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CMS : बाल फिल्म फेस्टिवल में फिल्मी हस्तियाें ने बढ़ाई रौनक

Newstrack
Published on: 9 April 2016 5:09 PM IST
CMS : बाल फिल्म फेस्टिवल में फिल्मी हस्तियाें ने बढ़ाई रौनक
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लखनऊ : सिटी मोंटेसरी स्कूल (सीएमएस) की ओर से में चल रहे 8वें अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव 2016 (आईसीएफएफ) के दूसरे दिन का उद्धघाटन 8 अप्रैल को सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में हुआ। बता दे कि सीएमएस फिल्म डिवीजन ने 8वें अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन 7 से 15 अप्रैल तक सीएमएस कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है। जिसमें अन्तर्गत 96 देशों की बेहतरीन शैक्षिक बाल फिल्में निःशुल्क दिखाई की जा रही हैं।

दीप जलाकर उद्घाटन करते हए समाज सेवी अपर्णा यादव और प्रतीक यादव, सीएमएस संस्थापक डा. जगदीश गांधी, बाल कलाकार दर्शील सफारी और अमर पांडया दीप जलाकर उद्घाटन करते हए समाज सेवी अपर्णा यादव और प्रतीक यादव, सीएमएस संस्थापक डा. जगदीश गांधी, बाल कलाकार दर्शील सफारी और अमर पांडया

छात्रों ने अतिथियों का किया स्वागत

-मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी अपर्णा यादव और प्रतीक यादव ने दीप प्रज्वलित कर आईसीएफएफ के दूसरे दिन उद्घाटन किया।

-टीवी एक्टर मुकेश खन्ना, मशहूर सिंगर अनुपमा राग, बाल कलाकार दर्शील सफारी और अमय पाण्ड्या की उपस्थिति ने बाल फिल्मोत्सव की रौनक बढ़ाई।

-आॅडिटोरियम में हजारों छात्रों ने तालियां बजाकर मशहूर गायिका अनुपमा राग का भरपूर स्वागत किया।

-इस अवसर पर समाजसेवी अपर्णा यादव ने कहा- सीएमएस का यह बाल फिल्मोत्सव बच्चों को जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का सही तरीका है।

-जीवन के जिन नैतिक सिद्धांतों के बारे में हम बच्चों को बताते हैं, उन्हें बाल फिल्मों के जरिए बच्चों को दिखाना बहुत ही प्रेरणादायी है।

इन बाल फिल्मों को दिखाया

इनमें व्हेअर आर यू हाइडिंग, जर्नी बाई कैमरा, द चिकन, गाॅडजिला, द गोल्डेन फ्राग, टू इडियट्स इन अ बोट, ए जर्नी टू द मून सिम्फनी, द पेपर ब्वाए, पलूशन कन्ट्रोल, स्टार टैक्सी, टेंशन, द थ्रसटी क्रो, द ब्लू ग्लासेज, मनी बाक्स, रेनबो, अमेजिंग ब्रेन्स, द मैजिशियन बॉक्सेज, कलर आॅफ द सन, आॅवर इन्वार्यनमेन्ट आदि प्रमुख हैं।

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गरीब बच्चों को भी फिल्में देखने का मिला मौका

-अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव की खास बात यह है कि इसमें गरीब, अनाथ व पिछड़े वर्ग के बच्चों को भी मुफ्त में फिल्में देखने का मौका मिल रहा है।

-वे बच्चे जो कि आर्थिक अभाव में स्कूल तक नहीं जा सकते वे भी नैतिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।

-कुल मिलाकर लगभग 10,000 से अधिक बच्चों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों का खूब आनंद उठाया।

ये स्कूल हुए शामिल

इसमें एन.पी.एस. एकेडमी, आशियाना कांवेंट स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, राधाकृष्ण शिक्षा संस्थान, जनता जूनियर हाई स्कूल, जवाहर नवोदय विद्यालय, शक्ति बाल विद्यालय, यूपी सैनिक स्कूल, राष्ट्रीय बालिका विद्यालय जूनियर हाई स्कूल, सीमा सेवा संस्थान, शिया इण्टर कॉलेज, नवदीप विशिष्ट विद्यालय, द स्कॉलर्स स्कूल, सिटी पब्लिक हाई स्कूल आदि प्रमुख हैं।

अनुपमा राग ने दिया संदेश

-उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि अपने अंदर छिपी प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल करें, तो सफलता आपके कदमों में होगी।

-इस बाल फिल्मोत्सव की प्रशंसा करते हुए अनुपमा ने कहा- सचमुच सीएमएस का यह बाल फिल्मोत्सव अपने आप में अनूठा है।

-इस महोत्सव में पूरे विश्व की एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक फिल्में दिखाई जा रही हैं।

-इस अवसर पर बाल कलाकार दर्शील सफारी और अमय पाण्ड्या ने भी बाल फिल्मोत्सव की भरपूर प्रशंसा की।

डा. जगदीश गांधी ने क्या कहा?

सीएमएस के चेयरमैन डा. जगदीश गांधी ने कहा कि यहां दिखाई जाने वाली फिल्में खासतौर पर बच्चों के लिए बनाई गई हैं। लेकिन फिर भी उनमें माता-पिता, अभिभावकों व शिक्षकों के लिए सीखने को बहुत कुछ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बच्चों के साथ ही माता-पिता को भी इन फिल्मों से संदेश ग्रहण करना चाहिए।

क्यों है चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल’ की जरूरत?

डा. गाँधी ने कहा कि सीएमएस का विश्वास है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो वर्तमान युग के प्रश्नों के उत्तर दे सके। आज हमारे विद्यालयों के साथ ही माता-पिता को यह प्रश्न विचलित कर रहा है कि घरों में और बच्चों की पढ़ाई के कमरों तक घुस आई अश्लीलता की इस महामारी से हम अपने बच्चों को कैसे बचायें। इस प्रश्न का उत्तर ढूढ़ने के लिए ‘चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल’ की आवश्यकता महसूस की गई है।

क्या कहा वर्गीस कुरियन ने?

-फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर वर्गीस कुरियन ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी निःशुल्क है।

-सभी स्कूलों के बच्चे, माता-पिता, अभिभावक और शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं।

-उन्होंने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में रोजाना दो शो आयोजित किए जा रहे हैं।

-जिसमें पहला शो प्रातः 9.00 बजे से और दूसरा शो दोपहर 12.00 बजे से प्रारम्भ होता है।

क्या है महोत्सव का उद्देश्य?

कुरियन ने कहा कि विश्व शान्ति और विश्व एकता को समर्पित सीएमएस के इस अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक बाल फिल्मों के माध्यम से छात्रों व युवाओं के नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक गुणों को विकसित कर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है।

क्या कहा हरिओम शर्मा ने?

-सीएमएस के मुख्य जन-सम्पर्क ऑफिसर हरिओम शर्मा ने कहा कि सीएमएस सभी संभव माध्यमों से बच्चों के नैतिक उत्थान के कार्यकर्ता है।

-हमारा प्रयास छात्रों को हर तरह से शिक्षा उपलब्ध कराकर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है।

-शर्मा ने बताया कि आईसीएफएफ के तीसरे दिन का उद्घाटन 9 अप्रैल को शनिवार सुबह 9.00 बजे होगा।

-इस अवसर पर एस.पी. सिंह, आई.ए.एस, सचिव, शहरी विकास, यूपी के मुख्य अतिथि होंगे।

-बॉलीवुड फिल्म एक्टर अभय देओल अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव की रौनक बढ़ाएगे।



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