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IAS बनने के बाद किन-किन पदों पर मिलती हैं नौकरियाँ, जानिए

IAS Posts: आईएएस के पोस्ट के सलेक्शन के बाद लोगो को लगता हैं DM का ही पोस्ट मिलता हैं लेकिन ऐसा नहीं हैं, जानिए IAS बनने के बाद किन-किन पदों पर नौकरियाँ मिलती हैं, जानिए

Shikha Tiwari
Written By Shikha Tiwari
Published on: 23 Dec 2023 1:29 PM GMT
IAS बनने के बाद किन-किन पदों पर मिलती हैं नौकरियाँ, जानिए
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UPSC Cadre: यूपीएससी सिविल सर्विस को देश की सबसे कठिन परीक्षा कही जाती हैं। इस परीक्षा को क्रैक करने के लिए कई युवाओं को सालों लग जाता हैं। यूपीएससी क्रैक करने के बाद देश के सबसे अहम पद IAS, IPS न IFS के लिए चुने जाते हैं। यूपीएससी की परीक्षा व इंटरव्यू पास करने के बाद फाइनल कट ऑफ के आधार पर उम्मीदवारों को कैडर अलॉट किया जाता हैं।

ज्यादातर लोग IAS का मतलब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट यानि DM ही समझते हैं। आईएएस के लिए चुने जाने के बाद पोस्टिंग व कैडर सेलेक्ट करने की प्रक्रिया होती हैं। इसमें सभी अधिकारियों को प्रत्येक जोन व कैडर में रिक्तियों की संख्या बतानी होती हैं। आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं विस्तारपूर्वक

UPSC Cadre कितने विभाग में बांटते-

यूपीएससी कैडर लिस्ट को 5 क्षेत्रों में विभाजित किया गया हैं। प्रत्येक उम्मीदवार को आवेदन पत्र में अपनी प्राथमिकताएं क्षेत्र व यूपीएससी कैडर चुनना होता हैं। मेन्स परीक्षा में सेलेक्ट होने के बाद व इंटरव्यू से पहले DAF यानि डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म में ये डिटेल्स भरनी होती हैं। उम्मीदवारों को प्रत्येक क्षेत्र से घटते क्रम में अपना कैडर चुनना होता हैं। उदाहरण के लिए पहले जोन-1 से एक कैडर चुनें, फिर जोन-2 से एक कैडर चुने।

डीओपीटी द्वारा आईएएस व आईपीएस के लिए कैडर आवंटन के दौरान आउटसाइडर व इनसाइडर का अनुपात जो 2:1 हैं, रखा जाता हैं। उम्मीदवारों की बाहरी व अंदरूनी व्यक्ति की स्थिति उनके बोनफाइड प्रमाण पत्र या उनके माता-पिता की निवासी स्थिति के आधार पर तय की जाती है। यह अनुपात हर साल सेवानिवृत्त होने वाले सिविल सेवकों के आधार पर बदलता हैं।

IAS पोस्टिंग-

  • एक आईएएस बनने के बाद सबसे पहली पोस्टिंग SDM या असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर होती हैं। इस पोस्ट पर 1 से 4 साल तक काम करना होता हैं।
  • एसडीएम के बाद ADM या डिप्टी सेक्रेटरी के पद पोस्टिंग होती हैं। इस पद पर 5 से 8 साल तक काम करना होता हैं।
  • डिप्टी सेक्रेटरी के बाद आईएएस ऑफिसर को प्रमोट होकर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट या जॉइंट सेक्रेटरी या डिप्टी सेक्रेटरी का पद मिलता हैं। इसमें 9 से 12 साल तक काम करना होता हैं।
  • डीएम के पद पर लंबा काम कर सकते हैं। इसके बाद स्पेशल सेक्रेटरी कम डायरेक्टर के पद पर एक आईएएस ऑफिसर को प्रमोट किया जाता हैं। इस पर 13 से 16 साल की सर्विस पूरी करनी होती हैं।
  • फिर डिविजनल कमिश्नर या सेक्रेटरी कम कमिश्नर का पद मिलता हैं। एक आईएएस ऑफिसर को उसके करियर का 16 से 24 साल के बीच तक इस पोस्ट पर रहते हैं।
  • लगभग 5 साल डिविजनल कमिश्नर के पद पर काम करने के बाद एडिशनल सेक्रेटरी या प्रिसिंपल सेक्रेटरी के पद सर्विस देना होता हैं।
  • इसके बाद एडिशनल चीफ सेक्रेटरी फिर चीफ सेक्रेटरी व अंत में कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का पद मिलता हैं, बता दे कि एक आईएएस ऑफिसर के लिए कैबिनेट सेक्रेटरी का पद सबसे ऊंचा माना जाता हैं।

साभार- Apna Bharat

Shikha Tiwari

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Education Content Writer

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