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यूजीसी नेट परीक्षा देकर बनें कॉलेज और विश्वविद्यालय में लेक्चरर

raghvendra
Published on: 16 March 2018 10:37 AM GMT
यूजीसी नेट परीक्षा देकर बनें कॉलेज और विश्वविद्यालय में लेक्चरर
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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और सीबीएसई की ओर से आयोजित नेट परीक्षा पास करके आप कॉलेज और विश्वविद्यालय में लेक्चरर बन सकते हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है। इस वर्ष अभ्यर्थी करीब 84 विषयों में नेट-जेआरएफ के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह परीक्षा 8 जुलाई 2018 को देशभर के 91 शहरों में आयोजित की जाएगी।

आप इस परीक्षा को देने के बाद जूनियर रिसर्च फेलोशिप भी पा सकते हैं। यूजीसी शोध कार्य करने पर 5 वर्ष के लिए फेलोशिप भी प्रदान करती है। नेट के माध्यम से क्वालीफाई विद्याॢथयों को 2 वर्ष तक जूनियर रिसर्च फेलोशिप करने के बाद 3 वर्ष तक सीनियर रिसर्च फेलोशिप दी जाती है।

अनिवार्य योग्यता

नेट के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए ऊपरी आयु सीमा 30 वर्ष है। ओबीसी, एससी, एसटी, दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर एवं महिलाओं को 5 वर्ष की छूट प्रदान की गई है। इस परीक्षा में बैठने के लिए स्नातकोत्तर में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त होने जरूरी है।

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ओबीसी, एससी, एसटी को पांच प्रतिशत की छूट प्रदान की गई है। एमए फाइनल ईयर के विद्यार्थी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। नेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप कॉलेज व्याख्याता के लिए पात्र हैं और समय-समय पर राज्य सरकार और विश्वविद्यालयों की ओर से आमंत्रित व्याख्याता के पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

इस बार होंगे केवल दो पेपर

इस बार नेट की परीक्षा में यूजीसी ने कुछ बदलाव किए हैं। अब परीक्षा में 3 के बजाय 2 पेपर ही आयोजित होंगे। प्रथम प्रश्नपत्र शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता का होगा जिसमें 100 अंक के 50 प्रश्न आएंगे। यह एक घंटे की समयावधि का होगा। वहीं द्वितीय प्रश्नपत्र में संबंधित विषय से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें 200 अंक के 100 प्रश्न आएंगे। यह दो घंटे की समयावधि का होगा।

प्रथम प्रश्नपत्र पहले की तरह यथावत रखा गया है तथा संबंधित विषय के 2 पेपर के स्थान पर अब एक ही पेपर होगा। इसमें 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक विषय के लिए परीक्षा में बैठने वाले विद्याॢथयों में से मेरिट अंक प्राप्त करने वाले कुल 6 प्रतिशत स्टूडेंट्स को ही उतीर्ण किया जाएगा। किसी प्रश्न का गलत उत्तर देने पर कोई अंक नहीं काटा जाएगा। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए सीबीएसई नेट की वेबसाइट देख सकते हैं- https://cbsenet.nic.in

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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