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CBSE आयोजित करने जा रहा 'Science Challenge', 8वीं से 10वीं के स्टूडेंट ले सकेंगे हिस्सा, जानें इसके बारे में
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या CBSE ने परीक्षाओं से पहले ही स्टूडेंट्स की तैयारी जांचने और उन्हें विज्ञान विषय के प्रति जागरूक करने के लिए साइंस चैलेंज कंपटीशन आयोजित करने का निर्णय लिया है।
CBSE Science Challenge : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) या CBSE ने परीक्षाओं से पहले ही स्टूडेंट्स की तैयारी जांचने और उन्हें विज्ञान विषय (Science subjects) के प्रति जागरूक करने के लिए साइंस चैलेंज कंपटीशन (Science Challenge Competition) आयोजित करने का निर्णय लिया है। सीबीएसई ने कक्षा 8वीं से 10वीं के छात्रों के लिए एक विज्ञान चुनौती (Science Challenge) की घोषणा की है।
सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) इस चुनौती को स्टूडेंट्स के बीच जिज्ञासा (Curiosity), सवाल-जवाब (Question-Answer) और उच्च स्तरीय सोच पैदा करने की पहल के रूप में आयोजित कर रहा है। बोर्ड का कहना है कि यह बच्चों की उम्र के ऐसे पड़ाव पर आयोजित हो रहा है, जहां उनके लिए दुनिया को समझने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science and Technology) बेहद अहम फैक्टर है।
दीक्षा प्लेटफॉर्म पर हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बताया, कि 'सीबीएसई साइंस चैलेंज' (CBSE Science Challenge) 17 जनवरी से 28 फरवरी, 2022 तक दीक्षा प्लेटफॉर्म (deeksha platform) पर उपलब्ध होगा। यह चुनौती हिंदी (Hindi) और अंग्रेजी (English) दोनों में उपलब्ध होगी। इसे बिना किसी भागीदारी शुल्क (participation fee) के सभी बोर्ड के छात्रों द्वारा लिया जा सकता है। CBSE से संबद्ध स्कूलों को अपने छात्रों को cbse.gov.in पर रजिस्टर्ड करना आवश्यक है। एक बार रजिस्टर्ड होने के बाद उन्हें पंजीकरण आईडी (registration id) प्राप्त होगी, जिसका उपयोग छात्रों को मंच पर चुनौती का उपयोग करने में सक्षम होने के लिए करना होगा।
DIKSHA एप के नए वर्जन में भी मौजूद
CBSE से संबद्ध नहीं स्कूलों के छात्र सीधे प्लेटफॉर्म पर चुनौती का उपयोग कर सकते हैं। चुनौती/पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले सभी छात्रों को भागीदारी प्रमाण-पत्र (participation certificate) दिया जाएगा। चुनौती के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को DIKSHA एप्लिकेशन के लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड करने या प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए DIKSHA वेबसाइट तक पहुंचने की सलाह दी जाती है।
रमन यंग साइंस इनोवेटर अवार्ड' के लिए होंगे क्वालीफाई
साथ ही, स्कूल यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेते हैं, कि छात्रों के पास वेबसाइट (Website) या ऐप पर उनके नाम की सही वर्तनी है। स्कूल प्रत्येक कक्षा से पांच बच्चों को नामांकित कर सकते हैं, जिन्होंने सीधे विज्ञान चुनौती में भागीदारी प्रमाण-पत्र प्राप्त किया है। वे दूसरे चरण में या 'रमन यंग साइंस इनोवेटर अवार्ड' के राष्ट्रीय क्वालीफायर के लिए पात्र बन जाएंगे।