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Jobs : ऑफिस में बदलाव जरूरी मगर इन बातों का रखें ध्यान

seema
Published on: 9 Feb 2018 10:03 AM GMT
Jobs : ऑफिस में बदलाव जरूरी मगर इन बातों का रखें ध्यान
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नई दिल्ली : ऑफिस में एक समय के बाद बदलाव बहुत जरूरी होता है। ज्यादातर लोग बदलाव से घबराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि बदलाव के कारण नुकसान हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो नुकसान की जगह आपको पॉजेटिव रहते हुए बदलाव पर फोकस करना चाहिए। टीम लीडर के रूप में ऑफिस में बदलाव करने से पहले आपकी टीम को पूरी तरह से तैयार करना बहुत जरूरी है। इसके साथ साथ ही आपको कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। जानते हैं कि किस तरह से बदलाव करें ताकि कर्मचारी और सीनियर भी इसके लिए तैयार रहें और इसका लाभ कंपनी को मिल सके।

सबकी राय जरूर लें

टीम लीडर के रूप में कोई भी बदलाव करने से पहले आपको सबकी राय जरूर लेनी चाहिए। इसके लिए सबसे सही कम्युनिकेशन करें। उनसे जानने की कोशिश करें कि कैसा बदलाव करना संस्थान के लिए सही रहेगा। अगर बदलाव को ज्यादातर कर्मचारी गलत मानते हैं तो इस बात की जानकारी भी सीनियर मैनेजमेंट को जरूर दें। टीम को आगामी बदलावों के बारे में पहले से सूचित कर देना चाहिए। इससे एम्प्लॉइज बिना डर के परिवर्तन को आसानी से स्वीकार कर लेंगे। इससे न केवल आप सुरक्षित होते हैं बल्कि संस्थान के लिए भी ठीक रहता है।

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बदलाव का असर समझें

कोई भी बदलाव करने से पहले आपको समझना चाहिए कि किसी भी बदलाव का एम्प्लॉइज पर क्या असर होगा। आपको हर एम्प्लॉई के मन की बात समझनी होगी। कम्पनी को इससे क्या फायदा मिलेगा, यह भी पता होना चाहिए। यह भी समझना जरूरी है कि किन कर्मचारियों पर इसका लॉन्ग टर्म के लिए और किन पर शॉर्ट टर्म के लिए असर पड़ेगा। इसके अनुरूप ही रणनीति बनाएं। इसमें आप उनकी दी गई राय का भी ध्यान रख सकते हैं।

फीडबैक लेना जरूरी

अगर आप काम या टीम में बदलाव कर रहे हैं और लोगों का फीडबैक नहीं ले रहे हैं तो परेशानी खड़ी हो सकती है। किसी भी संस्थान में फीडबैक सबसे अहम होता है। किसी भी परिवर्तन को हैंडल करने का तरीका है कि आप उसमें लोगों को शामिल करें। उनके सुझाव और फीडबैक लें। इससे वे परिवर्तन का विरोध भी नहीं करेंगे बल्कि उस परिवर्तन के पक्ष में खड़े होंगे। ऐसा नहीं है कि फीडबैक लेकर उसे किनारे रख दें। इसको अमल में भी लाना चाहिए।

सबके लिए समान नियम हों

जब भी आप कुछ नए नियम लागू करते हैं तो अक्सर सीनियर या फिर टीम लीडर को इससे अलग रखा जाता है,लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आप ही ऑफिस में कोई नया नियम लागू कर रहे हैं तो पहले उस नियम को खुद पर लागू करें। इससे टीम मेंबर्स को काफी प्रेरणा मिलेगी और वे बिना विरोध के आपका साथ देंगे। अगर खुद पर बदलाव को लागू नहीं करेंगे तो टीम मेंबर्स में विरोध के स्वर उठेंगे। इससे काम पर गलत असर पड़ेगा। इससे आपका काम प्रभावित हो सकता है। संभव है कि बाद में उस नियम को वापस लेना पड़ सकता है।

फायदों की सूची बनाएं

सबसे पहले आपको अपने टीम मेंबर्स को समझाना होगा कि जो आप बदलाव कर रहे हैं उसका क्या उद्देश्य है और उसके कितने फायदे हैं। इसके लिए आपको फायदों की सूची भी तैयार करनी चाहिए ताकि आपके कर्मचारी आपकी बातों पर विश्वास कर सकें। इसके लिए आप जो भी लॉजिक दें उसकी सही पुष्टि भी होनी चाहिए। साथ ही आप उन्हें समझाएं कि वे जितनी जल्दी बदलाव को स्वीकार करेंगे, उन्हें फायदा भी उतनी ही जल्दी होगा। एम्प्लॉइज को बताएं कि यह अवसर कंपनी की नजर में ऊंचा उठने के लिए बहुत अच्छा है। उन्हें बदलाव में अवसर ढूंढने के लिए प्रेरित करें। बदलाव के दौरान आने वाली परेशानियों में उनका साथ दें। अगर उन्हें लगेगा कि आप उनके साथ हैं, तो वे हर बदलाव को स्वीकार करेंगे और वे भी आपके साथ होकर संस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में आपकी मदद करेंगे।

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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