धर्म के विषय में उन्होंने बताया कि जो सब प्राणियों में खुद को देखता है सभी में खुद का भाव देखता है वही हिन्दू है। भारत में कभी धर्म के नाम पर कभी कोई सीमा या समय निर्धारित नहीं किया गया। प्रो.पवन शर्मा ने बताया भारत में जो भी जन्म लिया है वहीं हिन्दू है। धर्म की व्याख्या सामाजिक स्तर पर लगातार चल रही है और समानांतर चलती रहेगी।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो.राजेंद्र कुमार पाण्डेय ने किया। मंच संचालन भानु प्रताप ने किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान डॉ.जयवीर सिंह, डॉ. सुषमा रामपाल, डॉ. भूपेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. देवेन्द्र कुमार, चित्रा मलिक, पायल, रजत, दीपक, मानसी त्यागी, अनन्त कपिल, गगन सिकरवार आदि लोग उपस्थित रहे।