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Education policy RTE 2024: शिक्षा मंत्रालय ने लगाई No Detention पॉलिसी पर रोक, अब 5वीं से 8वीं के फेल छात्रों को नहीं मिलेगी प्रोन्नति
Education no detention policy : केंद्र सरकार द्वारा कक्षा 5 और कक्षा 8 के स्टूडेंट्स के लिए नो डिटेन्शम पॉलिसी खत्म करने का निर्णय लिया गया है इसके तहत बच्चो यदि फेल होते है तो ऐसी स्थिति में वे प्रोन्नति नहीं पाएंगे
Education policy no detention RTE: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा नो डिटेंशन पॉलिसी को खत्म करने का निर्णय लिया है। इस नियम के तहत 5वीं कक्षा से 8वीं कक्षा तक के स्टूडेंटस के लिए कुछ संशोधन किए गए हैं. नियमानुसार कक्षा पाँचवी और कक्षा आठवीं में पढ़ रहे छात्र छात्राये यदि फेल हो जाते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश हेतु प्रोन्नति नहीं मिलेगी । उनको फेल ही घोषित किया जायेगा और दोबारा से उस कक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य मानक होगा । पास होने हेतु उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी जब तक कि वे पास नहीं होते उन्हें प्रोन्नत किया जायेगा।
क्यों लिया गया पॉलिसी खत्म करने का निर्णय
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस नियम पर पिछले कुछ अंतराल से इसपर योजना बनाई जा रही थी अंततः अब इसे खत्म करने का फैसला लिया गया है। इस नीति को समाप्त करने का उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करना है। इस नए नियम के अंतर्गत ये भी माना जा रहा है कि स्टूडेंट्स में सीखने की क्षमता अधिक विकसित होगी.
विद्यालय बच्चों को नहीं कर सकेंगे निष्काषित
नए नियम के अंतर्गत केंद्र सरकार ने स्कूलों को बच्चों के निष्कासित करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। यदि कोई स्टूडेंन्ट अनुत्तीर्ण रह जाता है तो स्कूल उस बच्चे को बाहर नहीं कर सकता हैं।
बच्चो को देनी होगी दोबारा परीक्षा
ऐसे छात्र जो 5th से लेकर 8th तक फेल हो जाते हैं तो ऐसे स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों को दो महीने के अंदर दोबारा से परीक्षा आयोजित करनी होगी। ऐसे में फेल हुए छात्र 2 महीने के अंदर ही उस विषय की अच्छी तैयारी करके उस कक्षा में पास हो पायेंगे। फेल होने के दौरान स्कूल बच्चे को कक्षा से निष्कासित नहीं कर सकेंगे।
इस नियम से बच्चे की बुनियादी शिक्षा होगी मजबूत
केंद्र सरकार की ओर से 5वीं से लेकर 8वीं तक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि इन कक्षाओं को बुनियादी शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस नीति के खत्म करने से छात्रों को अधिक सीखने पर जोर दिया जायेगा.