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अच्छा कम्युनिकेशन स्किल मुश्किल संवाद को बनाए आसान

raghvendra
Published on: 9 Jun 2018 7:38 AM GMT
अच्छा कम्युनिकेशन स्किल मुश्किल संवाद को बनाए आसान
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जब आप कोई बिजनेस या उद्यम शुरू करते है तो उसकी सफलता की पहले से ही कल्पना करने लगते हैं। उससे जुड़े कुछ ऐसे टॉपिक्स होते हैं जिनके बारे में आप बात नहीं करना चाहता या बात करने से कतराते हैं। इन्हें ‘अनडिस्कसेबल्स’ कह सकते हैं। इनमें वह संवाद शामिल होते हैं जिनके बारे में आप सोचते हैं और महसूस करते हैं लेकिन उन्हें किसी से शेयर नहीं करते है। इसका मतलब यह है कि अनडिस्कसेबल्स ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें आप अपने तक ही सीमित रखते हैं। अधिकतर एंटरप्रेन्योर्स उन चीजों के बारे में बात करने में घबराते हैं जो उनके लिए सबसे ज्यादा अहमियत रखती हैं। कुछ लोग उनके नकारात्मक परिणामों के बारे में सोचकर घबरा जाते हैं। दूसरी तरफ कुछ एंटरप्रेन्योर्स यह कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि किसी मुश्किल संवाद को कैसे होल्ड किया जाता है। उन्हें इसे करने का सही तरीका नहीं पता होता। आइये जानते है कि कैसे इसको अच्छे संवाद से हल किया जा सकता है।

अच्छे से तैयारी करें

जब ही कोई मुश्किल संवाद हो तो आपको पहले अच्छी तैयारी करना चाहिए। इसके लिए आपको पहचानना होता है कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं और मौजूदा स्थिति या संबंधित शख्स के बारे में क्या सोच रहे हैं। एक बार जब आप अपनी सोच को पहचान लें, उसके बाद खुद से पूछें कि क्या आपकी सोच वाकई में सही है? वह क्या तथ्य और डाटा हैं जो आपकी समझ को सपोर्ट करते हैं? अगर आपको कुछ ऐसा मिलता है जो आपकी सोच को चुनौती दे रहा हो तो आपको अपनी पोजिशन को दोबारा आकने की जरूरत होती है। इससे आप अपनी भावनाओं या नकारात्मक अनुमानों को किनारे कर पाते हैं और मुश्किल संवाद के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं। इससे आप मुश्किल संवाद का सामना आसानी के साथ कर पाते हैं।

विषय की समझे फिर आगे बढ़ें

संवाद के लिए तैयार होते वक्त उसके कॉन्टेक्स्ट की समझ आपको उसके लिए तैयार होने में मदद करेगी। इसके लिए आपको खुद से कुछ सवाल पूछने होंगे जैसे बातचीत का टॉपिक क्या है? सामने वाला शख्स उस टॉपिक पर कैसे रेस्पॉन्ड कर सकता है? आप बातचीत का क्या रिजल्ट चाहते हैं? उस स्थिति के बारे में क्या जानते हैं और तथ्य क्या हैं? आदि, तभी आपको मुश्किल संवाद के दौरान सफलता मिलेगी।

अच्छी प्लानिंग जरूरी

मुश्किल टॉपिक पर बात करने का मुख्य कारण यह होता है कि आप इसके जरिए कुछ बदलना चाहते हैं। अत: अगर आपके दिमाग में बातचीत शुरू करने से पहले कोई प्लान होगा तो वह आपके लिए मददगार साबित होगा। हालांकि, अगर आपका प्लान नहीं भी चला तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है। आप अपनी जानकारी, समझ और सीखों का इस्तेमाल करके अपने प्लान में बदलाव कर सकते हैं।

ज्यादा सवाल करें

मुश्किल संवाद के लिए तैयार होने के लिए आपको खुद को सवालों से तैयार करना होता है। याद रखें कि जब तक आप सवाल नहीं पूछेंगे, तब तक आप सही तरह से संवाद को पूरा नहीं कर सकेंगे। कई बार ज्यादा सवाल पूछने से भी रास्ता निकल आता है. कोशिश करें कि आप अधिक से अधिक सवाल पूछ सकें ताकि आपको सामने वाले और उसके विचारों को समझने का पूरा मौका मिल सके और आपके बीच का संवाद सफल रहे।

टारगेट तय करें

किसी भी मुश्किल बातचीत पर जाने से पहले यह जानना होता है कि ऐसा क्या है जो आप उस बातचीत के जरिए हासिल करना चाहते हैं। इसमें आप जितने टारगेट हो सकते हैं, हों। हमेशा याद रखें कि अगर आपको यही नहीं पता होगा कि आप क्या चाहते हैं तो आप अपने लक्ष्य को हासिल नहीं सकेंगे। अत: अपनी बातचीत के उद्देश्य को पहचानें, तभी आप संवाद को सफल बना सकेंगे। इसलिए कोई भी बात करने से पहले टारगेट तय करें और आगे बढ़ें।

raghvendra

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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