×

CBSE Syllabus 2022-23: सीबीएसई ने किया सिलेबस में बड़ा बदलाव, स्टूडेंट्स अब नहीं पढ़ेंगे फैज की कविता

CBSE ने 2022-23 सत्र के लिए कई विषयों के सिलेबस में बदलाव किया है। सीबीएसई ने ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 9वीं से 12वीं कक्षा के विषयों में किया है।

aman
Written By aman
Published on: 25 Jun 2022 2:04 PM IST
cbse syllabus 2022 23 central board of secondary education now will don not study faiz poems
X

CBSE Syllabus 2022-23 

CBSE Syllabus 2022-23 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board Of Secondary Education) यानी CBSE ने 2022-23 सत्र के लिए कई विषयों के सिलेबस में बदलाव (CBSE Change In Syllabus) किया है। सीबीएसई ने ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के तहत 9वीं से 12वीं कक्षा के विषयों में किया है।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इसी कड़ी में 9वीं कक्षा में काव्य खंड (Poetry Section) से चंद्रकांत देवताले (Chandrakant Devtale) का पाठ 'यमराज की दिशा' और गद्य खंड से हजारी प्रसाद द्विवेदी (Hazari Prasad Dwivedi) का पाठ 'एक कुत्ता और एक मैना' तथा विद्यासागर नौटियाल (Vidyasagar Nautiyal) का 'माटी पाठ' सिलेबस से हटा दिया गया है।

'इस्लाम का उदय' भी हटाया

सीबीएसई (CBSE) ने 11वीं कक्षा के इतिहास (History) के सिलेबस से 'इस्लाम का उदय' तथा 12वीं में 'मुगल साम्राज्य' को हटाया। वहीं, 10वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान (10th class political science) की किताब से अध्याय- चार में जाति (Caste), धर्म (Religion) और लैंगिग मामले (Sexual Issues) में उदाहरण के तौर पर दी गई फैज अहमद फैज (Faiz Ahmad faiz) की शायरी हटाई गई है।

CBSE ने इन अध्यायों को भी हटाया

CBSE ने 11वीं की 'विश्व इतिहास' नाम की किताब से 'सेंट्रल इस्लामिक लैंड' (Central Islamic Land) अध्याय को हटा दिया गया है। वहीं, 12वीं कक्षा के इतिहास के 9वें अध्याय से 'मुगल साम्राज्य' को हटा दिया गया गया है। इसी तरह, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की किताब से 'पाषाण काल में पृथ्वी पर मनुष्य का उद्भव और विकास', 'औद्योगिक क्रांति' को भी हटाया है।

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की रचना भी बाहर

इसी क्रम में सीबीएसई ने 12वीं के हिंदी विषय से 'नमक' पाठ को हटाया है। इस अध्याय में भारत-पाक विभाजन (Indo-Pak Partition) के बाद सीमा के दोनों तरफ के विस्थापितों के पुनर्वास के कारण लोगों के दिलों को टटोलती मार्मिक कहानी पेश की गई है। इसके अलावा, 'एन फ्रैंक की डायरी के पन्ने' को भी सिलेबस से बाहर कर दिया गया है। इसी तरह में, 10वीं से सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (Sarveshwar Dayal Saxena) का 'मानवीय करुणा की दिव्य चमक', 'जॉर्ज पंचम की नाक', 'ऋतुराज का कन्यादान' पाठ को भी सिलेबस से हटाया गया है।



aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story