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एम्प्लॉइज से खास जुड़ाव रखकर कंपनी को आगे बढ़ाएं

raghvendra
Published on: 13 July 2018 2:07 PM IST
एम्प्लॉइज से खास जुड़ाव रखकर कंपनी को आगे बढ़ाएं
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किसी भी कम्पनी को आगे ले जाने के लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। ऐसा करने पर ही अच्छे लीडर की पहचान होती है। एक अच्छे लीडर का बेसिक सिद्धांत होता है कि वह अपने ज्यादातर एम्प्लॉइज के साथ इमोशनल कनेक्शन स्थापित करता है। अब कई कंपनियां भी कोशिश कर रही हैं कि एम्प्लॉइज के साथ इमोशनल कनेक्शन स्थापित किया जाए ताकि वे काम के साथ पूरी तरह से जुड़ सकें। जानते हैं कि किस तरह से एम्प्लॉइज से जुड़ाव स्थापित किया जा सकता है। इसका फायदा एम्प्लाई के साथ कंपनी को भी होता है।

एम्प्लॉइज से कनेक्ट रहें

हमेशा पॉजिटिव और हेल्पफुल लीडर बनकर आप एम्प्लॉइज को सवाल पूछने, नए आइडिया शेयर करने और आगे बढक़र फीडबैक मांगने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। लीडर को एम्प्लॉइज की पहुंच में रहना चाहिए। उससे सीधे कनेक्ट रहें। लीडर को टीम के सदस्यों को आत्मविश्वास और आशावाद के लिए प्रेरित करना चाहिए।

पॉजिटिव माहौल बनाएं

अच्छा लीडर वही होता है जो कर्मचारी के लिए काम करता है। वर्कप्लेस पर पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए आपको अपने एम्प्लॉइज को रचनात्मक फीडबैक देना चाहिए। जब टीम के सदस्य अच्छा काम करें तो उनकी सबके सामने प्रशंसा करनी चाहिए। इससे वे और ज्यादा अच्छा काम करने के लिए मोटिवेट होते रहते हैं।

सहयोगियों से संवाद करें

कंपनी के सीनियर ऑफिसर को चाहिए कि अपने एम्प्लॉइज के साथ नियमित रूप से संवाद करना चाहिए। इससे सबको फायदा होता है। जरूरी नहीं है कि आप ऑफिशियल मीटिंग्स ही करें, आप चाहें तो अनफॉर्मल मुलाकात भी कर सकते हैं। एम्प्लॉइज चाहते हैं कि उन्हें कंपनी के बारे में लीडर से जानकारी मिलती रहे। इससे एम्प्लॉइज को कंपनी से जुड़ाव महसूस होता है।

बॉस नहीं, दोस्त बनें

आपको हमेशा बॉस ही नहीं बने रहना चाहिए। जब आप टीम मेंबर्स से मिलते हैं तो उनके साथ बॉस की तरह व्यवहार न करें। सबकी बात ध्यान से सुनें। उनकी समस्याओं का समाधान खोजने की कोशिश करें। अपने लैपटॉप और फोन को दूर रखें। आपको एम्प्लॉइज का भरोसा जीतने की कोशिश करनी चाहिए।

बैठक करते रहें

मौजूदा दौर को देखते हुए आपकी वर्कफोर्स का एक बड़ा हिस्सा फ्लेक्सी वर्किंग हो सकता है। तय करें कि घर से काम करने वाले एम्प्लॉइज से भी जुड़ाव बना रहे। इसके लिए अपने सभी डिस्कशन्स में उन्हें भी शामिल करें। आप चाहें तो ईमेल और कॉन्फ्रेंस कॉल की मदद ले सकते हैं। आप उन्हें कुछ विशेष मीटिंग्स में व्यक्तिगत रूप से भी आमंत्रित कर सकते हैं।



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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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