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DDU University Gorakhpur: अंग्रेजी विभाग ने घोषित किए विजेताओं के नाम, प्रतिभागियों को मिलेगा प्रमाण पत्र
DDU University Gorakhpur: विभागाध्यक्ष प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अंग्रेजी विभाग में ‘हर घर तिरंगा’अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आज उन सभी कार्यक्रमों का परिणाम घोषित कर दिया गया।
DDU University Gorakhpur: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के अंग्रेजी विभाग में आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के 'हर घर तिरंगा' अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी, जिनका नतीजें आज घोषित किए गए। विभागाध्यक्ष प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अंग्रेजी विभाग में 'हर घर तिरंगा'अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आज उन सभी कार्यक्रमों का परिणाम घोषित कर दिया गया।शीघ्र ही एक कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। उन्होंने ने बताया कि विभाग में स्लोगन प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता ,पोस्टर प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित किए गए थे। वहीं घोषित विजेताओें के नाम इस प्रकार हैं।
विजेताओं के नाम
स्लोगन प्रतियोगिता में पहले स्थान पर अप्सरा असलम, दूसरे स्थान पर हुरविश अधम और तीसरें स्थान पर कुलदीप मणि त्रिपाठी और तहजीन सुबिया रही। इसी प्रकार क्विज प्रतियोगिता मे पहले स्थान पर कु. संगम चतुर्वेदी और कु. सोनल यादव, दूसरे स्थान पर कुलदीप मणि त्रिपाठी, बुशरा नसीम, प्रगति गोयल,पियूष सिंह और तीसरें स्थान पर स्वर्णिमा सिंह,हर्षिता राय, मानसी मिश्रा और अंजली कल्याणी रही। ऐसे ही पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर नीतेश कुमार सिंह, दूसरे स्थान पर कु.संगम चतुर्वेदी और तीसरे स्थान पर हर्षिता तिवारी और रंजू यादव रहीं । जबकि भाषण प्रतियोगिता में पहले स्थान पर पूजा मिश्रा, दूसरे स्थान पर रजनीश दुबे और तीसरे स्थान पर कु. संगम चतुर्वेदी रही ।
Gorakhpur News: ये हैं विजयी स्लोगन
1– i)लिपट कर उस तिरंगे में
आज भी कई बदन आ रहे हैं,
यूं ही नहीं हम
आजादी का जश्न मना रहे हैं।
ii) जिद पर अड़ जाए तो ,
रुख मोड़ दे तूफानों का।
तुमने तेवर ही कहा देखे,
तिरंगे के दीवानों का।
2– देश में बने यह गौरव भी,
महफूज रहे यहां औरत भी।
हमारी यही पहचान है,
हमसे ही हिंदुस्तान हैं।
3– i) आजादी का अमृत महोत्सव
हम सबको मिलकर मनाना है,
जन जन की भागीदारी से
आत्मनिर्भर भारत बनाना है।
ii) ना सरकार मेरी ,ना रौब मेरा है।
ना बड़ा सा नाम मेरा है ।
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मैं हिंदुस्तान की हूं और हिंदुस्तान मेरा है।