LU में चलाए जाएंगे पेट्रोलियम कोर्सेज, खुलेंगे रोजगार के रास्ते

एलयू में हाईड्रोकार्बन कम जियो रिसोर्स सेंटर खोलने का प्रपोजल तैयार किया गया है, जो कैंपस स्थित ओएनजीसी बिल्डिंग में चलाया जाएगा। एलयू वीसी प्रो. एसबी निमसे ने कहा कि इस सेंटर के तहत पेट्रोलियम के कई कोर्स चलाए जाएंगे। इसके साथ ही विभिन्न गैस, पानी और जियो रिसोर्सेज पर आधारित कोर्स भी होंगे। इसके लिए ओएनजीसी को फंड के लिए प्रपोजल भेजा गया है। इसके साथ ही डीएसटी से एलयू को 8 करोड़ रुपए मिले हैं।

priyankajoshi
Published on: 3 Sep 2016 7:09 AM GMT
LU में चलाए जाएंगे पेट्रोलियम कोर्सेज, खुलेंगे रोजगार के रास्ते
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लखनऊ : लखनऊ यूनिवर्सिटी (LU) में जल्द पेट्रोलियम कोर्स शुरू होने जा रहा हैं। एलयू लखनऊ का पहला और देश का पांचवां ऐसा संस्थान है जो पेट्रोलियम पर कोर्स चलाएगा।

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पेट्रोलियम के कई कोर्स चलेंगे

-एलयू में हाईड्रोकार्बन कम जियो रिसोर्स सेंटर खोलने का प्रपोजल तैयार किया गया है, जो कैंपस स्थित ओएनजीसी बिल्डिंग में चलाया जाएगा।

-एलयू वीसी प्रो. एसबी निमसे ने कहा कि इस सेंटर के तहत पेट्रोलियम के कई कोर्स चलाए जाएंगे।

-इसके साथ ही विभिन्न गैस, पानी और जियो रिसोर्सेज पर आधारित कोर्स भी होंगे।

-इसके लिए ओएनजीसी को फंड के लिए प्रपोजल भेजा गया है।

-इसके साथ ही डीएसटी से एलयू को 8 करोड़ रुपए मिले हैं।

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एमएससी छात्रों के लिए रोजगार के अवसर

-इस सेंटर में जियॉलजी विभाग के हेड प्रो. विभूति राय अहम भूमिका निभा रहे है।

-उन्होंने बताया कि अब तक जो प्रपोजल तैयार किया है, उसमें डिप्लोमा कोर्स के साथ ही सर्टिफिकेट और कुछ शॉर्ट टर्म कोर्स भी शामिल हैं।

-यह कोर्स 2 सप्ताह से तीन माह तक के हैं।

-एमएससी स्टूडेंट्स इन कोर्सों को आसानी से कर इस क्षेत्र में रोजगार मिलेगा।

-इसके अलावा डिग्री कोर्सेज शुरू करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन इससे पहले इंडस्ट्री से इंटरफेस कर यह पूछा जाएगा कि वहां किस कोर्स के स्टूडेंट्स की डिमांड है। वहीं कोर्स हम शुरू करेंगे।

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इन फील्ड्स में शुरू होंगे कोर्स

-प्रो. राय ने कहा कि हाईड्रोकार्बन कम जियो रिसोर्स सेंटर के तहत पेट्रोलियम, कोलबेड मिथेन, शेल गैस, शेल ऑयल, गैस हाईड्रेट, टाइट रिदरवायस, कोल पर आधारित कोर्स होंगे।

-इसके साथ ही वाटर रिसोर्स सेंटर भी होगा, जिसके तहत शोध होगा और मिनिरल एंड जेम स्टोन सेक्टर समेत जियो रिसोर्स, जियो टूरिज्म पर कोर्स डिवेलप होंगे।

-उन्होंने बताया कि इसके लिए जो भी फंड मुहैया होगा, उससे लैब, इंफ्रास्ट्रक्चर, इक्वीपमेंट और फैकल्टी की व्यवस्था की जाएगी।

-व्यवस्था के बाद ही कोर्स शुरू किया जाएगा।

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पहले बंद हो चुका था कोर्स

-एलयू के आईएमएस में एमबीए इन पेट्रोलियम टेक्नॉलजी चलाया जाता था, लेकिन 5 साल पहले यह कोर्स बंद कर दिया था।

-इस कोर्स के बंद होने की वजह अलग से कोई फंड का ना होना और इंडियन ऑयल इंडस्ट्री में पेट्रोलियम पर एमबीए कोर्स की कोई डिमांड नहीं थी।

-भारत में ऐसे कई संस्थान हैं जो पेट्रोलियम का कोर्स चला रहे हैं। इसमें पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी देहरादून, दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी अहमदाबाद, बीएचयू में एमएससी टेक इन पेट्रोलियम और आईएमएस धनबाद में कोर्स चलाए जाते हैं।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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