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कम्प्यूटर में 'O' लेवल कोर्स कर बना सकते हैं करियर, जानें महत्वपूर्ण बातें

Shivakant Shukla
Published on: 17 Aug 2018 6:13 AM GMT
कम्प्यूटर में O लेवल कोर्स कर बना सकते हैं करियर, जानें महत्वपूर्ण बातें
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) पूर्व में प्रचलित नाम DOEACC द्वारा 'ओ' लेवल सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाता है जिसकी मान्यता किसी विश्वविद्यालय द्वारा कराये गए CS डिप्लोमा के बराबर होती है। ओ लेवल कोर्स का पाठ्यक्रम 01 वर्ष का होता है जिसकी पढ़ाई प्रक्रिया सेमेस्टर सिस्टम के अनुरूप ही होती है। इस पाठ्यक्रम में सूचना प्राद्योगिकी के फाउंडेशन सिलेबस की जानकारी दी जाती है। आज हम आपको इस कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं।

क्या होता है ओ लेवल कोर्स ?

ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स NIELIT द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक डिप्लोमा कोर्स है। यह ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स में एडमिशन वर्ष में दो बार लिया जाता है, जिसका आयोजन जुलाई तथा जनवरी में किया जाता है। छात्र इंटरमीडिएट या आईटीआई का कोर्स करने के बाद इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थी A लेवल कोर्स करने के लिए पात्र हो जाता है। A लेवल कोर्स कंप्यूटर अनुप्रयोगों में एडवांस डिप्लोमा के बराबर समझा जाता है।

प्रवेश प्रक्रिया

'O' लेवल कोर्स में आवेदन करने के लिए 2 प्रक्रियाएं हैं, आप या तो किसी संस्थान जो राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के अंतर्गत रजिस्टर्ड हो, उसमें जाकर एडमिशन ले सकते हैं या फिर NIELIT की वेबसाइट nielit.gov.in पर जाकर सीधे आवेदन कर सकते हैं। ओ लेवल कोर्स करने के लिए अगर आप किसी इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेते है तो रजिस्ट्रेशन, फीस पेमेंट आदि कार्य संस्थान करवाता है, जिसके लिए वो शुल्क भी लेते हैं। संस्थान से ओ लेवल कोर्स करने पर आपको क्लासेज एवं पाठ्यक्रम के सभी पहलुओं का ध्यान इंस्टिट्यूट ही रखता है।

कोर्स फीस

अगर आप ओ लेवल कोर्स में डायरेक्ट अप्लाई करने जा रहें हैं तो अपने आप से पहले सवाल क्र ले की क्या आप ओ लेवल के पाठ्यक्रम को बिना किसी अध्यापक के मदद के समझ लेंगे। अगर आप ऐसा करने में सक्षम है तो आप ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स घर बैठकर बहुत कम फीस में, जो कि दोनों सेमेस्टरों को लगाकर लगभग 3 से 4 हजार रुपये पड़ेगी, कर सकते हैं। और यदि आप किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से इस कोर्स को करने जा रहे हैं तो इसकी फीस में कुछ बढ़ोत्तरी हो सकती है।

कोर्स सिलेबस

'O' लेवल कंप्यूटर कोर्स सिलेबस दो भागों में विभाजित है जो की विषयगत तथा प्रैक्टिकल है। ओ लेवल कोर्स के लिए आपको दो सेमेस्टर में थ्योरी विषय एवं प्रैक्टिकल से गुजरना पड़ता है। ओ लेवल कोर्स के अंतर्गत आपको प्रोजेक्ट वर्क भी करना होता है। प्रोजेक्ट वर्क के समापन से पूर्व आपको ओ लेवल सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है। ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स से सम्बंधित प्रत्येक सेमेस्टर का विषयवार पाठ्यक्रम नीचे दिया गया है।

पेपर कोड - पेपर नाम

प्रथम सेमेस्टर

M1-R4 IT Tools and Business Systems

M2-R4 Internet Technology and Web Design

द्वितीय सेमेस्टर

M3-R4 Programming and Problem Solving through ‘C’ language

M4.1-R4 Application of .NET Technology

M4.2-R4 Introduction to Multimedia

(One Paper has to be chosen from A10.1R4 & A10.2R4)

प्रैक्टिकल पेपर एंड प्रोजेक्ट

PR-1 Practical based on the theory papers of the syllabus

PJ Project Work

परीक्षा प्रणाली

'O' लेवल कोर्स की परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार कराया जाता है। आप जिस भी परीक्षा सत्र के लिए आवेदन करते हैं उस सत्र के जनवरी या फिर जुलाई के महीने में आपकी द्वितीय शनिवार से परीक्षा शुरू हो जाती है। पहले पेपर के बाद आपके बचे हुए तीनो पेपर लगातार अगले दिनों में हो जायँगे, आप एक दिन में दो पेपर देने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। आपको पेपर देने के लिए अप्लाई करते समय प्रत्येक पेपर के लिए परीक्षा फीस भी देनी होती है जिसे आप नाइलेट (NIELIT) की वेबसाइट में देख सकते हैं। परीक्षा पास करने के बाद ही आप प्रैक्टिकल परीक्षा तथा साक्षात्कार (viva) के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षार्थी परीक्षा में वैकल्पिक प्रश्नो का उत्तर देता है जिसका प्रश्नपत्र 2 भागों में विभाजित होता है प्रथम भाग में 40 तथा द्वितीय भाग में 60 प्रश्न होते हैं।

प्रवेश पत्र

परीक्षा शुल्क जमा करने के पश्चात् कुछ ही समय बाद नीलिट (NIELIT) की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रवेश पत्र उपलब्ध हो जाते हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र एवं फोटोयुक्त पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य होता है।

रिजल्ट

परीक्षा के आयोजन के 2 महीने बाद ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स का परिणाम (NIELIT) की वेबसाइट पर दे दिया जाता है जंहा से अभ्यर्थी उसे देख एवं डाउनलोड कर सकते हैं। जो अभ्यर्थी किसी संस्थान के माध्यम से आवेदन किया था वह अपना परिणाम संसथान से भी मांग सकते हैं। परिणाम की गणना अभ्यर्थी द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर होगी। परिणाम ग्रेड के प्रकार में दिए जायँगे। 50 % से कम अंक लाने वाले अभ्यर्थी को अनुत्तीर्ण समझा जायेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें की परिणाम में प्रैक्टिकल के अंको को नहीं जोड़ा जाता है लेकिन 'O' लेवल सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं उत्तीर्ण करना एवं प्रोजेक्ट को खत्म करना आवश्यक है।

Shivakant Shukla

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