×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बिजनेस स्ट्रेटजी : कस्टमर रेफरल्स के लिए सीखें खास तरीके

raghvendra
Published on: 16 March 2018 4:18 PM IST
बिजनेस स्ट्रेटजी : कस्टमर रेफरल्स के लिए सीखें खास तरीके
X

हर किसी को अपनी कंपनी की सेल बढ़ाने के लिए कस्टमर रेफरल्स की जरूरत पड़ती है। जब कोई कस्टमर किसी दूसरे कस्टमर को आपकी कंपनी या संस्थान के बारे में बताता है तो उसे कस्टमर रेफरल्स कहते हैं। यह तभी संभव हो सकता है जब आपके कस्टमर्स आपसे खुश होते हैं। कस्टमर रेफरल पाने के लिए आपको अपने मौजूदा कस्टमर्स को खुश और संतुष्ट रखना होता है। कुछ टिप्स को अपनाकर आप कस्टमर रेफरल पा सकते हैं। जानते हैं इनके बारे में-

कस्टमर को दें अहमियत

इसके लिए आपको अपने ग्राहकों से अच्छे तरीके से व्यवहार करना होगा। अगर आप चाहते हैं कि आपके कस्टमर्स आपको किसी और को रेफर करें तो आपको उन पर अपना ध्यान केंद्रित करना होता है और सुनिश्चित करना होता है कि आप दिल से उन्हें खुश रखें, न कि सिर्फ उनसे रेफरल्स पाने के लिए। अगर वह खुश होंगे, तब वह बिना कहे ही आपको दूसरे लोगों को रेफर कर देंगे जिससे आपको फायदा होगा।

ये भी पढ़ें... यूजीसी नेट परीक्षा देकर बनें कॉलेज और विश्वविद्यालय में लेक्चरर

शुक्रिया कहना न भूलें

जब कस्टमर आपको रेफर करें, तब उसका शुक्रिया करना बिल्कुल न भूलें। कस्टर द्वारा बताए गए व्यक्ति को नाम जरूर याद रखें। अगर वह कस्टमर आपके पास नहीं आता है तो आप उसको फोन करके भी धन्यवाद दे सकते हैं। याद रखें कि एक रेफरल महज सेल्स लीड नहीं है बल्कि वह आपके कस्टमर की ओर से एक वोट ऑफ कॉन्फिडेंस है जिसके लिए धन्यवाद करना चाहिए।

ग्राहकों की हेल्प करें

अगर आपका कोई कस्टमर दूसरे कस्टमर्स को आपको रेफर करें तो आपको कस्टमर्स की मदद करनी चाहिए। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपके प्रोडक्ट या सॢवस से आपके कस्टमर्स को मदद मिल रही हो। जब कस्टमर्स की किसी रूप में सहायता होगी, तब वह आपको रेफर जरूर करेंगे और आपके क्लाइंट्स बढ़ेंगे। साथ ही आप अपने पुराने कस्मटर के बारे में भी अच्छी अच्छी बातें कहें। इससे नया कस्टमर भी आपसे खुश होगा और आगे से दूसरे कस्टमर्स को भी आपके पास रेफर करेगा।



\
raghvendra

raghvendra

राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

Next Story