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करियर को लेकर हैं परेशान तो प्रोफेशनल के अलावा चुनें ये आॅफबीट कोर्सेज

Shivakant Shukla
Published on: 26 Oct 2018 8:21 AM GMT
करियर को लेकर हैं परेशान तो प्रोफेशनल के अलावा चुनें ये आॅफबीट कोर्सेज
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लखनऊ: एक स्टूडेंट के तौर पर इंटरमीडिएट के बाद बहुत से छात्र अपने करियर को लेकर चिंतित हो जाते हैं ऐसे में वह अपने आगे की पढ़ाई को लेकर सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। तमाम तरह की संभावनाओं भरी दुनिया में किसी भी फील्ड को चुनना किसी चेतावनी से कम नहीं है। ज्यादातर छात्र आज रेग्युलर प्रोफेशनल कोर्स चुनना बेहतर समझते हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में हर वर्ष 50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स अपनी ग्रेजुएशन पूरी करते हैं। इनमें से 75 फीसदी जॉब मार्केट में प्रवेश करते हैं, लेकिन 47 प्रतिशत रोजगार हासिल नहीं कर पाते। ऐसे में छात्रों को पारम्परिक कोर्स से हटकर आॅफबीट कोर्स को भी चुनना चाहिए। देश के कई संस्थान ऐसे आॅफबीट कोर्स उपलब्ध करवा रहे हैं, जो आपको अच्छी कमाई के साथ-साथ अपने पैशन के मुताबिक पढ़ाई करने का अवसर भी देते हैं। newstrack.com आज आॅफबीट कोर्सों के बारे में बताने जा रहा है जिसको करके भी छात्र अपने करियर को बेहतर बना सकते हैं।

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कार्पेट टेक्नोलॉजी

इंडियन ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के मुताबिक भारत का हैंड मेड कार्पेट 73 देशों में निर्यात किया जाता है। अप्रैल से जुलाई 2017 के बीच यह बाजार 558.14 मिलियन यूएस डॉलर का रहा। मजबूत होती कार्पेट इंडस्ट्री में युवाओं के लिए कॅरिअर की अपार संभावनायें हैं। छात्र कार्पेट टेक्नोलॉजी पढ़कर अपना भविष्य संवार सकते हैं।

यहां मिलेंगे अवसर

टेक्नोलॉजिस्ट के लिए फैशन व टेक्सटाइल इंडस्ट्री के साथ-साथ निजी कंपनियों और सरकारी विभागों में जॉब के अवसर मौजूद हैं। यहां क्वालिटी मैनेजर, टेक्सटाइल टेक्नोलॉजिस्ट, प्रॉडक्ट डेवलपर, प्रोसेस इंजीनियर, डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में कॅरिअर बना सकते हैं।

यहां से कर सकते हैं पढ़ाई

आईआईसीटी, भदोही के अलावा डिपार्टमेंट ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी से भी यह कोर्स किया जा सकता है।

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महात्मा गांधी पर कर सकते हैं अध्ययन

अगर समाज सेवा में आपकी विशेष रुचि है तो महात्मा गांधी के जीवन, उनकी विचारधारा और उनके सिद्धांतों का अध्ययन गांधीयन स्टडीज के माध्यम से किया जा सकता है। इसमें कोर्स करने के बाद सोशल वर्कर, गांधीयन फिलॉस्फी रिसर्चर, चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर, लेबर वेलफेयर ऑफिसर, काउंसलर, सोशल सिक्योरिटी ऑफिसर के रूप में सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों के साथ जुड़कर काम कर सकते हैं।

अध्ययन के संस्थान

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, पंजाब यूनिवर्सिटी, इग्नू से इस विषय में डिग्री, एमफिल व पीएचडी कर सकते हैं। वायसीएमओयू से एक वर्ष का डिप्लोमा भी कर सकते हैं।

एस्ट्रोबायोलॉजी में करें अध्ययन

एस्ट्रोबायोलॉजी जीवन की उत्पत्ति और विकास से जुड़ा विषय है। साइंस की किसी भी विषय के छात्रों के लिए यह क्षेत्र खुला है। उदाहरण के लिए केमिस्ट्री के स्टूडेंट्स यहां जीवन की रासायनिक उत्पत्ति को समझ सकते हैं। और माइक्रोबायोलॉजिस्ट एक्सट्रीमोफिलिस का अध्ययन कर सकते हैं।

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यहां मिलते हैं अवसर

इस क्षेत्र में अध्ययन के बाद एस्ट्रोनॉमी, जियोलॉजी, स्पेस साइंस रिसर्च, बायोमेडिकल रिसर्च, एन्वायरनमेंटल रिसर्च के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। बायोकेमिस्ट और एस्ट्रोनॉमर के तौर पर इसरो व नासा जैसे संस्थानों का हिस्सा भी बन अक्ष्छाा पैसा कमा सकते हैं।

पढ़ाई के संस्थान

इंडियन एस्ट्रोबायोलॉजी रिसर्च सेंटर, आईआईएससी, हैदराबाद स्थित उस्मानिया यूनिवर्सिटी और मुंबई के टीआईएफआर से यह कोर्स कर सकते हैं।

फोटोनिक्स

क्वांटम साइंस और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखने वाले छात्र फोटोनिक्स के क्षेत्र में बेहतरीन कॅरिअर बना सकते हैं। आॅप्टिकल टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स के मेल से बना यह कोर्स लाइट के बेस पार्टिकल्स फोटोन्स और लाइट की विशेषताओं को समझने में मदद करता है।

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यहां मिलते हैं नौकरी के अवसर

फोटोनिक्स से बैचलर या मास्टर कोर्स करने वाले स्टूडेंट इंजीनियर, साइंटिस्ट या रिसर्चर के रूप में ईगल फोटोनिक्स, क्वालिटी फोटोनिक्स, ऑप्टिवेब फोटोनिक्स समेत कई प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर सकते हैं।

यहां से कर सकते हैं पढ़ाई

द इंटरनेशनल स्कूल ऑफ फोटोनिक्स, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास, मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईआईटी दिल्ली, पेरियार ईवीआर कॉलेज में उपलब्ध फोटोनिक्स से जुड़े कोर्स किए जा सकते है।

Shivakant Shukla

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