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दाम दीजिए,किसी भी यूनिवर्सिटी की डिग्री लीजिए- बिक्री सेंटर का भंडाफोड़

कानपुर में एक ऐसा सेंटर चल रहा था जो डिग्री बनता है। यदि आप एक लाख रुपये लेकर आये और किसी भी यूनिवर्सिटी की कोई डिग्री आसानी से एक माह के भीतर ले सकते है।

Anoop Ojha
Published on: 21 Dec 2017 2:25 PM GMT
दाम दीजिए,किसी भी यूनिवर्सिटी की डिग्री लीजिए- बिक्री सेंटर का भंडाफोड़
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दाम दीजिए,किसी भी यूनिवर्सिटी की डिग्री लीजिए- बिक्री सेंटर का भंडाफोड़

कानपुर:कानपुर में एक ऐसा सेंटर चल रहा था जो डिग्री बनता है। यदि आप एक लाख रुपये लेकर आये और किसी भी यूनिवर्सिटी की कोई डिग्री आसानी से एक माह के भीतर ले सकते है। एक पीड़ित की शिकायत पर जब पुलिस ने छापा मारा तो वह भी देख कर हैरान रह गई । सेंटर में 9 लड़कियां और तीन युवक काम करते थे । जो मोबाइल से काल करके लोगों को फसाते थें। पुलिस ने इस ऑफिस से लैपटॉप ,प्रिंटर ,फर्जी आईडी ,मार्कशीट व डिग्री बरामद की है। लेकिन मुख्य आरोपी अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

किदवई नगर थाना क्षेत्र के के ब्लाक में पैसिफिक सलूशन नाम से ऑफिस था। यह ऑफिस नौबस्ता के यशोदानगर में रहने वाले कमल कुमार गुप्ता का है। वहीं इस ऑफिस के मालिक हैं। कमल गुप्ता का एक साल पहले गोविन्द नगर में माक्सवेल एजुकेशन सेंटर के नाम से ऑफिस था। जब कमल गुप्ता का ऑफिस गोविन्द नगर में था तब कमल के ऑफिस से कल्यानपुर में रहने वाले आनंद के पास गया। आनंद को बताया गया कि आप कोई भी डिग्री चाहिए तो यहां पर संपर्क कर सकते है।

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आनंद ने बताया कि एक साल पहले हमारी मुलाकात कमल गुप्ता से हुई थी। कमल गुप्ता ने कहा था कि किसी भी यूनिवर्सिटी से कोई भी डिग्री चाहिए तो मिल जाएगी।सभी डिग्रियों के अलग-अलग रेट है। आनंद ने एक लाख 12 हजार रुपये दिए और उसके बदले उसे पॉलीटेक्निक,बीएससी और एम्बीए की डिग्री एक माह बाद मिल गई। उन्होंने बताया कि पॉलीटेक्निक की डिग्री के आधार पर मैंने रेलवे में अप्लाई किया। जब वेरिफिकेशन हुआ था मेरी डिग्री फर्जी साबित हो गई। इसके बाद मैं गोविन्द नगर स्थित पुराने ऑफिस पर तलाशते हुए गया लेकिन वह मुझे वहां पर मिला।

मेरी पॉलीटेक्निक की डिग्री गुवाहाटी असम यूनीवर्सिटी की थी ,मैंने एक आरटीआई डाली जब आरटीआई का जवाब आया तो यह डिग्री उसमे भी फर्जी साबित हुई। यह देख कर मै हैरान रह गया और बात समझ में आ गई की मेरे साथ धोखा हुआ है। इसके बाद मैंने फिर इसकी तलाश शुरू की और मुझे पता चला कि यह कमल गुप्ता ने नाम बदल कर किदवई नगर के ब्लाक में अपना ऑफिस बना लिया है।

इसके बाद मैंने किदवई नगर पुलिस से संपर्क किया और पुलिस के साथ इस ऑफिस छापा मरवाया। जहां पर बड़ी संख्या में कर्मचारी काम कर रहे थे,पुलिस को बड़ी मात्रा में फर्जी डिग्री मिली है ।

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इस ऑफिस में काम करने वाली लड़की ने बताया कि हम लोग 5 हजार रुपये की सैलरी में काम करते है। हम लोगों को कुछ नही पता है कि क्या काम होता है। ,हम लोगों का काम इतना है बस सब को फोन करके यह जानकारी देना कि किसी भी यूनीवर्सिटी की डिग्री आप को मिल सकती है। आप घर बैठे एमबीए,बीबीए कर सकते है ,इसके साथ ही जितनी भी डिग्री है वह घर बैठे प्राप्त कर सकते है।

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क्या कहना है पुलिस का

सीओ बाबुपुरवा अजीत कुमार रजत के मुताबिक एक फर्जी डिग्री बनाने वाला मामला आया है। एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर छापे मारी की गई है जहां से सौ से अधिक फर्जी डिग्री बरामद हुई है। इस पूरे प्रकरण की जांच चल रही है।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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